Meat Shop in Temple Fact Check: कांग्रेस नेता राहुल गांधी के लोकसभा क्षेत्र वायनाड को लेकर सोशल मीडिया पर एक वीडियो सर्कुलेट हो रहा है. इसमें दावा किया गया है कि केरल के वायनाड में स्थित एक मंदिर में मांस यानी मीट की दुकान चल रही है. वीडियो में देखा जा सकता है कि मंदिर जैसी दिखने वाली जगह में मांस की दुकान है. वीडियो में एक व्यक्ति को भी सुना जा सकता है, जो कहता है कि ये सीता राम मंदिर है और इसके नीचे मीट की दुकान है.


वीडियो में शख्स बताता है, "दोस्तों यह सीता राम मंदिर है और इसके नीचे एक दुकान है. यह एक चिकन की दुकान है, जहां मुर्गी का मांस बेचा जा रहा है. यह मंदिर चौक है और वह भवन सीता राम मंदिर है. ये एक चिकन की दुकान है और अगर आप ऊपर देखेंगे तो आपको हिंदी में कुछ लिखा हुआ दिखेगा."




वायरल वीडियो में लिखे टैक्स्ट में कहा गया है, "जागो हिंदुओं जागो यह केरल के वायनाड में सीता राम मंदिर है जिसमें चिकन शॉप है जिसका उद्घाटन राहुल गांधी ने किया है जो राहुल गांधी का संसदीय क्षेत्र है." हालांकि, जब इस वीडियो का फैक्ट चेक किया गया तो ये दावा पूरी तरह से फर्जी निकला. पाकिस्तान के इस वीडियो को वायनाड का सीता राम मंदिर बताकर शेयर किया जा रहा था. पोस्ट को यहां पर क्लिक कर देखा जा सकता है. 


फैक्ट चेक में क्या सामने आया? 


लॉजिकली फैक्ट्स के जरिए किए गए फैक्ट चेक में पता चला कि लोगों ने एक्स पर वायरल हो रही वीडियो के कमेंट्स में ही लिखा था कि ये पाकिस्तान की है. इसके बाद Makhan Ram jaipal Vlogs नाम के एक यूट्यूब चैनल का पता चला, जिसने वायरल पोस्ट में दिख रहे मंदिर जैसी इमारत की एक वीडियो 25 अगस्त, 2023 को पोस्ट की थी. व्लॉग में दिखाया गया मंदिर पाकिस्तान के पंजाब प्रांत के झांग जिले के एक कस्बे अहमदपुर सियाल में स्थित है और उस क्षेत्र के आसपास कोई हिंदू नहीं रहता है. 



लगभग 1:15 मिनट के टाइम स्टैम्प पर, व्लॉगर मंदिर और मंदिर के सामने चिकन की दुकान दिखाता है. यूट्यूब चैनल की जांच करने पर पता चला कि इसने पाकिस्तान के कई वीडियो पोस्ट किए हैं. इसी वीडियो को यूट्यूब व्लॉगर के इंस्टाग्राम अकाउंट पर 17 अप्रैल को पोस्ट किया गया था. इंस्टाग्राम पर पोस्ट की गई रील को लेकर दावा किया गया कि ये मंदिर वायनाड में स्थित है. हालांकि, व्लॉगर ने इंस्टाग्राम पर साफ कर दिया था कि ये पाकिस्तान के पंजाब में स्थित सीता राम मंदिर है. 






क्या है मंदिर का इतिहास? 


पाकिस्तानी अखबार द फ्राइडे टाइम्स के एक आर्टिकल में सीता राम मंदिर की एक तस्वीर है. इस तस्वीर की तुलना वीडियो से करने पर पता चला कि दोनों में मंदिर के ऊपर हिंदी में 'ओम' और 'सीता राम' शब्द लिखे हुए हैं. रिपोर्ट में कहा गया है कि झांग जिले के अहमदपुर सियाल तहसील में सीता राम मंदिर उस क्षेत्र में 19वीं शताब्दी के वास्तुकला के ऐतिहासिक स्थलों में से एक है. अहमदपुर सियाल, झांग जिले का एक उप-जिला है, जो कभी कई मंदिरों और अन्य पूजा स्थलों वाला एक हिंदू-बहुल शहर हुआ करता था.




एक स्थानीय इतिहासकार के अनुसार, 1992 में भारत में बाबरी मस्जिद पर हमले के बाद एक हिंसक भीड़ ने पाकिस्तान में स्थित इस सीता राम मंदिर पर भी हमला किया था. यह जगह अब मंदिर के रूप में कार्य नहीं करती है और एक बाजार में तब्दील हो गई है. मंदिर के अंदर का अधिकांश कीमती सामान स्थानीय लोगों ने चुरा लिया था. 


फैक्ट चेक का क्या निष्कर्ष निकला? 


फैक्ट चेक के बाद निष्कर्ष निकला है कि पाकिस्तान के एक खाली पड़े मंदिर को वायनाड का मंदिर बताया गया. दावा किया गया कि इसमें मीट की दुकान चल रही है, जो पूरी तरह से भ्रामक और फर्जी है. ये मंदिर वायनाड में नहीं है, बल्कि पाकिस्तान के पंजाब में स्थित है. भारत से इसका कोई संबंध नहीं है. इस तरह वायरल हो रही वीडियो पूरी तरह से फर्जी है.


डिस्क्लेमरः यह स्टोरी सबसे पहले logicallyfacts.com पर पब्लिश हुई थी. हेडलाइन और स्टोरी को ट्रांसलेट कर लगाया गया है. इस स्टोरी को शक्ति कलेक्टिव पहल के तौर पर पब्लिश किया गया है.


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