Gujarat Assembly Election 2022: 2 लाख 62 हजार वोटर्स में 1,72,000 मुस्लिम, जानिए क्या है ओवैसी का दानीलिमडा सीट पर प्लान?
Gujarat Assembly Polls 2022: AIMIM का पूरा ध्यान राज्य के मुस्लिम और दलित वोटरों पर है. दानीलीमिडा मुस्लिम बाहुल्य सीट है. AIMIM ने दलित महिला कौशिका परमार को यहां से टिकट दिया है.
Gujarat Assembly Polls 2022: गुजरात विधानसभा चुनाव में जहां सभी सीटों पर आम आदमी पार्टी पहली बार लड़ रही है तो वहीं ओवौसी की एआईएमआईएम ने भी अपने प्रत्याशियों को कई सीटों पर उतार कर मुकाबला दिलचस्प बना दिया है. पार्टी का पूरा ध्यान मुस्लिम और दलित वोटरों पर है. 2021 में निकाय चुनाव हुए थे जिसमें पार्टी ने 26 सीटें हासिल की थी. इस साल मई से ही ओवैसी लगातार गुजरात का दौरा कर रहे हैं. वे अलग-अलग जिलों में जाकर लोगो से जनसंवाद भी कर रहे हैं. ओवैसी की पार्टी ने पहले ये तय किया था कि पार्टी 40 से 45 सीटों पर चुनाव लड़ सकती है लेकिन अब पार्टी केवल 13 सीटों पर चुनाव लड़ रही जिसमें 6 सीटों की वोटिंग पहले चरण में होनी है.
पार्टी के कुछ उमीदवार ऐसे हैं जो अपना पहला चुनाव लड़ने वाले हैं. पहले के चुनावों में, कांग्रेस को गुजरात में मुस्लिम वोटों का एकमात्र प्रमुख दावेदार माना जाता था, लेकिन इस बार मुख्य विपक्षी दल को अल्पसंख्यक मतदाताओं को अपने पक्ष में करने के लिए छोटे दलों से कड़ी प्रतिस्पर्धा का सामना करना पड़ रहा है. पार्टी को AIMIM और आप से कड़ी टक्कर मिल सकती है. 2017 के चुनावों में कांग्रेस पार्टी के सिर्फ तीन मुस्लिम विधायक जीते थे. हालांकि,यह प्रदर्शन संख्या में 2012 से बेहतर थी जब सिर्फ दो विधायक थे. कांग्रेस के गढ़ वाले क्षेत्रों में AIMIM अपना पूरा ध्यान लगा रही है और लोगों को रुझाने की कोशिश भी कर रही है.
क्या है ओवैसी का दानीलिमडा सीट पर दांव?
अहमदाबाद की दानीलीमडा विधानसभा सीट एक मात्र ऐसी सीट है जहां बीजेपी आज तक अपना परचम नहीं लहरा पाई. इस सीट पर कांग्रेस का राज 1975 से चल रहा है. यह मुस्लिम बाहुल्य सीट है. यहां पर करीब 2 लाख 62 हज़ार मतदाता है. यहां पर 1, 72,000 मुस्लिम मतदाता है. दानीलीमिडा दलितों के लिए आरक्षित सीट है. एआईएसआईएस ने यहां से दलित महिला कौशिका परमार को प्रत्याशी बनाया है. AIMIM के आने से आप और कांग्रेस के वोटों का गणित बिगड़ने की संभावना है. हालांकि AIMIM ऐसे सभी आरोपों को खारिज करती है.
AIMIM के प्रमुख साबिर काबलीवाला इसे गलत ठहराते हुए कहते हैं कि अगर कोई पार्टी राज्य में विपक्ष के वोट को बांट कर रही है, तो वह आम आदमी पार्टी है. काबलीवाला कहते हैं कि आप का राज्य में कोई पार्टी स्तर का संगठन नहीं है और न ही यह किसी ऐसे उम्मीदवार को खड़ा कर रही है जो चुनाव जीत कर पार्टी को सीट दिला पाएगी. उन्हें सूरत नगर निगम में कुछ सीटें सिर्फ इसलिए मिलीं क्योंकि जनता में बीजेपी के लिए असंतुष्टि थी.
इमरान खेड़ावाला जो जमालपुर-खड़िया मौजूदा विधायक है. उनका मानना है की उनकी सीट पर मुस्लिम-हिंदू अनुपात 60:40 है लेकिन अगर उनको हिन्दू समुदाय के लोगों का वोट न मिले तो वह विजय हासिल नहीं कर सकते है.
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