Gujarat Assembly Elections 2022:  गुजरात विधानसभा चुनाव के दौरान कई सीटें ऐसी हैं, जो काफी महत्वपूर्ण मानी जा रही हैं. इनमें गोधरा विधानसभा सीट भी है, जो चुनाव के केंद्र में चर्चा का कारण बनी हुई है. इस सीट पर भारतीय जनता पार्टी (BJP) का कब्जा है. इस सीट पर बीजेपी के मौजूदा विधायक सी. के. राउल को पार्टी ने इस बार भी टिकट दिया है. गोधरा सीट को सांप्रदायिक रूप से संवेदनशील माना जाता है. इस सीट पर ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन (एआईएमआईएम) इस बार के विधानसभा चुनाव में अपनी सियासी जमीन को मजबूत करने की पूरी कोशिश कर रही है. साल 2021 में हुए निकाय चुनाव में इस पार्टी को काफी बढ़त मिली थी.  



असदुद्दीन ओवैसी की पार्टी को उम्मीद है कि उनको इस चुनाव में मुस्लिम मतदाताओं का भरपूर समर्थन मिलेगा और बाकी उम्मीदवारों के बीच मतों का बंटवारा होगा. इससे उनकी जीत की राह आसान हो सकती है.

निकाय चुनाव में मिली थी जीत

एआईएमआईएम ने पिछले साल हुए गोधरा नगर पालिका के चुनाव में सात सीटें हासिल की थी और बीजेपी को निकाय की सत्ता से दूर रखने के लिए निर्दलीयों के साथ समझौता भी किया था. ओवैसी की पार्टी के समर्थन से निर्दलीय कैंडिडेट संजय सोनी फरवरी 2021 में नगरपालिका के अध्यक्ष बने, लेकिन पिछले साल नवंबर में बीजेपी का समर्थन मिलने के बाद उन्होंने एआईएमआईएम का साथ छोड़ दिया. इस बार गोधरा विधानसभा सीट पर एआईएमआईएम अपनी पकड़ और मजबूत बनाने और जीतने की कोशिश कर रही है.
 
गोधरा गुजरात की उन 14 विधानसभा सीटों में से एक है जहां एआईएमआईएम इस बार चुनाव लड़ रही है. ओवैसी ने यहां से अपने उम्मीदवार हसन शब्बीर कच्बा के समर्थन में एक बड़ी सभा को संबोधित किया था.

कांग्रेस ने किसे दिया टिकट

कांग्रेस (Congress) ने इस सीट से रश्मिता बेन चौहान को टिकट दिया है. आम आदमी पार्टी (AAP) ने राजेश भाई पटेल को अपना उम्मीदवार बनाया है. एआईएमआईएम के पार्षदों का आरोप है कि गोधरा की मुस्लिम बहुल बस्तियों को विकास से उपेक्षित रखा गया था. यहां के लोगों को सड़क, साफ-सफाई और पानी की बुनियादी सुविधाएं नहीं मिल पा रही थी. पार्षद फैसल सुलेजा ने कहा है कि ‘‘ विकास हुआ है, लेकिन सिर्फ 50 प्रतिशत इलाके में ही हुआ है.’’

एआईएमआईएम के पार्षद ने क्या कहा

एआईएमआईएम के एक और पार्षद इसहाक एम गनी भाई ने कहा है कि उनकी पार्टी के पार्षदों ने यह सुनिश्चित किया कि विकास का पैसा समान रूप से सभी इलाकों को मिले. गोधरा विधानसभा में करीब 2,79,000 मतदाता हैं, जिनमें 72,000 मुस्लिम हैं. गनी भाई का कहना है कि अगर मुस्लिम मतदाताओं ने पूरा समर्थन दिया तो बहुकोणीय मुकाबले में एआईएमआईएम की जीत पक्की है. हालांकि, निकाय चुनाव निर्दलीय लड़ चुकीं सोफिया अनवा जमाल ने कहा है कि एआईएमआईएम सिर्फ वोटों का बंटवारा करेगी, जिसका फायदा आखिरकार बीजेपी को होगा.

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