एक्सप्लोरर

Gujarat Election 2022: गुजरात में इस बार किसके समीकरण बिगाड़ेगा पटेल फैक्टर? जानें क्या है BJP, कांग्रेस और AAP का फॉर्मूला

Gujarat Election 2022: बीजेपी गुजरात में 1995 के बाद अजेय रही है. यानी कांग्रेस लाख कोशिशों के बावजूद मोदी और शाह के विजय रथ को यहां नहीं रोक पाई.

Gujarat Election 2022: पीएम मोदी के गृहराज्य गुजरात में चुनावों की तारीखों का ऐलान होना वाला है. चुनाव आयोग के ऐलान से पहले राज्य में बीजेपी और आम आदमी पार्टी के बीच तीखी जुबानी जंग देखने को मिल रही है. AAP के प्रदेश अध्यक्ष गोपाल इटालिया को लेकर बीजेपी ने मोर्चा खोल दिया है, क्योंकि इटालिया पाटीदार समाज से आते हैं, ऐसे में बीजेपी के तमाम बड़े नेताओं को उनके खिलाफ मैदान में उतार दिया गया है. इटालिया ने पीएम मोदी पर विवादित बयान दिया था, जिसे खूब उछाला जा रहा है. इस पूरी कवायद के पीछे गुजरात चुनाव में पटेल फैक्टर को माना जा रहा है. खासतौर पर बीजेपी और आम आदमी पार्टी की इस पर पैनी निगाहें हैं. 

गुजरात में पटेल फैक्टर का कितना असर?
गुजरात में हर विधानसभा और लोकसभा चुनावों में पटेल फैक्टर को काफी तवज्जो दी जाती है. तमाम बड़े और छोटे दल इस समाज को अपनी तरफ खींचने की हर कोशिश करते हैं. इस बार भी बीजेपी और आम आदमी पार्टी इसी कोशिश में जुटी हैं. ये तैयारी अभी की नहीं, बल्कि कई महीने पहले ही शुरू कर दी गई थी. 

अब पहले गुजरात में पटेल समुदाय की भागीदारी के कुछ आंकड़े आपको दिखाते हैं. गुजरात में पटेलों की आबादी करीब डेढ़ करोड़ यानी कुल आबादी का करीब 15 फीसदी है. इस आबादी के आंकड़े को अगर सीटों में बदलकर देखें तो गुजरात की कुल 182 सीटों में से 70 सीटों पर पाटीदार समाज का प्रभाव है.
Gujarat Election 2022: गुजरात में इस बार किसके समीकरण बिगाड़ेगा पटेल फैक्टर? जानें क्या है BJP, कांग्रेस और AAP का फॉर्मूला

बीजेपी ने साधे समीकरण 
गुजरात में बीजेपी ने पाटीदार समीकरण को साधने के लिए पहले ही जुगत लगा ली थी. सबसे पहले ये तब हुआ जब गुजरात में मुख्यमंत्री को बदला गया. सितंबर 2021 में अचानक खबर आई कि गुजरात के मुख्यमंत्री विजय रुपाणी ने अपना इस्तीफा दे दिया है. बीजेपी के लिए ये कोई बड़ी बात नहीं थी, क्योंकि इससे पहले कई राज्यों में बीजेपी अपने इस कारगर फॉर्मूले का इस्तेमाल कर चुकी है. इस इस्तीफे को बीजेपी की सोची समझी रणनीति का हिस्सा माना गया, कहा गया कि गुजरात में अपने प्रदर्शन को बेहतर करने के लिए ऐसा किया गया है.
Gujarat Election 2022: गुजरात में इस बार किसके समीकरण बिगाड़ेगा पटेल फैक्टर? जानें क्या है BJP, कांग्रेस और AAP का फॉर्मूला

दरअसल बीजेपी गुजरात में 1995 के बाद अजेय रही है. यानी कांग्रेस लाख कोशिशों के बावजूद मोदी और शाह के विजय रथ को यहां नहीं रोक पाई, लेकिन पिछले यानी 2017 के चुनाव में बीजेपी और कांग्रेस के बीच सीटों का अंतर काफी कम था. जिसकी सबसे बड़ी वजह पाटीदार आंदोलन और इसकी अगुवाई करने वाले हार्दिक पटेल को माना गया. हार्दिक पटेल के होने का फायदा पार्टी को हुआ और 182 में से 77 सीटों पर कांग्रेस ने जीत दर्ज की. यानी 16 सीटें ज्यादा मिली और वोट शेयर भी बढ़ा.
Gujarat Election 2022: गुजरात में इस बार किसके समीकरण बिगाड़ेगा पटेल फैक्टर? जानें क्या है BJP, कांग्रेस और AAP का फॉर्मूला

बीजेपी में पटेलों का 'हार्दिक' स्वागत
अब बीजेपी पहले ही रुपाणी को हटाकर भूपेंद्र भाई पटेल को मुख्यमंत्री बनाकर अपना दांव खेल चुकी है, वहीं पार्टी के लिए दूसरा बड़ा फायदा ये हुआ कि हार्दिक पटेल कांग्रेस से नाराज होकर बीजेपी में शामिल हो गए. जिससे पटेल समुदाय का एक बड़ा वर्ग सीधे बीजेपी के कब्जे में आ सकता है. उधर कुछ महीने पहले बीजेपी की सरकार ने मंत्रिमंडल में फेरबदल किया था और इसमें पाटीदार समाज से आने वाले मंत्रियों को जगह दी गई थी. मंत्रिमंडल में अभी कुल 7 मंत्री पटेल समाज से हैं. 

