Goa Elections: गोवा विधानसभा चुनाव में कांग्रेस शिवसेना और राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) एक साथ चुनाव नहीं लड़ेगी. बुधवार को एनसीपी के नेता प्रफुल पटेल ने बताया कि गोवा में हमने कांग्रेस को एक साथ लड़ने का ऑफर दिया था. लेकिन सब बेकार हो गया. उन्होंने ना तो हां कहा ना मना किया. अब एनसीपी और शिवसेना साथ में चुनाव लड़ेंगी. उन्होंने बताया कि हम सभी 40 पर नहीं बल्कि कुछ सीटों चुनाव लड़ेंगे. कल पहली लिस्ट जारी हो सकती है.
प्रेस कॉन्फ्रेंस में शिवसेना सांसद संजय राउत ने कहा, हमने प्री-पोल अलायंस की बात कांग्रेस से की थी. कई राउंड की बातचीत बड़े नेताओं से हुई, लेकिन वो तैयार नहीं हुए. उनको लगता है कि वो अपने बल पर सरकार बनाएंगे. एनसीपी और शिवसेना ने निर्णय लिया है कि हमलोग गोवा में चुनाव लड़ेंगे. हम 40 सीटों पर नहीं लड़ रहे हैं लेकिन हमारे बिना सरकार नहीं बनेगी, ये तय है.
उन्होंने कहा, पहले एक टर्म चलता था- आया राम गया राम. पहले ये सिर्फ हरियाणा के लिए कहा जाता था. आज गोवा में भी ऐसा ही चल रहा है. यहां नेता पार्टियां बदल रहे हैं. मैं गोवा की जनता से कहूंगा कि शिवसेना और एनसीपी को एक बार सत्ता मिली तो आया राम गया राम वाली परिस्थिति खत्म हो जाएगी.
वहीं एनसीपी नेता प्रफुल्ल पटेल ने कहा, हमारा कहना था कि कांग्रेस को गोवा में आगे रहना चाहिए था. टीएमसी पारंपरिक रूप से चुनाव लड़ती नहीं आई है. गठबंधन को लेकर टीएमसी से कोई ऑफिशियल बातचीत नहीं हुई. लेकिन हमारे जहन में था लेकिन बात नहीं बनी फिर शिवसेना-एनसीपी ने साथ लड़ने का फैसला किया. उन्होंने यह भी कहा कि अगर उत्पल पर्रिकर निर्दलीय पणजी से चुनाव लड़ते हैं तो हम उन्हें समर्थन पर विचार कर सकते हैं.