Gujarat Assembly Election 2022: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 20 नवंबर को गुजरात विधानसभा चुनाव के लिए आधिकारिक तौर पर प्रचार अभियान का बिगुल फूंकेंगे. वह सौराष्ट्र क्षेत्र में तीन जनसभाएं करने वाले हैं. इस प्रचार अभियान को लेकर प्रधानमंत्री के राज्य भर में लगभग 30 रैलियां हो सकती हैं.


पीएम मोदी के प्रचार अभियान की शुरुआत सौराष्ट्र क्षेत्र से होने का अपना महत्व है. बीजेपी इस बार किसी भी हाल में इस क्षेत्र में अपना प्रदर्शन सुधारना चाहती है. सौराष्ट्र क्षेत्र में कुल 182 विधानसभा सीटों में से 48 सीटें हैं. किसी भी पार्टी के लिए इस क्षेत्र की 48 सीटें सरकार बनाने के लिए काफी महत्वपूर्ण हैं.


सौराष्ट्र के जिस क्षेत्र में पाटीदार और अन्य पिछड़ा वर्ग (ओबीसी) मतदाताओं का वर्चस्व है, वहां कांग्रेस 2017 में पिछले चुनावों में 15 से 28 सीटें हासिल करने में सफल रही थी. इस क्षेत्र में पार्टी के प्रभावशाली प्रदर्शन का श्रेय पाटीदार आरक्षण आंदोलन को दियाA जा सकता है.


हालांकि, पिछली बार से इस बार तस्वीर इसलिए थोड़ी अलग है क्योंकि बीजेपी विरोधी पाटीदार आंदोलन का मुख्य चेहरा हार्दिक पटेल अब खुद बीजेपी में शामिल होकर इस चुनाव में लड़ रहे हैं. 


बीजेपी का दावा- इस बार बीजेपी का प्रदर्शन इस क्षेत्र में बेहतर होगा


वरिष्ठ बीजेपी नेता यमल व्यास ने द हिंदू को बताया कि इस बार बीजेपी इस क्षेत्र में बेहतर प्रदर्शन करने जा रही है. उन्होंने कहा, ''सुधार की तो बात ही छोड़िए, इस बार कांग्रेस के लिए अपनी पिछली संख्या बरकरार रखना बेहद असंभव है. 2017 में, उन्होंने पाटीदार आंदोलन को भुनाने की कोशिश की और अधिक सीटें इस क्षेत्र में हासिल करने में कामयाब रहे.''


2017 में, कांग्रेस ने इस क्षेत्र में अधिकांश सीटें जीतीं और पार्टी के कई लोगों का मानना ​​है कि यह पाटीदारों का आंदोलन था जिसने कांग्रेस को भाजपा को कड़ी टक्कर देने में मदद की. BJP को उम्मीद है कि वह अपनी सीटों की संख्या में इस बार सुधार करेगी और 127 सीटों के अपने ही रिकॉर्ड को तोड़ देगी.


बीजेपी नेता का मानना ​​है कि पहली बार गुजरात चुनाव लड़ रही आम आदमी पार्टी इस क्षेत्र में वोटों का बंटवारा कर कांग्रेस का खेल बिगाड़ सकती है. हालांकि आप भी यहां कोई सीट नहीं जीत पाएगी.


बता दें आम आदमी पार्टी ने गुजरात में अपना सीएम फेस इसुदान गढ़वी को बनाया है जो पाटीदार समदाय से हैं. वो देवभूमि द्वारका जिले के खंभालिया से चुनाव लड़ेंगे. 


आप का दावा- सौराष्ट्र में हम कम से कम 25 विधानसभा सीटें जीतेंगे


सत्तारूढ़ दल के दावों को दरकिनार करते हुए आप के वरिष्ठ नेता योगेश जाडवानी ने कहा कि वे क्षेत्र में कम से कम 25 विधानसभा सीटें जीतेंगे. उन्होंने कहा, 'इस बार लड़ाई गुजरात के लोगों और भाजपा के बीच है. निश्चित तौर पर जो लोग हमारे साथ हैं, उनकी जीत होगी. कांग्रेस के पास एक अंक की सीटें रह जाएंगी.'


क्या हुआ था पिछले चुनाव में?
बीजेपी सौराष्ट्र में शुरू से ही मजबूत रही है. लेकिन 2017 में पाटीदार आंदोलन के चलते उसे झटका लगा था. कांग्रेस ने इस इलाके में बीजेपी को जबरदस्त शिकस्त दी थी. शायद इसकी वजह यह भी थी कि तब पाटीदार आंदोलन के अगुवा हार्दिक पटेल कांग्रेस में थे. कांग्रेस ने सौराष्ट्र में 45 फीसदी वोट और सबसे अधिक 30 सीटें हासिल की थी. वहीं बीजेपी की सीटों की संख्या घटकर 23 हो गई थी. इससे पहले के चुनाव की बात करें तो साल 2012 के विधानसभा चुनाव में बीजेपी ने यहां 35 सीटें जीती थी.