Haryana Elections 2024: हरियाणा में विधानसभा चुनाव 2024 के मद्देनजर भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) ने गुरुवार (19 सितंबर, 2024) को संकल्प-पत्र (घोषणा-पत्र) जारी किया. बीजेपी ने इसके जरिए 20 बड़े वादे किए हैं, जो कि राज्य में चुनावी गेम को पलटने में उसकी मदद कर सकते हैं. मैनिफेस्टो के पहले पेज पर पीएम नरेंद्र मोदी के साथ हरियाणा सीएम नायब सिंह सैनी के फोटो हैं, जबकि पार्टी चीफ जेपी नड्डा और हरियाणा बीजेपी चीफ मोहनलाल बड़ोली की तस्वीर भी दी गई है.
बीजेपी के संकल्प-पत्र में पहला वादा महिलाओं से जुड़ा व चौथा किसानों से संबंधित, पंचवां और छठा युवाओं से जुड़ा है. बीजेपी चीफ जेपी नड्डा ने संकल्प जारी करने के बाद कहा कि पार्टी घोषणा-पत्र ही हरियाणा बीजेपी का संकल्प है. भाजपा सरकार समयबद्ध तरीके से अगली बार जब आपके सामने आएगी, तब संकल्प पत्र में किए गए सारे वादों को पूरा करके आएगी.
घोषणा-पत्र को लेकर दोनों दलों में वार-पलटवार भी हुआ
सीएम नायब सिंह सैनी ने गुरुवार को दावा किया कि वे लोग संकल्प पत्र को 100 प्रतिशत पूरा करेंगे. इस संकल्प पत्र से बहनों को लाभ मिलेगा. किसानों को वे लोग 24 फसल पर एमएसपी देंगे. कांग्रेस केवल झूठ का पुलिंदा लेकर चलती है. हिमाचल प्रदेश और कर्नाटक में भी कांग्रेस ने वादे को लेकर झूठ बोला था. हालांकि, झज्जर में दीपेन्द्र सिंह हुड्डा ने कहा, "बीजेपी ने कांग्रेस का घोषणा-पत्र कॉपी किया है. हमारे मैनिफेस्टो में से बहुत सारी चीजें उठाई गई हैं. बीजेपी का घोषणापत्र कांग्रेस की नैतिक जीत है. बीजेपी 10 साल में महंगाई क्यों नहीं कम कर पाई है?"
बीजेपी का संकल्प-पत्र जारी करने के बाद और क्या बोले जेपी नड्डा? देखिए:
BJP के संकल्प पत्र की बड़ी बातें:
कांग्रेस के 'संकल्प पत्र' में 7 वादे, किसानों-आधी आबादी पर जोर
हरियाणा चुनाव के लिए कांग्रेस ने एक दिन पहले यानी बुधवार (18 सितंबर, 2024) को संकल्प पत्र (मैनिफेस्टो) जारी किया, जिसका शीर्षक 'सात वादे पक्के इरादे' है. कांग्रेस ने इसके जरिए वोटरों को साधने का प्रयास किया है. घोषणा-पत्र में रोजगार, महिलाओं और बुजुर्गों को आर्थिक मदद के साथ किसानों के कल्याण पर खासा जोर दिया गया. कांग्रेस का पहला वादा 'हर परिवार को खुशहाली' है, जिसमें 300 यूनिट फ्री बिजली और 25 लाख रुपए तक का मुफ्त इलाज है. दूसरा प्रॉमिस 'गरीबों को छत' है, जिसके तहत 100 गज का प्लॉट और 3.5 लाख रुपए की लागत से दो कमरों के मकान का निर्माण है. तीसरा वादा 'महिलाओं को शक्ति' देता है, जिसमें महिलाओं को हर हर महीने दो हजार रुपए की मदद और 500 रुपए में गैस सिलेंडर देना है. चौथा वादा किसानों को समृद्ध बनाना है और इसमें एमएसपी की कानूनी गारंटी और तत्काल फसल मुआवजा है. पांचवां वादा 'सामाजिक सुरक्षा को बल' देना है, जिसमें छह हजार रुपए बुढ़ापा पेंशन, छह हजार रुपए दिव्यांग पेंशन, छह हजार रुपए विधवा पेंशन और ओपीएस बहाली हैं. छठा वादा 'पिछड़ों को अधिकार' देना है और इसमें जातिगत सर्वे और क्रीमी लेयर की सीमा 10 लाख रुपए करना है. सातवां और आखिरी वादा 'युवाओं को सुरक्षित भविष्य' देना है और इसमें भर्ती विधान के तहत दो लाख पक्की भर्ती और नशा मुक्त हरियाणा बनाना है.
हरियाणा में BJP vs कांग्रेस की है सीधी लड़ाई, AAP भी ढूंढ रही जमीन!
हरियाणा में इस बार एक चरण में विधानसभा चुनाव हो रहे हैं. नई सरकार के गठन के लिए पांच अक्टूबर को सभी 90 विस सीटों पर वोटिंग होगी, जबकि आठ अक्टूबर को परिणाम आएंगे. चुनाव में जो तीन अहम मुद्दे गेम चेंजर साबित हो सकते हैं, उनमें किसान, पहलवान और नौजवान (बेरोजगार और अग्निवीर) शामिल हैं. सियासी जानकार वहां सीधी लड़ाई बीजेपी और कांग्रेस के बीच देख रहे हैं. एक तरफ सत्ता में बने रहने के लिए बीजेपी हर संभव कोशिश कर रही है, जबकि दूसरी ओर कांग्रेस सत्ता में वापसी के लिए पूरा दम झोंक रही है. इस बीच, अरविंद केजरीवाल के नेतृत्व वाली आम आदमी पार्टी (आप) भी सियासी जमीन तलाश रही है.
यह भी पढ़ेंः एक देश, एक चुनाव पर योगेंद्र यादव ने बताया PM नरेंद्र मोदी का शौक! बोले- पहले दवा दी जाती है और फिर...