नई दिल्ली: कांग्रेस नेता हार्दिक पटेल ने विसनगर दंगा मामले में हाईकोर्ट से राहत नहीं मिलने के बाद बड़ा कदम उठाया है. हार्दिक पटेल इस मामले में राहत पाने के लिए अब सुप्रीम कोर्ट पहुंचे हैं. मामले में 2 साल से ज़्यादा सज़ा पाने की वजह से दोषी हार्दिक चुनाव लड़ने के अयोग्य है. दरअसल, हार्दिक पटेल लोकसभा का चुनाव लड़ना चाहते हैं और गुजरात में नामांकन की आखिरी तारीख 4 अप्रैल है.


हार्दिक पटेल फिलहाल जमानत पर बाहर हैं. साल 2015 में आरक्षण आंदोलन के दौरान स्थानीय बीजेपी विधायक ऋषिकेश पटेल के दफ्तर में तोड़फोड़ के आरोप में हार्दिक पटेल और लाल जी पटेल समेत सात लोगों के खिलाफ मामला दर्ज हुआ था.


हाई कोर्ट से राहत नहीं मिलने के बाद हार्दिक पटेल ने ट्वीट कर प्रतिक्रिया दी थी. हार्दिक ने लिखा, ''गुजरात हाईकोर्ट के फैसले का स्वागत करता हूं. चुनाव तो आते है जाते हैं लेकिन संविधान के खिलाफ़ बीजेपी काम करी हैं. कांग्रेस पार्टी के पच्चीस साल के कार्यकर्ता को चुनाव लडने से क्यों रोका जा रहा है. बीजेपी के बहुत सारे नेताओं पर मुकदमें है, सजा भी हैं. लेकिन कानून सिर्फ हमारे लिए है.





हार्दिक पटेल पहले ही गुजारत के जामनगर से चुनाव लड़ने की मंशा जाहिर कर चुके हैं. ऐसे में हार्दिक पटेल के वकील नॉमिनेशन की आखिरी तारीख को देखते हुए सुप्रीम कोर्ट से जल्दी सुनवाई की मांग कर सकते हैं.


हार्दिक पटेल के चुनाव लड़ने पर संकट के बादल, HC का तोड़फोड़ मामले में मिली सजा पर रोक लगाने से इनकार