Gujarat Election 2022: हिमाचल प्रदेश में भारतीय जनता पार्टी जो बगावत झेल रही थी अब ठीक वैसी ही बगावत गुजरात में भी देखने को मिल रही है. विधानसभा का टिकट ना मिलने से नाराज एक मौजूदा और 4 पूर्व विधायकों ने बीजेपी उम्मीदवारों के खिलाफ निर्दलीय उतरने की धमकी दी है. इसमें वाघोडिया के 6 बार के विधायक मधु श्रीवास्तव भी शामिल हैं, जिन्होंने टिकट ना मिलने के कारण नाराज होकर बीजेपी से इस्तीफा दे दिया है. बीजेपी ने वाघोडिया सीट से अश्विन पटेल को टिकट दिया है. 


विधायक मधु श्रीवास्तव ने एक बयान में कहा कि उनके समर्थक चाहते हैं कि वह निर्दलीय उम्मीदवार के तौर पर चुनाव लड़ें. इस बीच बीजेपी के पूर्व विधायक हर्षद वसावा ने आरक्षित सीट नंदोड से निर्दलीय उम्मीदवार के तौर पर नामांकन दाखिल किया है. वहीं बीजेपी के असंतुष्ट नेताओं ने कहा कि वे अपने समर्थकों से राय लेकर अपना अगला कदम उठाएंगे. 


अनुसूचित मोर्चा के अध्यक्ष नाराज


बीजेपी के 6 बार के मौजूदा विधायक मधु श्रीवास्तव का अपने और आसपास के क्षेत्र में अच्छा प्रभाव माना जाता है. पूर्व विधायक हर्षद वसावा बीजेपी की गुजरात इकाई के अनुसूचित मोर्चा के अध्यक्ष रहे हैं. हर्षद 2002 और 2012 में पार्टी के विधायक रह चुके हैं. वो 2017 में चुनाव हार गए थे. इस सीट पर अभी कांग्रेस का कब्जा है. नर्मदा जिले की नंदोड विधानसभा सीट से बीजेपी ने दर्शन देशमुख को टिकट दिया है, इससे नाराज हर्षद वसावा ने बीजेपी से इस्तीफा देकर नंदोड से अपनी निर्दलीय नामांकन भरा.   


1 मौजूदा और 2 पूर्व विधायक नाराज


वहीं, नर्मदा के पड़ोसी जिले वडोदरा में 1 मौजूदा और 2 पूर्व विधायक नाराज चल रहे हैं. वडोदरा की पादरा सीट से पूर्व बीजेपी विधायक दिनेश पटेल ने भी कहा है कि वो निर्दलीय चुनाव लड़ेंगे. यहां से बीजेपी से चैतन्य सिंह जाला को टिकट मिला है. ऐसे ही पूर्व विधायक सतीश पटेल मौजूदा विधायक अक्षय पटेल को करजन से टिकट देने से नाराज हैं. लेकिन डैमेज कंट्रोल करने के लिए बीजेपी ने राज्य इकाई के महासचिव भार्गव भट्ट और राज्य के गृह मंत्री हर्ष संघवी को जिम्मा सौंपा है. उन्होंने स्थानीय कार्यकर्ताओं से मिलने के बाद वडोदरा की सभी सीटें जीतने का दावा किया.  


जूनागढ़ से पूर्व विधायक अरविंज लडानी ने भी निर्दलीय चुनाव लड़ने का ऐलान किया है. गुजरात विधानसभा की 182 सीटों के लिए चुनाव 1 और 5 दिसंबर को होंगे. बता दें कि हिमाचल प्रदेश चुनाव में बीजेपी से टिकट ना मिलने के कारण कई विधायक और पूर्व विधायक नाराज हो गए थे.   


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