हरियाणा विधानसभा चुनाव 2019: हरियाणा में कांग्रेस के बेहतरीन प्रदर्शन के बावजूद पार्टी को बड़ा झटका लगा है. कैथल से विधायक और पार्टी के नेशनल मीडिया प्रभारी रणदीप सिंह सुरेजवाला अपनी सीट नहीं बचा पाए हैं. कड़े मुकाबले में इनेलो से पूर्व विधायक रह चुके मौजूदा बीजेपी प्रत्याशी लीला राम ने उन्हें 567 वोटों से हराया है.


भूपेंद्र सिंह हुड्डा के कार्यकाल में कैबिनेट मंत्री रहे रणदीप सुरजेवाला ने दो बार हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री ओम प्रकाश चौटाला को विधानसभा चुनाव में मात दी है. 2014 के विधानसभा चुनाव में भी कांग्रेस की करारी हार के बावजूद रणदीप सुरजेवाला अपनी सीट बचाने में कामयाब रहे थे. राहुल गांधी के कांग्रेस उपाध्यक्ष बनने के बाद सुरजेवाला की एंट्री राष्ट्रीय राजनीति में हो गई थी. राहुल गांधी के अध्यक्ष बनने के बाद पार्टी में सुरजेवाला का कद और बढ़ा. 2019 के विधानसभा चुनाव में सुरजेवाला के सामने एक बार फिर से अपनी कैथल सीट बचाए रखने की चुनौती थी. लेकिन इस बार उन्हें कैथल से जीत हासिल नहीं हुई है.


इसी साल हुए जींद उपचुनाव में भी बीजेपी 12 हजार से अधिक वोटों से जीती थी और कांग्रेस नेता रणदीप सुरजेवाला तीसरे स्थान पर थे. जननायक जनता पार्टी (जेजेपी) के दिग्विजय सिंह चौटाला दूसरे स्थान पर रहे थे.


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दोपहर डेढ़ बजे तक के आंकड़ों पर गौर करें तो बीजेपी और कांग्रेस दोनों बराबर-बराबर सीटों पर आगे चल रही है. दोनों पार्टी 35-35 सीटों पर आगे है. वहीं दुष्यंत चौटाला की पार्टी जेजेपी 10, आईएनएलडी दो और निर्दलीय सात सीटों पर पर आगे है.


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