BJP Candidate Lose Fact Check: सोशल मीडिया पर कई सारे यूजर्स ने एक हिंदी अखबार के स्क्रीनशॉट को शेयर किया है. इसमें दावा किया गया है कि बीजेपी की नवनीत राणा, अजय मिश्रा टेनी और माधवी लता के अलावा कांग्रेस के कांग्रेस कुमार को लोकसभा चुनाव में 19,731 वोटों से हार मिली है. कहा गया है कि चारों की हार एक समान वोटों से है. हालांकि, फैक्ट चेक में पता चला कि स्क्रीनशॉट को डिजिटली बदला गया था.
एक फेसबुक यूजर ने अखबार के स्क्रीनशॉट को 5 जून को शेयर किया. उसने कैप्शन में लिखा, "लोगों को अखबार ध्यान से पढ़ना चाहिए!! इसमें चार उम्मीदवार एक समान संख्या के वोटों से जीते हैं और हारे हैं..19731 का आंकड़ा क्या कहता है ?ये संयोग है की प्रयोग ? ईवीएम और चुनाव आयोग की विश्वसनीयता लोगों के बीच बरकरार रखने इस प्रकार की परिणाम का सावधानी से अवलोकन किया जाना चाहिए.. ईवीएम में कोई तो सेंटिंग है! इसलिए मैं बार बार कहता हूं ईवीएम हमेशा के लिए रद्द की ही जानी चाहिए!" स्क्रीनशॉट का लिंक यहां क्लिक कर देखा जा सकता है.
फैक्ट चेक में क्या सामने आया?
पीटीआई फैक्ट चेक टीम ने वायरल हो रहे स्क्रीनशॉट को जब गूगल लैंस के जरिए चेक किया तो पता चला कि एक जैसे दावों के साथ कई यूजर्स ने इसे शेयर किया है. इन पोस्ट को यहां, यहां और यहां क्लिक कर देखा जा सकता है.
वहीं, जब वायरल हो रहे पोस्ट के कमेंट सेक्शन को देखा गया तो पता चला कि कई यूजर्स ने इस बात का जिक्र किया है कि स्क्रीनशॉट में गलत डाटा दिखाया जा रहा है. नीचे आप कमेंट्स के स्क्रीनशॉट को देख सकते हैं.
स्क्रीनशॉट के दावे का पता लगाने के लिए चुनाव आयोग की वेबसाइट के डाटा की भी मदद ली गई. जब वेबसाइट पर चेक किया गया तो पता चला कि बीजेपी प्रत्याशी नवनीत राणा को अमरावती सीट से 19,731 वोटों से हार मिली. उन्हें कांग्रेस के उम्मीदवार बलवंत बसावंत वानखेड़े ने हराया. यहां क्लिक कर वेबसाइट पर डाटा चेक किया जा सकता है और नीचे हार-जीत का स्क्रीनशॉट भी देखा जा सकता है.
हालांकि, फैक्ट चेक के दौरान पता चला कि बीजेपी के अजय मिश्रा टेनी को समाजवादी पार्टी के उत्कर्ष वर्मा के हाथों उत्तर प्रदेश के खीरी में 34,329 वोटों से हार मिला. नीचे हार-जीत का स्क्रीनशॉट भी देखा जा सकता है.
हैदराबाद लोकसभा सीट पर बीजेपी उम्मीदवार माधवी लता का मुकाबला एआईएमआईएम के असदुद्दीन ओवैसी से था. यहां पर ओवैसी ने माधवी लता को 3.38 लाख वोटों के अंतर से हराया है.
दिल्ली के उत्तर-पूर्वी लोकसभा सीट पर कांग्रेस उम्मीदवार कन्हैया कुमार को बीजेपी के मनोज तिवारी के हाथों 1.38 लाख वोटों से हार का सामना करना पड़ा. नीचे चुनाव आयोग का स्क्रीनशॉट भी देखा जा सकता है.
गूगल लेंस के जरिए आगे चेक करने पर पता चला कि वायरल हो रहे स्क्रीनशॉट से मिलती जुलती एक रिपोर्ट को राजस्थान पत्रिका में पब्लिश किया गया. यहां क्लिक कर राजस्थान पत्रिका की रिपोर्ट को पढ़ा जा सकता है. नीचे रिपोर्ट का स्क्रीनशॉट भी देखा जा सकता है.
फैक्ट चेक में पता चला कि वायरल स्क्रीनशॉट और राजस्थान पत्रिका के रिपोर्ट की क्लिपिंग में एक जैसी समानता है. नीचे दोनों तस्वीरों की तुलना की गई है, जहां अंतर साफ देखा जा सकता है.
फैक्ट चेक में क्या सामने आया है?
फैक्ट चेक के बाद ये साफ हो गया कि वायरल हो रहा स्क्रीनशॉट पूरी तरह से फर्जी है. बीजेपी के नवनीत राणा, अजय टेनी और माधवी लता और कांग्रेस के कन्हैया कुमार को लोकसभा चुनावों में 19,731 वोटों के समान अंतर से अपनी-अपनी सीटों पर हार नहीं मिली है. जांच में पाया कि गलत आंकड़ों के साथ एक अखबार का डिजिटल रूप से बदला गया स्क्रीनशॉट गलत दावे के साथ सोशल मीडिया पर शेयर किया गया था.
Disclaimer: This story was originally published by PTI Fact Check and republished by ABP Live Hindi as part of the Shakti Collective.
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