ABP Opinion Poll: गोवा में BJP को फिर मिलेगी सत्ता या कांग्रेस-आप करेगी कमाल? सर्वे के आंकड़ों ने चौंकाया
ABP C Voter Survey: गोवा में सत्तारूढ़ बीजेपी को झटका लग सकता है. हालांकि सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरती दिख रही है.
Goa Election 2022: गोवा में आज से एक हफ्ते के बाद 14 फरवरी को विधानसभा चुनाव के लिए वोटिंग होगी. इससे पहले तटीय राज्य में सरगर्मी तेजी है. लोगों के मन में सवाल है कि इस चुनाव में बीजेपी, कांग्रेस, आप और टीएमसी में कौन दल बाजी मारेगा. लोगों के मूड को समझने के लिए एबीपी न्यूज़ के लिए सी वोटर ने सर्वे किया है.
ओपिनियन पोल के मुताबिक, राज्य में बीजेपी सबसे बड़ी पार्टी बनकर तो उभर रही है लेकिन पूर्ण बहुमत के आंकड़ों से दूर है. बीजेपी को 14 से 18 सीटें मिल सकती है. सर्वे की मानें तो कांग्रेस को 10 से 14, आप को चार से आठ, एमजीपी गठबंधन को तीन से सात और अन्य को शून्य से दो सीटें मिल सकती है. राज्य में कुल 40 सीटें हैं और सरकार बनाने के लिए किसी भी दल को 21 सीटों की जरूरत होती है.
गोवा में किसे कितनी सीट ?
कुल सीट- 40
बीजेपी-14-18
कांग्रेस-10-14
आप- 4-8
MGP+ 3-7
अन्य - 0-2
ABP C Voter Survey के मुताबिक, बीजेपी को 30 फीसदी, कांग्रेस और आप को 24-24 फीसदी वोट मिल सकते हैं. वहीं एमजीपी को आठ और अन्य को 14 फीसदी वोट मिल सकते हैं.
2017 के विधानसभा चुनाव में बीजेपी ने 13 सीटों पर जीत दर्ज की थी और कांग्रेस को 17 सीटें मिली थी. सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरने के बावजूद कांग्रेस सरकार बनाने में असफल रही थी. राज्य में सरकार बनाने के लिए किसी भी दल को 21 सीटों की जरूरत होती है. पिछले चुनाव में एनसीपी ने एक सीट पर जीत हासिल की थी. निर्दलीय ने तीन सीटों पर जीत दर्ज की. जीएफपी और महाराष्ट्रवादी गोमांतक पार्टी (MAG) ने तीन-तीन सीटों पर जीत दर्ज की.
इस चुनाव में सत्तारूढ़ BJP का मुकाबला कांग्रेस, आम आदमी पार्टी (AAP) और ममता बनर्जी (Mamata Banerjee) की पार्टी तृणमूल कांग्रेस (TMC) से है. टीएमसी राज्य में पहली बार हाथ आजमा रही है. कांग्रेस (Congress) राज्य में गोवा फॉरवर्ड पार्टी (जीएफपी) के साथ गठबंधन कर चुनावी मैदान में है. वहीं तृणमूल कांग्रेस (TMC) और महाराष्ट्रवादी गोमांतक पार्टी (एमजीपी) ने गठबंधन किया है.
नोट- abp न्यूज के लिए सी वोटर ने चुनावी राज्यों का मूड जाना है. 5 राज्यों के इस फाइनल ओपिनियन पोल में 1 लाख 36 हजार से ज्यादा लोगों की राय ली गई है. चुनावी राज्यों की सभी 690 विधानसभा सीटों पर लोगों से बात की गई है. सर्वे 11 जनवरी से 6 फरवरी के बीच किया गया है. सर्वे में मार्जिन ऑफ एरर प्लस माइनस तीन से प्लस माइनस 5 फीसदी है.