Gujarat Assembly Election 2022: गुजरात चुनाव में एआईएमआईएम (AIMIM) चीफ असदुद्दीन ओवैसी अब नए दांव के साथ मैदान में उतर गए हैं. अहमदाबाद में मुस्लिम बहुल मिर्जापुर इलाके में रविवार (6 नवंबर) को हुई सभा में ओवैसी ने गुजरात में कम होती बूचड़खानों (Slaughterhouse) की संख्या का मुद्दा उठा दिया. ओवैसी (Asaduddin Owaisi) ने मुस्लिम समुदाय से वादा किया है कि अगर उनकी पार्टी के उम्मीदवार जीतते हैं तो राज्य में स्लॉटर हाउस की संख्या बढ़ाने के लिए संघर्ष करेंगे. 


ओवैसी स्लॉटर हाउस वाले एक दांव से दो निशाने लगा रहे हैं. एक तरफ तो वो ये बताने की कोशिश कर रहे हैं कि आप-कांग्रेस को मुस्लिमों के मुद्दों की चिंता नहीं है और दूसरी तरफ उनकी नजर मीट कारोबार से जुड़े कुरैशी समुदाय पर है. अब आपको बताते हैं कि ओवैसी ने स्लॉटर हाउस वाला मुद्दा उठाकर वोट के लिए मुस्लिमों की कौन सी नब्ज दबाई है. 


असदुद्दीन ओवैसी ने क्या कहा?


असदुद्दीन ओवैसी ने कहा कि, "गुजरात में 36 स्लॉटर हाउस हैं जिनमें से 32 बंद हो चुके हैं और केवल 4 काम कर रहे हैं. हमारे कुरैशी की भाइयों की बहुत बड़ी तादाद यहां पर रहती है. आप हमारे उम्मीदवार को जितवा दो, मैं आपसे वादा करता हूं कि आपके कारोबार को बढ़ाने का काम करेंगे." गुजरात में मांसाहार करने वाले ज्यादातर लोग मुस्लिम आबादी के हैं. मांस का कारोबार करने वाले भी मुस्लिम समुदाय से ही जुड़े हैं. 


ओवैसी के टारगेट पर कुरैशी वोट!


अहमदाबाद के जिस मिर्जापुर इलाके में ओवैसी की सभा थी वहां मांस का कारोबार करने वाले कुरैशी समुदाय के लोग हैं और ओवैसी के टारगेट पर कुरैशी वोट ही था. गुजरात में स्लॉटर हाउस की कमी के चलते मांस कारोबारियों को नुकसान हो रहा है. मिर्जापुर मीट मार्केट के कारोबारियों के मुताबिक उन्हें एक हफ्ते में सिर्फ 212 पशु काटने की इजाजत है जबकि वो 400 पशु काटने की मांग कर रहे हैं क्योंकि डिमांड बढ़ गई है. अब ओवैसी ने ये मुद्दा उठाया तो इसका असर भी दिख रहा है.


ओवैसी की चुनावी राजनीति को अगर गौर से देखें तो वो स्थानीय स्तर पर मुस्लिमों के ऐसे ही मुद्दे उठाकर मुस्लिम वोटों पर दावा करने वाली विपक्ष की पार्टियों को घेरते हैं. गुजरात AIMIM के अध्यक्ष साबिर काबलीवाला भी दावा कर रहे हैं कि अगर उनके विधायक जीते तो स्लॉटर हाउस का मुद्दा वो उठाएंगे. 


53 सीटों पर मुस्लिमों का प्रभाव


स्लॉटर हाउस का मुद्दा मुसलमानों के लिए बड़ा मुद्दा हो सकता है. गुजरात में 10 फीसदी मुस्लिम आबादी है और 53 सीटों पर मुस्लिमों का अच्छा खासा प्रभाव है. अब तक मुस्लिमों की बड़ी आबादी कांग्रेस को वोट दे रही थी, लेकिन इस बार आम आदमी पार्टी भी उस पर दावा कर रही है. मुस्लिम वोट बंटा तो बीजेपी को फायदा होगा यही वजह है कि आप और कांग्रेस दोनों ओवैसी को बीजेपी की बी टीम कहते हैं, लेकिन ओवैसी आप और कांग्रेस दोनों को निशाने पर लेते हैं. 


केजरीवाल पर साधा निशाना


आप संयोजक और दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल पर निशाना साधते हुए असदुद्दीन ओवैसी ने कहा कि छोटा रिचार्ज कह रहा है कि मैं छोटा मोदी हूं मैं बड़ा मोदी बनना चाहता हूं. इनके नक्शेकदम पर चल रहा हूं. दिल्ली में इनके कारनामे हम देख रहे हैं. ओवैसी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को भी निशाने पर लेकर ये बताने की कोशिश की है कि अगर बीजेपी की मुखालफत कोई कर सकता है तो सिर्फ वो कर सकते हैं. उन्होंने कहा कि पीएम मोदी ने गुजरात में एक चीज बनाई मोरबी का ब्रिज, आपने गुजरात को नहीं बनाया, आपने गुजरात की जनता को बेवकूफ बनाया है, आपने मायाजाल बनाया है.


आप और कांग्रेस ओवैसी को बीजेपी का प्रयोग बताती है तो दूसरी तरफ ओवैसी (Asaduddin Owaisi) मुस्लिम वोटों की राजनीति में रोज नए प्रयोग कर रहे हैं. स्लॉटर हाउस (Slaughterhouse) वाला मुद्दा उछालकर उन्होंने गेंद कांग्रेस-आप के पाले में फेंक दी है. अब देखते हैं चुनाव में इसका कितना असर होता है. बता दें कि, गुजरात में 1 और 5 दिसंबर को मतदान होना है और नतीजे 8 दिसंबर का आएंगे. 


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