AAP का क्या है पाटीदार समीकरण
अब बात आम आदमी पार्टी की करते हैं. जो गुजरात में अपनी पूरी ताकत के साथ चुनाव लड़ रही है, पार्टी के संयोजक और दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल खुद गुजरात में कई रैलियां कर चुके हैं. फोकस मोदी-शाह के गढ़ में सेंध लगाने का है. अगर पाटीदार समाज के फॉर्मूले की बात करें तो इसका इस्तेमाल AAP 2021 में ही कर चुकी है. गुजरात नगर निकाय चुनावों में आम आदमी पार्टी ने बड़ी संख्या में पटेल उम्मीदवारों को मैदान में उतारा. नतीजा काफी चौंकाने वाला रहा. पार्टी सूरत नगर निगम में 27 सीटें जीतकर दूसरे नंबर पर आ गई. ये केजरीवाल और उनकी पार्टी के लिए गुजरात में बड़ा बूस्ट था. जिसका खूब जोर-शोर से प्रचार भी किया गया, खुद केजरीवाल नतीजों के बाद गुजरात गए और रोड शो किया. 

पाटीदार समाज में देखा जाता है कि यहां युवा नेता काफी ज्यादा पॉपुलर होते हैं. हार्दिक पटेल हों या फिर दलित नेता जिग्नेश मेवाणी... हर किसी ने युवाओं पर अपनी छाप छोड़ने का काम किया. इसी तरह गोपाल इटालिया भी पाटीदार समाज से आते हैं. उनका भी इस समाज में काफी असर माना जाता है, यही वजह है कि इस युवा नेता को आम आदमी पार्टी ने अपना प्रदेश अध्यक्ष बनाया. जिन्हें हार्दिक पटेल की काट के तौर पर देखा जा रहा है.
Gujarat Election 2022: गुजरात में इस बार किसके समीकरण बिगाड़ेगा पटेल फैक्टर? जानें क्या है BJP, कांग्रेस और AAP का फॉर्मूला

प्रचार में पिछड़ी कांग्रेस 
जिस कांग्रेस पार्टी ने गुजरात में पिछले चुनाव में काफी बेहतर प्रदर्शन किया था, वो फिलहाल गुजरात से गायब नजर आ रही है. पार्टी के बड़े नेता फिलहाल गुजरात की तरफ नहीं देख रहे हैं. इसी बीच बताया जा रहा है कि कांग्रेस खोडलधाम ट्रस्ट के चेयरमैन नरेश पटेल को साथ लेने की कोशिश कर रही है. हालांकि वो सक्रिय राजनीति में आने से साफ इनकार कर चुके हैं. फिलहाल तमाम सर्वे बता रहे हैं कि कांग्रेस गुजरात में अपने दूसरे नंबर की पोजिशन से फिसल सकती है. 

गुजरात में हार और जीत का देशव्यापी असर
बीजेपी यूं तो अपने हर चुनाव को पूरी ताकत के साथ लड़ती है और तमाम बड़े नेता प्रचार के लिए मैदान में उतरते हैं, लेकिन गुजरात का किला सबसे अहम माना जाता है. क्योंकि प्रधानमंत्री मोदी और गृहमंत्री शाह खुद गुजरात से आते हैं. ऐसे में ये किला बचाना बीजेपी के लिए सबसे बड़ी चुनौती हमेशा से रही है. पिछले 27 सालों से बीजेपी गुजरात पर एकछत्र राज कर रही है, ऐसे में किसी भी पार्टी के लिए बीजेपी को हराना किसी बड़े और अहम किले को भेदने जैसा है. 

