Gujarat Assembly Elections 2022: गुजरात के वाघोडिया सीट से 6 बार के 'दबंग' विधायक मधु श्रीवास्तव की कुल कितनी है संपत्ति ? जानकर उड़ जाएंगे आपके होश
Gujarat Assembly Elections 2022: 6 बार से बीजेपी के विधायक मधु श्रीवास्तव इस बार निर्दलीय चुनाव लड़ रहे हैं. बीजेपी ने उनका इस बार टिकट काट दिया है.
Gujarat Assembly Elections 2022: गुजरात में विधानसभा चुनाव होने में केवल 2 दिनों का समय रह गया है. भारतीय जनता पार्टी (BJP) ने करीब अपने 30 फीसदी मौजूदा विधायकों के टिकट काट दिए हैं. इसके बाद कई विधायकों ने बगावती तेवर भी पार्टी को दिखाए हैं. कई नेताओं ने निर्दलीय नामांकन पर्चा भरा है. वाघोडिया विधानसभा सीट से 6 बार के विधायक रह चुके मधु श्रीवास्तव का टिकट भी बीजेपी ने काट दिया था. श्रीवास्तव अपने दबंग अंदाज के लिए जाने जाते हैं. साल 1995 में वह पहली बार इसी सीट से निर्दलीय चुनाव लड़ा था. इसके बाद वह बीजेपी में शामिल हो गए थे.
मधु श्रीवास्तव साल 2002 में हुए बेस्ट बेकरी दंगे मामले में आरोपी भी हैं. बीजेपी से टिकट कटने के बाद पार्टी के कई बड़े नेताओं ने उन्हें मनाने की खूब कोशिश की लेकिन वह नहीं मानें. उन्होंने निर्दलीय नामांकन पर्चा भरा है.
कितनी है कुल संपत्ति
मधु श्रीवास्तव ने नामांकन पर्चा के हलफनामे में अपना मुख्य व्यवसाय कृषि बताया है. उन्होंने श्री कृष्णा डेवलपर्स और होटल लीलाबा में भी अपनी हिस्सेदारी बताई है. मधु श्रीवास्तव के पास कुल 5.67 करोड़ की चल संपत्ति है. उनके पास कुल 3.87 करोड़ की अचल संपत्ति है. इनमें वड़ोदरा और नर्मदा में कई कृषि भूमि, गैर-कृषि भूमि पार्सल, वडोदरा में दो वाणिज्यिक परिसर और वडोदरा और गांधीनगर में एक होटल और आवासीय भूखंड / आवास शामिल है. इनके पत्नी और बेटी के नाम से जो भी संपत्ति है, वह घोषित संपत्ति में शामिल हैं.
कहां से विधायक हैं मधु श्रीवास्तव
मधु श्रीवास्तव गुजरात की वाघोडिया सीट से मौजूदा विधायक हैं. बीजेपी से टिकट नहीं मिलने की वजह से इस बार वह निर्दलीय उम्मीदवार के रूप में चुनाव के मैदान में उतर रहे हैं. अपने कार्यकर्ताओं से बात करते हुए उन्होंने कहा था कि वह किसी से डरते नहीं हैं. उनका यह भी दावा है कि अभी उनके अंदर का बाहुबली जिंदा है. वह कहते है कि 'अगर कोई आपका कॉलर पकड़ ले तो उसके घर में घुसकर गोली नहीं मारा तो मेरा नाम मधु श्रीवास्तव नहीं'. जिसे लड़ना हो मैदान में आ सकता है, किसी से डरने की जरुरत नहीं.
मनाने की हुई थी कोशिश
मनाने के लिए बीजेपी गुजरात अध्यक्ष सीआर पाटिल और हर्ष सांघवी समेत कई नेताओं ने उनसे बातचीत भी की लेकिन सारे विकल्प असफल रहे. उनके साथ 500 कार्यकर्ताओं ने भी बीजेपी से इस्तीफा दिया है. 1996 में उन्होंने अपना सियासी सफर शुरू किया था. 2002 में वडोदरा में दंगों के बेस्ट बेकरी केस के मामले में भी मधु श्रीवास्तव को जेल की हवा खानी पड़ी थी. बाद में वह निर्दोष साबित हुए. मधु श्रीवास्तव अपने दबंग अंदाज़ के लिए जाने जाते है.