गोवा विधानसभा चुनाव (Goa Assembly Elections 2022) में कई राजनीतिक दलों के मैदान में उतरने से जहां मुकाबला बहुकोणीय हो गया है. वहीं पांच कपल भी हैं, जो इस चुनाव में अपनी किस्मत आजमा रहे हैं. इससे गोवा चुनाव और भी मजेदार बन गया है. अगर ये सारे जीत जाते हैं तो गोवा की 40 सदस्यीय विधानसभा के 25 परसेंट सदस्य पति-पत्नी होंगे.


फिलहाल सत्तासीन भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने दो कपल्स को चुनाव मैदान में उतारा है. वहीं अपने एक ऐसे नेता को टिकट दिया है जिनकी पत्नी निर्दलीय प्रत्याशी के रूप में चुनावी अखाड़े में होंगी. कांग्रेस और तृणमूल कांग्रेस ने भी एक-एक कपल को टिकट दिया है.


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बीजेपी नेता और स्वास्थ्य मंत्री विश्वजीत राणे वालपोई निर्वाचन क्षेत्र से चुनाव लड़ रहे हैं जबकि उनकी पत्नी देविया ने पोरिएम विधानसभा क्षेत्र से बीजेपी के टिकट पर नॉमिनेशन भरा है. दिलचस्प बात यह है कि फिलहाल देविया के ससुर प्रतापसिंह राणे पोरिएम से कांग्रेस विधायक हैं. कांग्रेस ने इस निर्वाचन क्षेत्र से फिर उन्हें चुनाव मैदान में उतारा है.देविया राणे अपना पहला चुनाव लड़ रही हैं.


बीजेपी ने एटानासियो मोंसेरट्टे को पणजी विधानसभा सीट से और उनकी पत्नी जेनिफर को तालीगाव निर्वाचन क्षेत्र से अपना प्रत्याशी बनाया है. जेनिफर ने 2017 में कांग्रेस के टिकट पर तालीगाव से विधानसभा चुनाव जीता था जबकि उनके पति मोंसेरट्टे मुख्यमंत्री मनोहर पर्रिकर के निधन के बाद 2019 में पणजी में हुए उपचुनाव में कांग्रेस के टिकट पर विजयी हुए थे. ये दोनों कांग्रेस के आठ अन्य विधायकों के साथ 2019 में बीजेपी में शामिल हो गये थे.


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उपमुख्यमंत्री चंद्रकांत कावलेकर और उनकी पत्नी सावित्री कावलेकर भी चुनाव मैदान में हैं. चंद्रकांत कावलेकर अपनी पारंपरिक क्वेपेम सीट से बीजेपी प्रत्याशी हैं जबकि सावित्री पार्टी से टिकट नहीं मिलने पर सांग्वेम से निर्दलीय उम्मीदवार के तौर पर चुनाव मैदान में हैं.


कांग्रेस ने माइकल लोबो और उनकी पत्नी डेलिया को कालनगुट और सियोलिम से प्रत्याशी बनाया है. पूर्व मंत्री माइकल अपनी पत्नी को बीजेपी से टिकट नहीं मिलने पर पार्टी छोड़कर कांग्रेस में आ गए थे. ममता बनर्जी की अगुवाई वाली तृणमूल कांग्रेस ने किरण कांडोलकर को अल्डोना और उनकी पत्नी कविता को थिविम से चुनाव मैदान में उतारा है.


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