मुंबई: पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने अर्थव्यवस्था की बदहाली के लिए केंद्र की मोदी सरकार की नीतियों को जिम्मेदार ठहराया. महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव के मद्देनजर मनमोहन सिंह ने मुंबई में प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित किया. इस दौरान उन्होंने कहा कि इंडस्ट्रियल स्लो डाउन भारत में आ रहा है. बीजेपी को जिसके लिए वोट मिला, उसमें फेल हो चुकी है. पूर्व पीएम ने कहा कि चीन से आयात (इंपोर्ट) बढ़ा है, मौजूदा अर्थव्यवस्था ने लाखों लोगों के सपने रोके.
उन्होंने कहा कि शहरी क्षेत्रों में हर तीसरा व्यक्ति बेरोजगार है. महाराष्ट्र का मैन्युफैक्चरिंग ग्रोथ पिछले 4 साल से गिर रहा है. पुणे में ऑटोमोबाइल इंडस्ट्री बुरी तरह प्रभावित हुई है. निवेशक दूसरे स्टेट में जा रहे हैं. महाराष्ट्र पहले इन्वेस्टमेंट में नंबर 1 था.
मनमोहन सिंह ने कहा, ''महाराष्ट्र को गंभीर आर्थिक मंदी के कुछ बुरे प्रभावों का सामना करना पड़ा है. लगातार 4 वर्षों से महाराष्ट्र की विनिर्माण विकास दर घट रही है. पिछले 5 वर्षों में महाराष्ट्र सबसे अधिक फैक्ट्रियों के बंद होने का गवाह रहा है.''
उन्होंने कहा, ''मुझे भारत के सबसे बड़े ऑटो विनिर्माण केंद्र पुणे के ऑटो हब में फैली निराशा के बारे में बताया गया. इसी तरह की समस्याएं नासिक, औरंगाबाद, नागपुर और अमरावती को प्रभावित कर रही हैं, जो कभी सक्रिय औद्योगिक क्षेत्र थे.''
मनमोहन सिंह ने कहा, ''मैंने वित्तमंत्री श्रीमती निर्मला सीतारमन का एक बयान देखा है, मैं उस पर कोई टिप्पणी नहीं करना चाहूंगा, लेकिन मैं केवल यह बता सकता हूं कि अर्थव्यवस्था को ठीक करने के लिए बीमारियों और उनके कारणों का सही निदान करने की आवश्यकता होगी.''
उन्होंने कहा कि आज सबसे ज्यादा किसान आत्महत्या कर रहे हैं. आमदनी दोगुनी करने का वादा था, आत्महत्या के मामले दोगुने हुए हैं. मनमोहन सिंह ने कहा कि केंद्र सरकार की इम्पोर्ट और एक्सपोर्ट पॉलिसी अर्थव्यवस्था को प्रभवित कर रही है.
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