Haryana Congress: हरियाणा में अगले साल होने वाले विधानसभा चुनाव को लेकर सियासी हलचल अभी से शुरू हो गई है. इसी कड़ी में I.N.D.I.A गठबंधन में इंडियन नेशनल लोक दल (INLD) के शामिल होने की अटकलों के बीच आईएनएलडी नेता अभय सिंह चौटाला ने कुछ ऐसा किया है जिससे हरियाणा कांग्रेस के शीर्ष नेताओं में बेचैनी पैदा हो गई है.  


दरअसल, अभय सिंह चौटाला ने 25 सितंबर को कैथल में होने वाली एक रैली के लिए कांग्रेस प्रमुख को निमंत्रण दिया है. 25 सितंबर को इनेलो के संस्थापक चौधरी देवीलाल की जयंती के मौके पर अभय चौटाला कैथल में अपनी सात महीने की परिवर्तन पदयात्रा पूरी करेंगे. इसी मौके पर यह रैली रखी गई है.


मल्लिकार्जुन खरगे ने रैली की सफलता की कामना की


द प्रिंट की रिपोर्ट के मुताबिक, अभय सिंह चौटाला शुक्रवार (22 सितंबर) को दिल्ली में कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे से मिलने पहुंचे. इस दौरान उन्होंने खरगे को कैथल रैली के लिए आमंत्रित किया. खरगे ने कैथल रैली की सफलता की कामना की और उनसे कहा कि वह पार्टी स्तर पर निमंत्रण पर चर्चा करेंगे. अभय सिंह चौटाला का कहना है, “हम रैली के लिए सभी भारतीय नेताओं को आमंत्रित कर रहे हैं. उनमें से कई ने पहले ही भाग लेने के लिए अपनी सहमति दे दी है.”


नीतीश कुमार के अलावा कई बड़े नेता रहेंगे मौजूद


चौटाला ने बताया कि इस रैली में बिहार के सीएम नीतीश कुमार, बिहार के डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव, शिवसेना (यूबीटी) प्रमुख उद्धव ठाकरे, नेशनल कॉन्फ्रेंस प्रमुख फारूक अब्दुल्ला, सीपीआई (एम) महासचिव सीताराम येचुरी, सत्यपाल मलिक, शिरोमणी अकाली दल के सुखबीर बादल, आरएलडी के जयंत चौधरी और आरएलपी के हनुमान बेनीवाल भी इसमें मौजूद रहेंगे.


क्या बोले भूपिंदर सिंह हुड्डा?


वहीं, इनेलो के 'इंडिया' गठबंधन में शामिल होने की अटकलों से कांग्रेस के कई वरिष्ठ नेता परेशान हैं. विपक्ष के नेता भूपिंदर सिंह हुड्डा का कहना है, ''इनेलो की 25 सितंबर की रैली एक जन्मदिन का कार्यक्रम है और ऐसे कार्यक्रम में कोई भी जा सकता है. अतीत में बीजेपी नेता भी देवीलाल की जयंती की रैलियों में शामिल हुए हैं.” इनेलो के इंडिया में शामिल होने की अटकलों पर उन्होंने कहा कि अभय चौटाला की पार्टी के प्रवेश का अभी तक कोई सवाल ही नहीं है.


कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष को नहीं है गठबंधन मंजूर


इससे पहले शुक्रवार को कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष उदय भान ने इनेलो के इंडिया में शामिल होने की संभावना का खुलकर विरोध किया. उन्होंने कहा, “अभय चौटाला की इनेलो बीजेपी की बी टीम है. उन्होंने राष्ट्रपति, उपराष्ट्रपति और राज्यसभा सदस्यों के चुनाव में बीजेपी को वोट दिया. वे बीजेपी विरोधी होने का दावा कैसे करते हैं? वे वास्तव में बीजेपी के 'सहयोगी' हैं. वे गठबंधन में शामिल होना चाहते हैं ताकि राज्य में कांग्रेस के पक्ष में लहर का फायदा उठाकर उन्हें संसद में एक या दो सीटें मिल सकें.”


ये भी पढ़ें- भारत में बेरोजगारी की एक रिपोर्ट पर शशि थरूर ने उठाए सवाल, कहा- गंभीर खबर, सरकार का काम लोगों का ध्यान भटकाना