लखनऊः लोकसभा चुनाव 2019 की तारीख की घोषणा से पहले उत्तर प्रदेश में में सियासी सरगर्मियां तेज हो चुकी है. सूत्रों के मुताबिक वाराणसी से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के खिलाफ हार्दिक पटेल को उम्मीदवार बनाया जाएगा. माना जा रहा है कि अगर सभी विपक्षी दल इस पर सहमत होते हैं तो पीएम मोदी के खिलाफ हार्दिक पटेल को संयुक्त उम्मीदवार के तौर पीएम के खिलाफ चुनावी मैदान में उतारा जाएगा.
सूत्रों ने बताया कि भले ही हार्दिक पटेल की बात कांग्रेस से नहीं हुई हो लेकिन अखिलेश यादव की पार्टी संपर्क बनाए हुए है. चुनाव से पहले एसपी और बीएसपी साझा प्रेस कांफ्रेंस कर गठबंधन की घोषणा कर सकती है. दोनों दलों की कोशिश है कि इस गठबंधन में कई छोटे दलों को भी शामिल किया जाए.
बताया जा रहा है कि अखिलेश यादव ओमप्रकाश राजभर को महागठबंधन में साथ लाने के लिए अपने कोटे से 2 सीट दे सकते हैं. इसके अलावे समाजवादी पार्टी और पीस पार्टी को भी अपने कोटे से एक सीट देने का ऐलान कर सकती है.
सूत्रों के मुताबिक इस गठबंधन में चार से पांच सीटें आरएलडी को मिलेगी. आज प्रेस कांफ्रेंस में आरएलडी का नाम लिया जाएगा. बागपत से जयंत चौधरी और मुजफ्फरनगर से अजीत सिंह चुनाव लड़ सकते हैं. आरएलडी को तीन सीटें दी जा सकती है.
अखिलेश की कोशिश है कि निषाद पार्टी और सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी को भी गठबंधन में शामिल किया जाए. सूत्रों के मुताबिक, पीस पार्टी के मो अयूब को समाजवादी पार्टी अपने कोटे से एक सीट खलीलाबाद की सीट देगी. साथ ही निषाद पार्टी को भी एक सीट दी जाएगी.
सूत्रों के मुताबिक एसपी 41 सीटों पर चुनाव लड़ेगी जबकि बीएसपी 37 सीटों पर मायावती चुनाव लड़ेगी. जबकि 2 सीटें कांग्रेस के लिए छोड़ा जाएगा.