हरियाणा विधानसभा चुनाव 2019: हरियाणा में बीजेपी जीत का जश्न भले मना रही है लेकिन इस जीत में भी हार छिपी है. बीजेपी सबसे बड़ी पार्टी बनी लेकिन बहुमत से 6 सीट दूर रह गई. यही वजह है कि बहुमत जुटाने के लिए जोड़तोड़ का खेल शुरू हो गया है. बीजेपी अब निर्दलीयों के सहारे सरकार बनाने के जुगाड़ में है.


कल दिन भर नतीजों को लेकर ये सस्पेंस बना रहा कि बहुमत तो किसी पार्टी को नहीं मिल रहा ऐसे में सत्ता की चाबी किसके पास रहेगी. जब नतीजे पूरे आ गए तो सबसे बड़ा सवाल ये था कि जीत कर आए 7 निर्दलीय क्या करेंगे? वो किसके साथ जाएंगे? लेकिन अब हरियाणा लोकहित पार्टी के गोपाल कांडा ने एलान कर दिया है कि वह और उनके साथ कुछ निर्दलीय विधायक बीजेपी को बिना शर्त समर्थन दे रहे हैं. गोपाल कांडा का नाम तब सुर्खियों में आया था जब उनकी एअरलाइन कंपनी में काम करने वाली एक महिला कर्मचारी ने आत्महत्या कर ली थी और उनपर यौनशोषण के आरोप लगे थे.


अब दागी कांडा को लेकर बीजेपी से सवाल पूछे जा रहे हैं. इसे लेकर हरियाणा बीजेपी के अध्यक्ष सुभाष बराला ने कहा है कि ''गोपाल कांडा जनता के चुने हुए प्रतिनिधि है. हम जनता के नुमाइंदे से समर्थन ले रहे हैं.''


बता दें कि एचएलपी के नेता गोपाल कांडा ने सिरसा विधानसभा सीट से जीत हासिल की है. उन्होंने अपने निकटतम उम्मीदवार निर्दलीय गोकुल सेतिया को 602 वोटों से हराया है. पूर्व मंत्री कांडा हरियाणा में एक प्रभावशाली राजनीतिक हस्ती हैं.


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