(Source: ECI/ABP News/ABP Majha)
Haryana Election 2024: जुलाना का दंगल तैयार! विनेश फोगाट के सामने किसका दावा-कितना मजबूत, समझें पूरा समीकरण
Haryana Vidhan Sabha Chunav 2024: जुलाना सीट पर आम आदमी पार्टी ने पूर्व रेसलर कविता दलाल को उतारकर मुकाबले को और रोमांचक बना दिया है. यहां इस बार अभी तक त्रिकोणीय मुकाबला नजर आ रहा था.
Haryana Assembly Election 2024 Latest News: जुलाना का दंगल तैयार है. हरियाणा विधानसभा की 90 सीटों में से एक जुलाना सीट पर इस बार सबकी नजर है. दरअसल, विनेश फोगाट के यहां से लड़ने की वजह से इस सीट पर इस बार सबकी नजर है. इस जाट बहुल सीट पर विनेश को टिकट देकर कांग्रेस ने अपनी उपस्थिति मजबूत की है, वहीं दूसरे दल भी अपने-अपने हिसाब से समीकरण बैठा रहे हैं.
कांग्रेस के जवाब में भारतीय जनता पार्टी (BJP) ने यहां से एयर इंडिया के पायलट रह चुके कैप्टन योगेश बैरागी को टिकट दिया है, जबकि जननायक जनता पार्टी (JJP) ने वर्तमान विधायक अमरजीत ढांडा को टिकट दिया है. वहीं आम आदमी पार्टी (AAP) ने इस सीट से पूर्व में डब्ल्यूडब्ल्यूई की रेसलर रह चुकीं कविता दलाल को टिकट देकर मुकाबले को रोचक बना दिया है. यहां से कौन जीतेगा ये तो नतीजों के बाद ही साफ हो सकेगा. आइए जानते हैं इस विधानसभा सीट का सियासी समीकरण.
क्या कहता है वोट गणित
2019 विधानसभा चुनाव के आंकड़ों पर नजर डालें तो जुलाना विधानसभा में कुल मतदाताओं की संख्या 1 लाख 73 हजार 645 है. जाट बाहुल इस सीट पर कुल जाट वोटर 81 हजार हैं, कांग्रेस ने विनेश के जरिये इन वोटरों को साधने की कोशिश की है. वहीं, सीट पर हलके पिछड़े वर्ग के 33608 वोटर, अनुसूचित जाति के 29661 वोटर्स हैं. बीजेपी ने पिछड़े समाज से आने वाले कैप्टन योगेश बैरागी को उतारकर दूसरे सबसे बड़े वोट बैंक पर निशाना साधा है. जेजेपी और आप के प्रत्याशी भी जाट हैं और उनकी नजर भी जाट वोट पर है.
अब तक किसका रहा है दबदबा
जुलाना विधानसभा सीट की बात करें तो यह क्षेत्र जींद जिले में आती है. इस सीट से 2019 में जेजेपी के अमरजीत सिंह ढांडा ने जीत दर्ज की थी. इनसे पहले 2014 में इंडियन नेशनल लोकदल के परमिंदर सिंह ने जीत हासिल की थी. इससे पहले 2009 में भी इनेलो प्रत्याशी ही यहां से विजयी रहे. इस सीट पर कांग्रेस ने आखिरी बार 2005 में जीत हासिल की थी. तब वर्ष 2000 और 2005 में कांग्रेस के शेर सिंह ने यहां से जीत का परचम लहराया था. 2005 के बाद से यहां कांग्रेस ने जीत हासिल नहीं की है. ऐसे में पार्टी 15 साल का सूखा खत्म करना चाहेगी.
पिछले विधानसभा चुनाव में दलों की स्थिति
अगर बात 2019 में हुए विधानसभा चुनाव की करें तो यहां सबसे मजबूत जेजेपी ही नजर आई थी. जेजेपी प्रत्याशी अमरजीत को 61 हजार 942 वोट मिले थे, जबकि दूसरे नंबर पर बीजेपी के परमिंदर सिंह ढुल थे. उन्हें 37749 वोट प्राप्त हुए थे. कांग्रेस 12440 वोटों के साथ तीसरे नंबर पर थी. ऐसे में कांग्रेस का वोट शेयर महज 9.84 प्रतिशत तक ही सिमट कर रह गया.
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