ये भी पढ़ें- क्या होती हैं संसदीय समितियां, कैसे करती हैं काम, क्यों इन्हें कहा जाता है 'मिनी संसद'

और देखें
Advertisement
IOI
Don't Miss Out
00
Hours
00
Minutes
00
Seconds
Advertisement
25°C
New Delhi
Rain: 100mm
Humidity: 97%
Wind: WNW 47km/h
Advertisement

टॉप हेडलाइंस

डोनाल्ड ट्रंप खत्म करा पाएंगे रूस-यूक्रेन युद्ध? सऊदी अरब की बैठक में क्या निकला नतीजा| जानें 10 बड़ी बातें
डोनाल्ड ट्रंप खत्म करा पाएंगे रूस-यूक्रेन युद्ध? सऊदी अरब की बैठक में क्या निकला नतीजा| जानें 10 बड़ी बातें
Champions Trophy: हार्दिक 'कुंग फू पांड्या', चैंपियंस ट्रॉफी में टीम इंडिया का तुरुप का इक्का? आंकड़े देख रह जाएंगे हैरान
हार्दिक 'कुंग फू पांड्या', चैंपियंस ट्रॉफी में टीम इंडिया का तुरुप का इक्का? आंकड़े देख रह जाएंगे हैरान
'क्या बालिकाओं का घर से निकलना तक बंद हो जाएगा?' राजस्थान सरकार पर भड़के अशोक गहलोत
'क्या बालिकाओं का घर से निकलना तक बंद हो जाएगा?' राजस्थान सरकार पर भड़के अशोक गहलोत
हॉस्टल में रहे वेटर, STD बूथ पर मिलती थी 10 रुपए दिहाड़ी.... 'सनम तेरी कसम' एक्टर हर्षवर्धन राणे ने सुनाई आपबीती
हॉस्टल में रहे वेटर, STD बूथ पर मिलती थी 10 रुपए दिहाड़ी, एक्टर ने सुनाई आपबीती
Advertisement
ABP Premium

वीडियोज

Delhi में RSS का नया दफ्तर 'केशव कुंज' | Janhit with Chitra Tripathi | ABP NewsSansani: जब बेखौफ गुंडों ने मचाया कोहराम ! | Crime News | ABP News24 Ghante 24 Reporter: देश दुनिया की बड़ी खबरें | Delhi New CM | Mahakumbh 2025 | Prayagraj |ABP NewsNew Delhi Railway Station Stampede: प्लेटफॉर्म बदलने वाली पहेली 'डिकोड' | Mahakumbh | ABP News

फोटो गैलरी

पर्सनल कार्नर

टॉप आर्टिकल्स
टॉप रील्स
डोनाल्ड ट्रंप खत्म करा पाएंगे रूस-यूक्रेन युद्ध? सऊदी अरब की बैठक में क्या निकला नतीजा| जानें 10 बड़ी बातें
डोनाल्ड ट्रंप खत्म करा पाएंगे रूस-यूक्रेन युद्ध? सऊदी अरब की बैठक में क्या निकला नतीजा| जानें 10 बड़ी बातें
Champions Trophy: हार्दिक 'कुंग फू पांड्या', चैंपियंस ट्रॉफी में टीम इंडिया का तुरुप का इक्का? आंकड़े देख रह जाएंगे हैरान
हार्दिक 'कुंग फू पांड्या', चैंपियंस ट्रॉफी में टीम इंडिया का तुरुप का इक्का? आंकड़े देख रह जाएंगे हैरान
'क्या बालिकाओं का घर से निकलना तक बंद हो जाएगा?' राजस्थान सरकार पर भड़के अशोक गहलोत
'क्या बालिकाओं का घर से निकलना तक बंद हो जाएगा?' राजस्थान सरकार पर भड़के अशोक गहलोत
हॉस्टल में रहे वेटर, STD बूथ पर मिलती थी 10 रुपए दिहाड़ी.... 'सनम तेरी कसम' एक्टर हर्षवर्धन राणे ने सुनाई आपबीती
हॉस्टल में रहे वेटर, STD बूथ पर मिलती थी 10 रुपए दिहाड़ी, एक्टर ने सुनाई आपबीती
मां के पेट में कब और कैसे सोता है बच्चा, जानें पैदा होने के कितने दिन बाद बदल जाता है ये रूटीन
मां के पेट में कब और कैसे सोता है बच्चा, जानें पैदा होने के कितने दिन बाद बदल जाता है ये रूटीन
नई दिल्ली स्टेशन पर भगदड़ में मौतों पर RPF और दिल्ली पुलिस के बीच कंफ्यूजन? अब रेल मंत्रालय ने जारी किया बयान
नई दिल्ली स्टेशन पर भगदड़ में मौतों पर RPF और दिल्ली पुलिस के बीच कंफ्यूजन? अब रेल मंत्रालय ने जारी किया बयान
Best Stocks For Today: शेयर मार्केट के बाजीगर निकले ये 10 स्टॉक, गिरते बाजार में भी लगा अपर सर्किट
शेयर मार्केट के बाजीगर निकले ये 10 स्टॉक, गिरते बाजार में भी लगा अपर सर्किट
Champions Trophy: दुबई की पिच देगी टीम इंडिया को धोखा? पिच क्यूरेटर ने खुद किया बड़ा खुलासा; जानें क्या कहा
दुबई की पिच देगी टीम इंडिया को धोखा? पिच क्यूरेटर ने खुद किया बड़ा खुलासा; जानें क्या कहा
Embed widget

We use cookies to improve your experience, analyze traffic, and personalize content. By clicking "Allow All Cookies", you agree to our use of cookies.