Uttar Pradesh Assembly Election 2022: पूर्वांचल में सियासी रण में 300 पार या टक्कर दमदार गूंज रहा है. इस बीच समाजवादी पार्टी का दामन थामने वाले स्वामी प्रसाद मौर्य ने आज नामांकन दाखिल किया. इस नामांकन के बाद abp से खास बातचीत में उन्होंने बताया कि अपनी पारंपरिक पडरौना सीट क्यों छोड़कर वो फाजिलनगर पहुंचे. स्वामी प्रसाद मौर्य ने कहा कि कोरोना के दौर में जनता के लिए उन्होंने खूब काम किया. स्वामी प्रसाद मौर्य ने दावा किया कि फाजिलनगर विधानसभा, विकास अछूता था, इस वजह से उन्होंने फाजिलनगर जाने का फैसला लिया. समीकरणों के लिहाज से सपा अध्यक्ष ने मुझे फाजिलनगर भेजा.
क्या विरोधियों के डर के चलते फाजिलनगर गए? इस सवाल के जवाब में स्वामी प्रसाद मौर्य ने कहा कि जहां गया हूं वो समाजवादी पार्टी की हारी हुई सीट है. उन्होंने कहा कि डरने वाला राजनीति नहीं करता. मैं फाजिलनगर से लोगों की मांग के चलते चुनाव लड़ रहा हूं. उन्होंने कहा कि आरपीएन सिंह की जगह कोई भी बड़ा नेता आ जाए तो उसे भी हरा दूंगा. मैंने आरपीएन सिंह की मां को हराया. मैं जमीन पर काम करने वाला नेता हूं, इसलिए हर हाल में फाजिलनगर जीतूंगा.
सीएम योगी को लेकर ये बोले स्वामी प्रसाद मौर्य
स्वामी प्रसाद मौर्य ने जिले की सातों सीटें जीतने का दावा किया. उन्होंने ये भी कहा कि समाजवादी पार्टी में मैंने अपने बेटे उत्कर्ष के लिए कभी टिकट नहीं मांगा. मैं अगर भाजपा में 5 साल नहीं रहता तो मुझे कैसे पता चलता कि भाजपा में सिर्फ अपने चहेतों को मौका मिलता है, पिछड़ों, दलितों को नहीं. स्वामी प्रसाद मौर्य ने सीएम योगी को भी abp के साथ बातचीत में घेरा. स्वामी प्रसाद मौर्य ने कहा कि एक मुख्यमंत्री ये कह रहा है कि वो क्षत्रियों में पैदा हुए हैं, इसका उन्हें गर्व है. ऐसा कौन सा मुख्यमंत्री बोलता है, सीएम किसी एक जाति का नहीं होता.
मेरे सभी से संबंध बेहद अच्छे
केशव प्रसाद मौर्य से संबंधों को लेकर उन्होंने कहा कि मेरे संबंध सबसे अच्छे हैं. सीएम, डिप्टी सीएम और सभी मंत्रियों से व्यक्तिगत संबंध अच्छे हैं. उन्होंने भाजपा पर दलित विरोधी पार्टी होने का आरोप लगाया. उन्होंने ये भी कहा कि बीजेपी का सूपड़ा साफ होगा. बेटी बीजेपी में क्यों? क्यों अमित शाह के साथ उन्होंने मंच शेयर किया? बेटी ही आपके आरोपों को नहीं मान रही है तो दलित समुदाय कैसे भरोसा करेगा? इन सवालों का जवाब स्वामी प्रसाद मौर्य सही ढंग से नहीं दे पाए. हालांकि उन्होंने ये जरूर कहा कि जो पूरे प्रदेश की राजनीति करते हैं वो घर-परिवार की राजनीति नहीं करते. बेटे-बेटी उसके लिए मायने नहीं रखते.
क्या बेटी से संबंध समाप्त कर दिए?
क्या बेटी और पिता दोनों फायदे के लिए अलग-अलग पार्टी में हैं? इस सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि अपनी आवश्यकताओं के मुताबिक नेता अपनी नीति बदलता है. जब विचारों में टकराव होगा तो ऐसा होगा. जहां विचारों का टकराव होता है, वहीं स्वाभिमान का टकराव भी होता है. उन्होंने कहा कि मेरी लड़ाई बीजेपी की जनविरोधी नीतियों से है. केशव प्रसाद मौर्य के समाजवादी पार्टी को समाप्तवादी पार्टी कहने पर स्वामी प्रसाद मौर्य ने कहा कि भारतीय जनता पार्टी के नेता बड़बोले हैं. बीजेपी का पूरे उत्तर प्रदेश से सूपड़ा साफ हो जाएगा. ये 2017 से पहले वाली स्थिति में आ जाएंगे.
सपा कितनी सीटें जीत रही है?
इस सवाल के जवाब में स्वामी प्रसाद मौर्य ने कहा कि सपा की पूर्ण प्रचंड बहुमत की सरकार बनेगी. अखिलेश मुख्यमंत्री बनेंगे. आप क्या बनेंगे? इस सवाल पर स्वामी प्रसाद मौर्य ने कहा कि ये मुख्यमंत्री का विशेषाधिकार है, वो क्या जिम्मेदारी देंगे. मैं जनता की राजनीति करता हूं, मैंने कभी महत्वकांक्षा नहीं पाली. पीएम मोदी के परिवारवादी, नकली समाजवादी कहने पर स्वामी प्रसाद मौर्य ने कहा कि जमीनी हकीकत अगर पीएम मोदी जानते तो योगी जी को बर्खास्त कर दिया होता. पीएम मोदी गांवों की बदहाल सड़कों पर नहीं जाते, इसलिए ऐसा कह रहे हैं. गर्मी उतारने वाले बयान पर स्वामी प्रसाद मौर्य ने कहा कि क्या ये सीएम की भाषा है? ये गुंडों की भाषा है. स्वामी प्रसाद मौर्य ने कहा कि गर्मी उतारने वालों की गर्मी 10 मार्च को उतर जाएगी.