Gujarat Election 2022 : गुजरात में, राज्य चुनाव आयोग ने दिसंबर 2020 में कई नए चुनाव चिन्हों की शुरुआत की. चुनाव में पहली बार इनका उपयोग किया जाएगा. राज्य चुनाव आयोग की वेबसाइट के अनुसार, 10 राजनीतिक दलों को आरक्षित चुनाव चिह्न दिए गए हैं और इनमें आम आदमी पार्टी (AAP) के लिए झाड़ू, राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (ANCP) के लिए घड़ी, समाजवादी पार्टी (SP)के लिए साइकिल आदि शामिल हैं. गैर-मान्यता प्राप्त राज्य स्तरीय दलों के पास भारतीय राष्ट्रीय जनता दल के लिए नारियल के खेत, भारतीय सार्वजनिक पार्टी के लिए एक बल्लेबाज, अखिल भारत हिंदू महासभा के लिए नारियल, राष्ट्रीय जन क्रांति पार्टी के लिए बांसुरी आदि चिन्ह हैं. कुल मिलाकर ऐसे 39 चिन्हों को आयोग द्वारा आवंटित किया गया है.


निर्दलीय उम्मीदवारों के चयन के लिए कुल 168 चुनाव चिह्न हैं. इनमें  एयर कंडीशनर, सीसीटीवी कैमरा, कंप्यूटर माउस,इलेक्ट्रिकल एक्सटेंशन बोर्ड, हेडफोन, लैपटॉप, नूडल्स, पेन ड्राइव, फोन चार्जर और वैक्यूम क्लीनर शामिल हैं. सेंट्रल यूनिवर्सिटी ऑफ गुजरात (सीयूजी) में राजनीति विज्ञान के सहायक प्रोफेसर प्रिय रंजन कुमार ने टीओआई से कहा,''एक चिन्ह एक पहचान है जिसका उपयोग राजनीतिक दल या निर्दलीय उम्मीदवार मतदाताओं के साथ संवाद करने के लिए करते हैं. पहले, हम खेती और ग्रामीण जीवन से जुड़े चिन्हों को देखते थे जिनमें पशुधन, किसान, अनाज आदि शामिल थे''


दूसरों से अलग रहने के लिए हमारी खुद कि पहचान महत्वपूर्ण हो जाती है


एक अधिकारी ने कहा, "यदि एक चिन्ह एक से अधिक व्यक्तियों या पार्टी द्वारा चुना जाता है, तो एक ड्रॉ निकाला जाता है और फिर आवंटन किया जाता है." 2017 के चुनाव में अहमदाबाद से हीरे के चुनाव चिह्न पर लड़े थे, उन्होंने कहा कि उनका अभियान चिन्ह के आसपास केंद्रित था. "जब हमारे पास प्रमुख राजनीतिक दलों का समर्थन नहीं होता है, तो दूसरों से अलग रहने के लिए हमारी खुद कि पहचान महत्वपूर्ण हो जाती है,"