Gujarat Election 2022: गुजरात में पिछले 27 साल से भारतीय जनता पार्टी सरकार में बनी हुई है. इस बार भी बीजेपी अपने प्रचार अभियान में कोई कसर नहीं छोड़ रही है. लेकिन इस चुनाव में एक ऐसी विधानसभा है जहां के 18 गावों ने चुनाव का बहिष्कार करने का ऐलान किया है. नवसारी विधानसभा क्षेत्र के अंचेली सहित 17 अन्य गांवों के निवासियों ने सत्तारूढ़ बीजेपी सहित अन्य नेताओं को गांवों में प्रचार करने से रोकने के लिए बैनर लटकाए हैं. 


गांव वालों की पुरानी मांग
दरअसल, अंचेली रेलवे स्टेशन पर लोकल ट्रेन चलाने की गांव वालों की पुरानी मांग है, जो अभी तक पूरी हुई है. यही कारण है कि उन्होंने चुनाव का बहिष्कार करने का फैसला किया है. नवसारी बीजेपी के लिए काफी महत्वपूर्ण है क्योंकि नवसारी गुजरात बीजेपी के अध्यक्ष सीआर पाटिलका गृह जिला है. सीएर पाटिल जिले की नवसारी लोकसभा सीट से सांसद भी हैं. 


"ट्रेन नहीं तो वोट नहीं"
गुजरात में एक साथ 18 गांव के लोगों ने चुनाव का बहिष्कार ऐसे समय में किया है जब राज्य विधानसभा के चुनाव में 10 दिन से भी कम वक्त बचा है. अंचेली रेलवे स्टेशन के आसपास और गांवों में लगे बैनरों में लिखा है, "ट्रेन नहीं तो वोट नहीं. बीजेपी और अन्य राजनीतिक दल चुनाव प्रचार के लिए नहीं आएं. हमारी मांगे पूरी नहीं हुईं हैं, इसलिए हम चुनाव का बहिष्कार कर रहे हैं."


हितेश नायक नाम के एक शख्स ने समाचार एजेंसी एएनआई से बातचीत करते हुए कहा, "यहां विधानसभा क्षेत्र में कम से कम 18 गांवों के लोगों ने इस चुनाव का बहिष्कार किया है. उनकी ट्रेन के ठहराव के लिए मांग है, यह ट्रेन कोविड 19 से पहले यहां रुकती थीं. जो नियमित यात्री हैं, उन लोगों को समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है, वे मजबूर हैं. उन्हें निजी वाहन से जाने के लिए मजबूर किया जा रहा है, लोगों को प्रति दिन लगभग 300 रुपये खर्च करने पड़ेंगे." 


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