Exclusive: 'मैं बिकनी गर्ल नहीं थी, मुझे बना दिया गया', वायरल तस्वीरों पर बोलीं Congress उम्मीदवार Archana Gautam
UP Election 2022: मुंबई का सफर भी बहुत अच्छा रहा और सच कहूं तो मैंने वहां बहुत ज्यादा संघर्ष किया है. वहां मैंने जिस तरह की चुनौतियों का सामना किया है, उसने सोचने पर मजबूर कर दिया है...
Archana Gautam's Interview: मेरठ के हस्तिनापुर सीट से कांग्रेस उम्मीदवार अर्चना गौतम बीते कुछ दिनों से काफी चर्चा में रही हैं. वह कांग्रेस की उम्मीदवार हैं लेकिन काम के बजाय अपने पिछले काम की पहचान के साथ आगे बढ़ रही हैं. उन्हें बिकनी गर्ल के नाम से जाना जाता है. आए दिन उनकी तस्वीरें सोशल मीडिया पर वायरल हो जाती हैं. हमने अपर्णा से बात कर जानने की कोशिश की कि क्या इस तरह वायरल होना पार्टी और उनके लिए लाभदायक है या इससे नुकसान होता है?
जवाब- जब मैं राजनीति में आई तो मुझे नहीं पता था कि मेरा पिछला काम इतना बड़ा मुद्दा बन जाएगा. अब जब यह मुद्दा बनाया गया है, तो मैं समाज के वर्तमान विचार प्रतिक्रिया को देख रही हूं. अगर मेरे केस मे ये बड़ा मुद्दा है तो, जो महिलाएं छोटे कपड़े पहनती हैं, शायद एक ग्रामीण लड़की जो छोटे कपड़े या कैपरी, या जींस पहनना चाहती है, उसे तो समाज जिवित ही नहीं रहने देगा. अगर मेरे साथ ऐसा हो रहा है तो दूसरी महिलाओं के साथ भी ऐसा हो सकता है. मैं जानना चाहती हूं कि एक तरफ जब भारत बहुत आगे बढ़ गया है, भारतीय आगे बढ़ गए हैं तो लोगों की सोच आगे क्यों नहीं बढ़ रही है?
सवाल- आप केवल कांग्रेस का समर्थन क्यों कर रहे हैं?
जवाब- मैं कांग्रेस का समर्थन कर रही हूं क्योंकि जिस तरह से प्रियंका दीदी महिला सशक्तिकरण की दिशा में काम कर रही हैं, उन्होंने जो मुद्दे उठाए हैं, आपको भी पता होगा कि वह 40% टिकट दे रही हैं इसलिए मुझे लगता है कि वह युवाओं और महिलाओं के बारे में सोच रही हैं और उन्हें आगे बढ़ने में मदद कर रही हैं.
सवाल- बॉम्बे से मेरठ का सफर, बॉलीवुड से उम्मीदवारी तक, क्या है सबसे बड़ी चुनौती?
जवाब- मुंबई का सफर भी बहुत अच्छा रहा और सच कहूं तो मैंने वहां बहुत ज्यादा संघर्ष किया है. वहां मैंने जिस तरह की चुनौतियों का सामना किया है, उसने सोचने पर मजबूर कर दिया है कि हमें इतना स्ट्रगल क्यों करना पड़ता है. मैंने सोचा कि जब मेरा काम पूरा हो जाएगा, और मैं इससे पार हो गया हूं तो यह मेरे लिए कुछ भी नहीं है. इसके लिए मुझे लड़ना है और आगे बढ़ना है.
सवाल- मैं एक महिला हूं और मैं लड़ सकती हूं- यह पार्टी का नारा है लेकिन मेरठ में एक महिला होने के नाते आपको अपनी पार्टी के कार्यकर्ताओं से भी उम्मीदवारी के लिए चुनौतियों का सामना करना पड़ा क्योंकि ब्रांडिंग आपके साथ आती है.
जवाब- मेरे कार्यकर्ता मेरे समर्थन में हैं. देखिए मुझे लगता है कि टिकट सभी चाहते हैं और कुछ लोगों को टिकट नहीं मिलता इसलिए वे भी दुखी थे लेकिन लोग अब मेरे साथ हैं और वे कह रहे हैं कि अर्चना ठीक है तुम लड़ो और हम तुम्हारे साथ हैं इसलिए पार्टी मेरा बहुत समर्थन कर रही है. मुझे कार्यकर्ताओं का समर्थन मिल रहा है और मेरे सभी कांग्रेसी भाई-बहन भी मेरा समर्थन कर रहे हैं.
सवाल- आपको बिकिनी गर्ल के नाम से पुकारा जा रहा है, इसे कैसे देखते हैं?
जवाब- मैं बिकनी गर्ल नहीं थी, उन्होंने मुझे बना दिया और नाम मेरे साथ जुड़ गया जो गलत है क्योंकि आप किसी लड़की के चरित्र को उसके नाम से नहीं जोड़ सकते. खासकर वह नाम जो आपने दिया है. यह गलत है और ऐसा नहीं होना चाहिए था. उदाहरण के लिए मैं 2018 में मिस बिकिनी इंडिया बनी और 2014 में मैं मिस यूपी बनी. और 2018 मैं मिस कॉस्मो वर्ल्ड थी इसलिए मैंने कुछ अतिरिक्त नहीं किया. दूसरों ने जो किया है वही मैंने किया है तो उस चीज़ ने मुझे बिकनी गर्ल का टैग दिया गया जो गलत है और ऐसा नहीं होना चाहिए था. मेरा नाम अर्चना गौतम है इसलिए मुझे उसी नाम से बुलाओ.
