Congress Supporters Fight Fact Check: देश में लोकसभा चुनाव चल रहे हैं और इस दौरान कई सारे वीडियो भी सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे हैं. ऐसा ही एक वीडियो वायरल हो रहा है, जिसमें दावा किया गया है कि हरियाणा के सिरसा में वोट मांगने पहुंचे बीजेपी नेता को जनता ने पीटा है. हालांकि, जब विश्वास न्यूज ने वीडियो की पड़ताल की तो इसे लेकर किया गया दावा गलत निकला. असल में ये वीडियो कांग्रेस कार्यकर्ताओं के बीच हुई झड़प है, जिसे बीजेपी से जोड़ा गया है.


फेसबुक यूजर विजय गुप्ता ने 9 मई 2024 को इस वीडियो को शेयर किया. इसके कैप्शन में लिखा गया, "सिरसा में प्रसाद लेते भाजपा नेता, इस बार संख्या जरूर 400 पार होगी." विजय गुप्ता की पोस्ट को यहां क्लिक कर देखा जा सकता है. 


फैक्ट चेक में क्या सामने आया? 


कीवर्ड्स की मदद से जब गूगल सर्च किया गया तो सिरसा समाचार नाम से एक फेसबुक अकाउंट मिला, जिस पर इस वीडियो को अपलोड किया गया था. सिरसा समाचार पर वीडियो को 5 मई 2024 को शेयर किया गया था.


वीडियो के कैप्शन में लिखा गया, "सिरसा लोकसभा चुनाव में संभावित हार को लेकर शैलजा और हुड्डा समर्थकों में मारपीट. कल बीजेपी प्रत्याशी अशोक तंवर के नॉमिनेशन में उमड़ी भीड़ ने ये साफ कर दिया कि सिरसा लोकसभा के चुनाव में बीजेपी ही सबसे आगे रहने वाली है. इसी बात को लेकर कांग्रेसी कार्यकर्ताओं में जमकर मारपीट हुई. कांग्रेस में दो गुट हैं एक हुड्डा का तो दूसरा कांग्रेस प्रत्याशी कुमारी शैलजा का. हुड्डा समर्थकों का कहना है कि शैलजा के समर्थकों ने जानबूझकर हमें उकसाया और मारपीट की. इसके पीछे की बात एकदम साफ है कि संभावित हार का ठीकरा किसके सिर फोड़ना है शैलजा उसी की तैयारी में लगे हैं. क्योंकि इस मामले से ये तो साबित हो गया कि हुड्डा समर्थक तो किसी भी कीमत पर कुमारी शैलजा को वोट नहीं करने वाले हैं. इसलिए ये आपस में ही मारपीट कर रहे हैं, ताकि जब परिणाम आये तो ये कह सकें कि उनके कारण चुनाव हारे हैं."




फैक्ट चेक के दौरान हरियाणा टुडे न्यूज और अंबाला मिरर के आधिकारिक फेसबुक पेज पर भी ये वीडियो मिला. इस वीडियो को 5 मई, 2024 को दोनों ही जगह अपलोड किया गया था. मिली जानकारी के मुताबिक, ये वीडियो सिरसा के सैमाण गांव का है. यहां पर कांग्रेस के दो गुटों के बीच झड़प हुई थी. एक गुट कांग्रेस नेता शैलजा कुमारी का था, जबकि दूसरा गुट हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा के समर्थकों का था.




वीडियो का निष्कर्ष क्या निकला है? 


दैनिक जागरण, फतेबाद के जिला इंचार्ज अमित रुक्य से संपर्क करने पर पता चला कि वीडियो को लेकर किया गया दावा पूरी तरह से गलत है. वीडियो सैमाण गांव से ही जुड़ा हुआ है, जहां कांग्रेस के दो गुटों के बीच मारपीट हुई थी. वहीं, जिस यूजर ने इस वीडियो को गलत दावे के साथ शेयर किया था, जब उसकी प्रोफाइल की जांच हुई तो पता चला कि वह एक खास विचारधारा के वीडियो को ही शेयर करता है. फैक्ट चेक में ये साफ हो गया कि वीडियो कांग्रेस कार्यकर्ताओं की झड़प का है, जिसे बीजेपी से जोड़कर शेयर किया जा रहा है. 


Disclaimer: With inputs from Vishvas News as part of the Shakti Collective. 


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