गुजरात में कांग्रेस को बड़ा झटका, ओबीसी नेता अल्पेश ठाकोर ने इस्तीफा दिया
अल्पेश ने अपना इस्तीफा गुजरात प्रदेश अध्यक्ष अमित चावड़ा को भेज दिया है. बता दें कल रात में इस तरह की खबरें आ गईं थीं कि अल्पेश 24 घंटे में इस्तीफा दे सकते हैं.
अहमदाबाद: गुजरात के ओबीसी नेता एवं विधायक अल्पेश ठाकोर ने बुधवार को कांग्रेस से इस्तीफा दे दिया. इससे पहले दिन में गुजरात क्षत्रिय ठाकोर सेना ने कांग्रेस से अपने संबंध तोड़ने का फैसला किया. इस संगठन की स्थापना अल्पेश ठाकोर ने ही की थी. संगठन ने ठाकोर से कांग्रेस से इस्तीफा देने को कहा. पहले से अटकलें थीं कि ठाकोर कांग्रेस छोड़ सकते हैं क्योंकि वह पार्टी के स्थानीय नेतृत्व से नाराज हैं. अल्पेश ठाकोर ने सिर्फ कांग्रेस पार्टी से इस्तीफा दिया है, विधायक पद से नहीं. अल्पेश ने अपना इस्तीफा गुजरात प्रदेश अध्यक्ष अमित चावड़ा को भेज दिया है. बता दें कल रात में इस तरह की खबरें आ गईं थीं कि अल्पेश 24 घंटे में इस्तीफा दे सकते हैं.
अमित चावड़ा को लिखे पत्र में कहा कि वह अपमान और धोखे की वजह से पार्टी में सभी पदों से इस्तीफा दे रहे हैं. ठाकोर ने कहा, ‘‘मैं ऐसी पार्टी में नहीं रह सकता, जहां मेरा अपमान किया जा रहा है, अनदेखी की जा रही है और धोखा दिया जा रहा है.’’ उन्होंने पत्र में लिखा, ‘‘मेरे समुदाय के गरीब युवा नाराज और खफा हैं क्योंकि उनकी अनदेखी की जा रही है और अपमान किया जा रहा है. मेरे लिए ठाकोर सेना सर्वोच्च है...मेरी सेना ने मुझसे कहा कि यदि वहां हमारी अनदेखी हो रही है, अपमान किया जा रहा है और धोखा दिया जा रहा है तो मैं पार्टी छोड़ दूं.’’ वहीं, अमित चावड़ा ने कहा कि वह मीडिया में कुछ भी कहने से पहले ठाकोर से बात करेंगे.
ठाकोर ने बाद में मीडिया से बात करते हुए कहा कि वह भाजपा में शामिल नहीं हो रहे हैं. उन्होंने कहा, ‘‘2017 के विधानसभा चुनाव के दौरान ठाकोर सेना ने लगभग 43 सीट जिताने में कांग्रेस की मदद की. लेकिन चुनाव खत्म हो जाने पर हमारे युवाओं को दरकिनार किया गया, यहां तक कि अपमानित किया गया. मैंने पार्टी नेताओं से अपने संगठन में हमारे युवाओं को उपयुक्त पद देने के लिए बार-बार कहा.’’
अल्पेश ठाकोर ने कहा, ‘‘मैं भाजपा में शामिल नहीं हो रहा हूं. मैं विधायक के रूप में इस्तीफा नहीं दे रहा हूं. मैं किसी भी लोकसभा उम्मीदवार (कांग्रेस या भाजपा का) के लिए चुनाव प्रचार करने नहीं जा रहा हूं. मैं ठाकोर सेना के उम्मीदवारों के लिए प्रचार करूंगा जो बनासकांठा लोकसभा सीट और ऊंझा विधानसभा सीट (उपचुनाव) से लड़ रहे हैं.’’ ओबीसी नेता ने दावा किया कि गुजरात में कुछ कांग्रेस नेता चुनाव टिकट ‘‘बेच रहे हैं.’’ उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि गुजरात के कांग्रेस प्रभारी राजीव सातव ने ‘‘हमारे युवाओं को उचित पद दिए जाने के मेरे बार-बार के आग्रह के बावजूद कुछ नहीं किया.’’
ठाकोर पाटन लोकसभा सीट से चुनाव लड़ना चाहते थे, लेकिन कांग्रेस ने इस सीट के लिए पूर्व सांसद जगदीश ठाकोर को चुना. गुजरात में ओबीसी नेता के रूप में उभरने के बाद वह 2017 के राज्य विधानसभा चुनाव से पहले कांग्रेस में शामिल हो गए थे और पाटन जिले की राधनपुर विधानसभा सीट से जीत दर्ज करने में सफल रहे थे.