Gujarat Election 2022: गुजरात में पिछले 27 साल से भारतीय जनता पार्टी की सरकार है. यह राज्य साल 1995 से ही बीजेपी का गढ़ बना हुआ है, बल्कि गुजरात वर्ममान में तो देश की राजनीति का केंद्र है क्योंकि यह पीएम नरेंद्र मोदी और गृह मंत्री अमित शाह का गृह राज्य है. इसके साथ ही गुजरात की सत्ता में आने के लिए बीजेपी भले ही लगातार सातवीं बार सरकार बनाने की तैयारी कर रही हों. लेकिन, गुजरात में कुछ ऐसी विधानसभा की सीटें हैं जहां से बीजेपी आजतक कभी चुनाव नहीं जीत पाई है.    


1962 में पहली बार हुए विधानसभा चुनाव
गुजरात में पहली बार साल 1962 में विधानसभा के चुनाव हुए थे. पहले चुनाव में कांग्रेस ने जीत हासिल करके सरकार बनाई थी, तब कांग्रेस ने 162 विधानसभा सीटों में से 113 सीटें जीती थीं. वहीं स्वतंत्र पार्टी ने 26, प्रजा सोशलिस्ट पार्टी ने 7 और निर्दलिय 17 सीटों पर उम्मीदवारों ने जीत हासिल की थी. 1962 से लेकर 2017 तक 13 विधानसभा के चुनाव हो चुके हैं. मगर इन सीटों पर कमल खिलाने की चुनौती आज भी बीजेपी के सामने है.


यह सीटें आणंद जिले की बोरसद, भरुच जिले की झगडिया, तापी जिले की व्यारा, खेड़ा की महुधा, आणंद की अंकलव, अहमदाबाद की दानिलिम्दा और दाहोद जिले की गरबाडा विधानसभा सीटें हैं.    


बोरसद सीट से स्वतंत्र पार्टी जीती
साल 1962 में हुए पहले विधानसभा चुनाव में बोरसद सीट से स्वतंत्र पार्टी के मगनभाई वंशजीभाई पटेल ने कांग्रेस के रमनलाल धनाभाई पटेल को हराया था. वहीं 2017 के चुनाव में कांग्रेस के राजेंद्र सिंह धीर सिंह परमार ने बीजेपी के सोलंकी नयनाबेन रमनभाई को मात दी थी. इसी तरह से झगडिया से पहली बार कांग्रेस के वसावा धनुबेन दलपतभाई ने स्वतंत्र पार्टी के अमरसंग गोविंद भील को हराया था और 2017 में भारतीय ट्राईबल पार्टी के छोटू वसावा ने जीत हासिल की थी. 


व्यारा से कांग्रेस के पृथ्वीराज चौधरी जीते
तापी जिले की व्यारा विधानसभा सीट से पहली बार कांग्रेस के पृथ्वीराज गंगजीभाई चौधरी जीते थे, जबकि साल 2017 में कांग्रेस के पुनाभाई ढेडाभाई गामित ने बीजेपी के चौधरी अरविंद भाई को हराया था. साल 1972 में खेड़ा की महुधा सीट पर हुए पहली बार चुनाव में कांग्रेस (ओ) के हरमनभाई एन. पटेल ने कांग्रेस के अहमदमिया एम पीजादा को हराया था. वहीं 2017 के चुनाव में कांग्रेस के इंद्रजीत सिंह नटवर सिंह परमार ने बीजेपी के भरत सिंह परमार को हराया.
 
इसी तरह से आणंद की अंकलव, अहमदाबाद की दानिलिम्दा और दाहोद जिले की गरबाडा विधानसभा सीट पर बीजेपी कभी कमल नहीं खिला पाई है.    


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