सवाल- आप अपना पेशा बदलते हैं और तो चाहते हैं कि लोग आपको नए काम से जाने ऐसे आपका पुराना काम वायरल होना कैसा महसूस कराता है?
जवाब- शुरुआत में सोशल मीडिया पर लोग मुझे गालियां देते थे और बहुत सी चीजें हुई हैं. इसके अलावा मेरे पुराने पेशे का गलत इस्तेमाल किया गया है लेकिन यहां के लोग और मैं इसके खिलाफ कार्रवाई भी कर सकती थी. लेकिन मैं इस बात को आगे नहीं बढ़ाना चाहती थी, ऐसा इसलिए क्योंकि जब कोई लड़की कुछ कहती है तो दुनिया उसे समझ नहीं पाती है और उन्हें लगता है कि वे इसे प्रचार के लिए करते हैं. और मैं उस मोहर को प्रोत्साहित नहीं करना चाहती. उन्होंने कहा कि जब मैं जीतकर लोगों के लिए लड़ूंगी, तो ये बातें अपन आप ही बंद हो जाएगी. अगर आप एक व्यक्ति का मुंह बंद कर देंगे तो 70 से अधिक लोग बातें कहने के लिए आगे आएंगे. इसलिए काम करना और चीजों को साबित करना बेहतर है.
सवाल- अपने खिलाफ अन्य पार्टियों के प्रत्याशियों को कैसे देखती हैं आप
जवाब- मुझे एक चुनौती, एक विचारधारा के खिलाफ खड़ा होना है. विपक्षी दल के सभी राजनेता मेरे दोस्त हैं और मुझसे बड़े और अनुभवी हैं इसलिए मेरा किसी से कोई मुकाबला नहीं है. हम अपनी तरफ से पूरी कोशिश कर रहे हैं की जीत हमारी ही हो. द्रौपदी ने हस्तिनापुर को श्राप दिया और कहा कि जिस जगह नारी का सम्मान नहीं होता, उस जमीन पर कोई विकास नहीं होता. वह जमीन पिछड़ जाती है. कहा जाता है कि द्रौपदी का यह श्राप आज भी असरदार है हस्तिनापुर आज भी विकास से वंचित है. लेकिन हम कोशिश करेंगे की इस श्राप को खत्म कर सकें.
सवाल- केंद्र और राज्य की सरकार आपके लिए काम नहीं करती है?
जवाब- बिल्कुल, उनका कहना है कि उनके पास दोयम दर्जे की सरकार है. तो अगर हस्तिनापुर और केंद्र दोनों में BJP की सरकार है, तो हस्तिनापुर जैसे शक्तिशाली शहर में विकास क्यों नहीं हो रहा है? रेलवे स्टेशन क्यों नहीं है? उन्हें क्यों नहीं बनाया गया है? बस स्टैंड भी नहीं है. अगर किसी को यहां आना है तो उसे पहले मेरठ आना होगा और फिर वे हस्तिनापुर आ सकेंगे. इसलिए जब तक रेलवे स्टेशन नहीं बनेगा, फैक्ट्री नहीं बनेगी और लोगों को रोजगार नहीं मिलेगा तो ये गलत है. यह पक्षपात है कि आपने राममंदिर और काशी बनाया है लेकिन उस पवित्र स्थान में कुछ भी नहीं बनाया है जहां महाभारत शुरू हुआ था.
सवाल- पोशाक पर लोगों की प्रतिक्रिया देखकर कभी लगा की ये काम नहीं करना चाहिए था?
जवाब- सबसे पहले मैं अपना अतीत साझा करना चाहूंगी. मैं एक गरीब परिवार से थी इसलिए मैंने गायों से दूध निकाला है और उपले भी बनाए हैं और घोसा भी बनाया है. मैं उनसे कहना चाहूंगी कि मैं एक अभिनेता होने के साथ-साथ एक गांव की लड़की भी हूं और मैं अपनी संस्कृति को नहीं भूलती और अगर लोग मेरे कपड़ों के बारे में कहते हैं, तो यह भी एक तरह की पोशाक है, अभिनय का एक माध्यम है जो मैंने किया है. यह कई हीरोइनों ने भी किया था, चाहे वह स्मृति ईरानी हों, हेमा मालिनी हों, इसलिए मैंने भी किया है इसलिए मुझे लगता है कि वे इसे गलत तरीके से ले रहे हैं और इसे गलत दिशा में ले जा रहे हैं.
सवाल- ग्लैमर की दुनिया से बहुत सारे लोग राजनीति में आते हैं लेकिन यहां रहना मुश्किल है तो उसके लिए क्या तैयारी है. अगर आप जीतते हैं या हारते हैं तो आपका अगला कदम क्या होगा? राजनीति छोड़ोगे या नहीं?
जवाब- मैंने हारने के बारे में नहीं सोचा है. अब तक मैं हमेशा जीतती आई हूं. मैं हस्तिनापुर की बेटी हूं और यहीं पैदा हुई थी इसलिए मुझे लगता है कि हस्तिनापुर के लोग, मेरा हस्तिनापुर का परिवार मुझे खुद को साबित करने का एक मौका तो जरूर देंगे. मुझे उस मौके पर खुद को साबित करना है. इससे ही मैं अपने ऊपर लगे आरोपों को हटा सकती हूं. मैं इस जगह का विकास करना चाहती हूं. मैं यहां रेलवे स्टेशन और बस स्टैंड बनाना चाहती हूं और मेरी बहनें जो स्कूल नहीं होने के कारण स्कूल नहीं जा पा रही हैं उन्हें स्कूल देना चाहती हूं. मैं उन लड़कियों की प्रेरणा बनना चाहता हूं, ताकि मेरे जैसी गरीब लड़की आगे बढ़कर कुछ करे.
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