Gujarat Election 2022: पहले चरण में इन 10 मंत्रियों की अग्निपरीक्षा, जानिए किस-किस की किस्मत दांव पर
गुजरात चुनाव में बीजेपी के कुछ मंत्रियों की किस्मत दांव पर है.वह पहले से ही राज्य में मंत्री के पद पर हैं. ऐसे में उन सभी के लिए अपनी प्रतिष्ठा को बचाए रखना बड़ी चुनौती है.
Gujarat Assembly Election 2022: गुजरात विधानसभा के चुनावों के पहले चरण के मतदान में केवल कुछ ही घंटो का समय बचा है. कल जनता कई प्रत्याशियों की किस्मत तय करेगी. कल पहले चरण में जिन 89 सीटों पर मतदान हैं उनमें कई ऐसे नेताओं की किस्मत भी दांव पर है जो पहले से ही सरकार मेंं मत्री पद पर हैं. पहले चरण के 89 सीटों के मतदान में राज्य के 11 मंत्रियों की किस्मत दांव पर लगी हुई है. जानिए वह कौन से मंत्री है जिनकी किस्मत दांव पर लगी हुई है.
1. किरीट सिंह राणा – बीजेपी के नेता किरीट सिंह राणा लींबड़ी विधानसभा सीट से बतौर दावेदार चुनाव लड़ेंगे. वह सुरेंद्रनगर जिले की लींबड़ी सीट से ही विधायक हैं. वह गुजरात के वर्तमान मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल सरकार में वन और पर्यावरण मंत्री के पद पर आसीन हैं. किरीट सिंह राणा गुजरात के सौराष्ट्र रीजन से तालुक रखते हैं और क्षत्रिय समाज से हैं. वह साल 1995 में पहली बार विधायक बने थे. इसके अलावा राणा 5 बार के विधायक रह चुके हैं.
2. राघवजी पटेल – जामनगर ग्रामीण (जामनगर) से बीजेपी उम्मीदवार के रूप में राघवजी पटेल चुनाव लड़ रहे हैं. वह भूपेंद्र पटेल सरकार में कृषि और पशुपालन मंत्री हैं और वर्तमान में जामनगर जिले की जामनगर ग्रामीण सीट से विधायक हैं. राघवजी पटेल गुजरात के सौराष्ट्र क्षेत्र के निवासी हैं और वह लेउवा पटेल समाज से संबंध रखते हैं. बता दें कि राघवजी साल 1990 में पहली बार विधायक बने थे. इसके अलावा वह 6 बार के विधायक रह चुके हैं. हालांकि उनको साल 1985 में केशुभाई पटेल के खिलाफ हार का सामना करान पड़ा था.
3. देवाभाई मलम - गुजरात बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष रह चुके देवभाई केशोद (जूनागढ़) से बतौर उम्मीदवार चुनाव में खड़े हुए हैं. लेकिन वह वर्तमान में भावनगर जिले की भावनगर पश्चिम सीट से विधायक हैं. वह भी गुजरात के सौराष्ट्र रीजन से आते हैं. देवाभाई मलम का लेउवा पटेल समाज से ताल्लुक है. हांलाकि वह अब तक सिर्फ 2 बार ही विधायक बने हैं, वह साल 2007 में शक्ति सिंह गोहिल से चुनाव हारे थे.
4. मुकेश पटेल – बीजेपी के मुकेश पटेल ओलपाड (सूरत) से विधानसभा का चुनाव लड़ रहे हैं. वह भूपेंद्र पटेल सरकार में कृषि और ऊर्जा विभाग में राज्यमंत्री हैं. वर्तमान में मुकेश सूरत जिले की ओलपाड सीट से विधायक हैं. वह दक्षिण गुजरात के निवासी हैं और कोली पटेल समाज से संबंध रखते हैं. बता दें कि वह 2012 में पहली बार विधायक बनें थे. इसके अलावा 2 बार के विधायक रहे मुकेश ओलपाड के पूर्व विधायक किरीट पटेल के पीए भी रह चुके हैं.
