नई दिल्ली: लोकसभा चुनाव से पहले पश्चिम बंगाल से बीजेपी के लिए झटका देने वाली खबर है. 10 तक सहयोगी रही गोरखा जनमुक्ति मोर्चा ने आधिकारिक रूप से बीजेपी का साथ छोड़ने का एलान कर दिया है. गोरखा जममुक्ति मोर्चा के इस कदम से बीजेपी को उत्तरी बंगाल की चार सीटों पर नुसान हो सकता है. इनमें दार्जलिंग की सीट भी शामिल है, जहां बीजेपी 2009 से लगातार जीतती आ रही है.


ऐसा माना जाता है कि दार्जलिंग सीट पर बिना गोरखा जनमुक्ति मोर्चा के समर्थन के कोई जीत हासिल नहीं कर सकता है. मोर्चा के अध्यक्ष बिनय तमांग के मुख्यमंत्री ममता बनर्जी को चिट्ठी लिखकर उन्हें फैसले की जानकारी दी है. इसके साथ ही उन्होंने 'तीसरा मोर्चे' में शामिल होने की बात भी कही है. बता दें शनिवार को ब्रिगे़ मैदान पर ममता बनर्जी की महागठबंधन बैठक में भी हए थे.


तमांग ने ममता बनर्जी को लिखी चिट्ठी में कहा, ''गोरखा जनमुक्ति मोर्चा 10 साल से बीजेपी के साथ गठबंधन में थी. हम तीसरे मोर्चे के संयोजक को बताना चाहते हैं कि हम एनडीए छोड़ने और तीसरा मोर्चा ज्वाइन करने के लिए तैयार हैं.''


गोरखा जनमुक्ति मोर्चा से जुड़े सूत्र के मुताबिक बीजेपी ने हमारी मांगों पर चुप रहने के अलावा कुछ नहीं किया. अगर ममता बनर्जी हमारे जमीन से जुड़े मुद्दों पर सकारात्मक रुख अपनाती हैं तो बीजेपी विरोधी मोर्चे को ना सिर्फ दार्जलिंग बल्कि अलीपुरद्वार, जलपाईगुड़ी और रायगंज में बेहतरीन शुरुआत मिलेगी.