Exit Polls Result 2024: बीजेपी के लिए दोहरी खुशखबरी! Matrize के एग्जिट पोल में महाराष्ट्र में सत्ता रहेगी बरकरार, झारखंड में सोरेन होंगे आउट
Assembly Election Exit Polls 2024: मैट्राइज एग्जिट पोल के नतीजों में बीजेपी महाराष्ट्र और झारखंड में सरकार बनाते नजर आ रहा है.
महाराष्ट्र और झारखंड विधानसभा चुनाव के लिए बुधवार (20 नवंबर, 2024) को वोटिंग संपन्न हो गई है और एग्जिट पोल के नतीजे भी आने शुरू हो गए हैं. एग्जिट पोल भारतीय जनता पार्टी (BJP) के लिए अच्छी खबर लेकर आए हैं लेकिन महाविकास अघाड़ी और हेमंत सोरेन के लिए अच्छी खबर नहीं है. दोनों राज्यों में बीजेपी के नेतृत्व वाला एनडीए गठबंधन सरकार बनाता दिख रहा है.
मैट्राइज के एग्जिट पोल में महाराष्ट्र और झारखंड में बीजेपी को बहुमत के आंकड़े से ज्यादा सीटों पर जीत दर्ज करते हुए दिखाया गया है. इस हिसाब से महाराष्ट्र में महायुति गठबंधन एक बार फिर सरकार बनाएगा और झारखंड में भी हेमंत सोरेन की पार्टी झारखंड मुक्ति मोर्चा को सत्ता से बाहर करके एनडीए गठबंधन सरकार बनाएगा.
महाराष्ट्र में 288 विधानसभा सीटों के लिए चुनाव हुआ और झारखंड की 81 सीटों के लिए वोट डाले गए थे. महाराष्ट्र में जीत के लिए बहुमत का आंकड़ा 145 है. किसी भी पार्टी को सरकार बनाने के लिए 145 सीटें जीतनी जरूरी हैं. इस बार महाराष्ट्र में बीजेपी, शिवसेना (एकनाथ शिंदे गुट) और नेशनलिस्ट कांग्रेस पार्टी (अजित पवार गुट) के महायुति गठबंधन ने साथ चुनाव लड़ा है, जबकि शिवसेना (उद्धव ठाकरे गुट), कांग्रेस और एनसीपी (शरद पवार गुट) का महाविकास अघाड़ी गठबंधन चुनावी मैदान में था.
मैट्राइज एग्जिट पोल का अनुमान है कि महायुति 150 से 170 सीटों पर जीत के साथ सरकार बना सकती है. वहीं, महाविकास अघाड़ी गठबंधन को 110 से 130 सीटों पर जीत मिल सकती है.
झारखंड की बात करें तो यहां 81 विधानसभा सीटों पर चुनाव हुआ था. झारखंड में जीत के लिए 41 सीटें जीतना जरूरी है और एग्जिट पोल के अनुसार बीजेपी के नेतृत्व वाला एनडीए गठबंधन बहुमत का आंकड़ा भी पार कर सकता है. राज्य में इस बार एनडीए के सामने विपक्षी दलों का गठबंधन INDIA मैदान में था. हेमंत सोरेन की पार्टी झामुमो और कांग्रेस ने यहां एकसाथ चुनाव लड़ा था.
मैट्राइज एग्जिट पोल के आंकड़े कहते हैं कि हेमंत सोरेन इस बार सरकार नहीं बना पाएंगे. एग्जिट पोल का कहना है कि INDIA गठबंधन को 25-30 सीटों पर जीत मिल सकती है यानी वह बहुमत के आंकड़े 41 सीटों से काफी पीछे रह जाएगा.