5. हर्ष संघवी – बीजेपी के मजुरा (सूरत) से चुनाव लड़ रहे हर्ष संघवी भूपेंद्र पटेल सरकार में युवा, खेल, आबकारी और जेल राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) हैं. वह सूरत जिले की मजूरा सीट से बीजेपी के विधायक हैं. बता दें कि वह बीजेपी युवा मोर्चे के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष भी रह चुके हैं. हर्ष दक्षिण गुजरात क्षेत्र के निवासी हैं. वह जैन समाज के हैं. इसके अलावा वह लगातार 2 बार के विधायक रह चुके हैं. उनकी सबसे खास बात यही है कि वह 2012 की विधानसभा के सबसे युवा विधायक थे.
6. विनोद (वीनू) मोराडिया - भूपेंद्र पटेल सरकार में शहरी आवास और विकास राज्यमंत्री विनोद कतारगाम (सूरत) के बतौर प्रत्याशी के रूप में चुनावी मैदान में हैं. हालांकि वह वर्तमान में ही सूरत जिले की कतारगाम सीट से विधायक हैं. बीजेपी के विनोद लेउवा पटेल समाज से हैं और दक्षिण गुजरात क्षेत्र से आते हैं. वह विधायक चुने जाने से पहले नगर निकाय में 3 बार पार्षद रह चुके हैं. विनोद मोराडिया केवल एक बार के विधायक हैं.लेकिन इस बार के चुनाव में उनका मुकाबला आम आदमी पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष गोपाल इटालिया से है.
7. पूर्णेंश मोदी – बीजेपी के पूर्णेंश मोदी सूरत पश्चिम (सूरत) के निर्वाचन क्षेत्र से चुनाव लड़ रही हैं. वह भूपेंद्र पटेल सरकार में सड़क-परिवहन, नागरिक उड्डयन और पर्यटन मंत्री हैं. वर्तमान में वह सूरत जिले की सूरत पश्चिम सीट से विधायक हैं. वह दक्षिण गुजरात से आते हैं और मोधवानिक समाज से हैं. बता दें कि पीएम मोदी भी मोधवानिक समाज से ही हैं. पूर्णेंश मोदी 2013 में पहली बार उपचुनाव में विधायक बनें थे. इसके अलावा वह सूरत शहर के 2010 से 2016 तक बीजेपी के जिलाध्यक्ष भी रहे हैं.
8. नरेश पटेल – गुजरात सरकार में जनजातीय विकास, खाद्य और नागरिक आपूर्ति के मंत्री नरेश पटेल गणदेवी (नवसारी) के बतौर उम्मीदवार चुनाव लड़ रहे हैं. वह वर्तमान में नवसारी जिले की गणदेवी सीट से विधायक हैं. आदिवासी ढोडिया पटेल दक्षिण गुजरात से आते हैं. वह 2007 में पहली बार विधायक बने थे अब तक वह 2 बार के विधायक रह चुके हैं. वैसे तो नरेश पटेल पेशे से किसान हैं और बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष सी आर पाटिल के करीबी हैं.
9. कनुभाई देसाई – बीजेपी के मंत्री कनुभाई देसाई परडी (वलसाड) से चुनाव लड़ेंगे. वह गुजरात सरकार में वित्त, ऊर्जा और पेट्रोकेमिकल मंत्री हैं और फिलहाल वह वलसाड जिले की परडी सीट से विधायक हैं. कनुभाई ब्राह्मण समाज से तालुक्क रखते हैं और दक्षिण गुजरात के निवासी हैं. वह 2012 में पहली बार विधायक बने थे अब तक वह 2 बार के विधायक रह चुके हैं. बता दें कि वह यूनाईटेड फॉसफोरस लिमिटेड के जनरल मैनेजर से रिटायर होकर राजनीति के क्षेत्र में आए थे.
10. जीतू चौधरी – गुजरात सरकार में मत्स्य पालन विभाग के राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) जीतू चौधरी कपराडा (वलसाड) क्षेत्र से चुनाव लड़ेंगे. जीतू फिलहाल वलसाड जिले की कपराडा सीट से विधायक हैं. उन्होंने जून 2020 में बीजेपी की पार्टी को ज्वाइन किया था. जीतू 2021 में पहली बार मंत्री बने थे. वह दक्षिण गुजरात से आते हैं और कुनका आदिवासी समाज से हैं. जीतू साल 2002 से लगातार 5 बार विधायक रह चुके हैं. लेकिन 2017 में जीतू चौधरी ने कांग्रेस के टिकट पर गुजरात में 170 वोटों से सबसे कम अंतर से जीत हासिल की थी.
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