Gujarat Assembly Elections 2022: गुजरात में इस समय चुनाव का मौसम चल रहा है. हर दल-हर नेता इसी कोशिश में लगे हुए हैं कि लोगो का विश्वास जीत कर प्रदेश में सरकार बनाएं. गुजरात में हर साल जब चुनाव हुआ करता था तो सीधा मुक़ाबला कांग्रेस और बीजेपी के बीच हुआ करता था लेकिन इस साल आप की एंट्री से मौहाल और रोमांचिक हो चूका है. वहीं भास्कर की रिकोर्ट के मुताबिक बीजेपी कांग्रेस और आप के अलावा गुजरात विधानसभा चुनाव में इस बार कुल इकहत्तर सियासी दल मैदान में हैं. पहले चरण के मतदान के लिए कुल 339 निर्दलीय प्रत्याशी भी मैदान में हैं.
71 पार्टियों में ऑटो रिक्शा चालकों की भी पार्टी है. इनका जनता पर काफी प्रभाव होता है. इस वोट बैंक को लुभाने के लिए पार्टियां कोशिश करती है ख़ास तौर पर चुनाव के प्रचार के लिए रिक्शा का इस्तेमाल करने का ट्रेंड पुराना है. इस बार इस आबादी ने अपनी खुद की पार्टी, जन सेवा चालक पार्टी लॉन्च की है. ऑटो रिक्शा चालक अपने पहियों के द्वारा शासन की सत्ता तक पहुंचने का प्रसास कर रहे हैं. उन्हें लगता है कि उनके मुद्दों को लगातार अनदेखा किया गया है, इसलिए वे अब खुद सत्ता में जाकर अपनी समस्याओं का समाधान निकालेगें.
पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष प्रवीण तिवारी हैं जिनको ऐसा लगता है कि सभी दल उनके समुदाय के साथ अच्छा व्यवहार नहीं करते. उन्होंने कहा, 'हमने पार्टी का निर्माण सभी ड्राइवरों का प्रतिनिधित्व करने के लिए किया, न कि केवल ऑटो चालकों के लिए. हम ड्राइवरों से अपनी गरिमा और अधिकारों के लिए मतदान करने की अपील करते हैं."
गुजरात नवनिर्माण सेना जैसी कुछ पार्टियों ने गुजरात में एक क्रांति की आवश्यकता का समर्थन किया है. गरवी गुजरात पार्टी गुजरात के इतिहास और गौरव को फिर से स्थापित करना चाहती है जबकि गुजरात सर्व समाज पार्टी जाति की राजनीति से ऊपर उठने को बढ़ावा देती है. धनवान भारत पार्टी ने दूसरे चरण के लिए अहमदाबाद से एक अकेले प्रत्याशी को खड़ा किया है. कुल मिलाकर रगुजरात की राजनीति में मुख्य पार्टियों के अलावा भी कई राजनीतिक दल अपनी किस्मत आजमा रहे हैं.