Goa Election 2022: चुनाव बाद सर्वेक्षण यानी एग्जिट पोल में गोवा में त्रिशंकु विधानसभा की भविष्यवाणियों के एक दिन बाद राज्य में राजनीतिक सरगर्मियां तेज हो गई हैं. कांग्रेस अपने उम्मीदवारों को एकजुट रखने पर ध्यान केंद्रित कर रही है और उन्हें रिसॉर्ट में लेकर जाने की योजना बना रही है. पार्टी के एक वरिष्ठ नेता ने मंगलवार को यह जानकारी दी.
दूसरी ओर, मुख्यमंत्री प्रमोद सावंत ने राष्ट्रीय राजधानी में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात की, जबकि गोवा के अन्य वरिष्ठ बीजेपी नेता चुनाव प्रभारी देवेंद्र फडणवीस से मुंबई में मिलने की योजना बना रहे हैं. गोवा विधानसभा की कुल 40 सीटों के लिए 14 फरवरी को मतदान हुआ था और मतों की गिनती मडगांव और पणजी में 10 मार्च को होगी.
कांग्रेस के सदस्यों की संख्या 17 से घटकर 2
निवर्तमान विधानसभा में कांग्रेस के सदस्यों की संख्या 17 से घटकर दो रह गई है. पांच साल में इसके 15 विधायक बीजेपी में शामिल हो चुके हैं, लेकिन इस बार कांग्रेस अपने उम्मीदवारों को एकजुट रखने का कोई भी प्रयास बाकी नहीं छोड़ेगी. कांग्रेस के एक वरिष्ठ नेता ने कहा, "कांग्रेस के सभी उम्मीदवार उत्तरी गोवा के एक रिसॉर्ट में बुधवार को रहेंगे, जहां से वे मतगणना केंद्रों तक जाएंगे."
कांग्रेस ने अपने सभी विजेता उम्मीदवारों को परिणाम आने के बाद पार्टी कार्यालय पहुंचने को कहा है. वरिष्ठ कांग्रेसी नेता ने कहा, "हमें अपने उम्मीदवारों पर पूरा भरोसा है, लेकिन हम कोई मौका देना नहीं चाहते." इस बीच, मुख्यमंत्री प्रमोद सावंत ने राजधानी दिल्ली में मंगलवार को प्रधानमंत्री मोदी और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से मुलाकात की.
गोवा बीजेपी के वरिष्ठ नेता ने कहा कि उन्होंने 'फुल-प्रूफ रणनीति' तैयार की है, ताकि पार्टी राज्य में अपनी सत्ता कायम रखे. बीजेपी ने अपने सभी विजेता उम्मीदवारों से कहा है कि वे गुरुवार को मतगणना के बाद पणजी स्थित पार्टी कार्यालय पहुंचें. उन्होंने कहा, "हम अपने नेता का निर्धारण करने और सरकार गठित करने में समय नहीं गंवाएंगे."
7-8 सीट जीतने का TMC ने किया दावा
उधर, तृणमूल कांग्रेस ने कहा है कि वह सात-आठ सीट जीतेगी और उसके गठबंधन सहयोगी को एमजीपी को चार-पांच सीट मिलेंगी और उसके बाद वह मुख्यमंत्री पद के लिए मोलजोल करेगी. टीएमसी के प्रदेश प्रमुख किरण कंडोलकर ने कहा, "हमें कोई डर नहीं है कि हमारे उम्मदीवार पार्टी छोड़ देंगे. हम यह भी जानते हैं कि टीएमसी और महाराष्ट्रवादी गोमंतक पार्टी (एमजीपी) के सहयोग के बिना कोई सरकार नहीं बनेगी."
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