Haryana Elections: हरियाणा विधानसभा चुनाव 2024 से पहले भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) को तगड़ा झटका लगा है. सिरसा से पूर्व सांसद अशोक तंवर फिर से कांग्रेस पार्टी में शामिल हो गए हैं. गुरुवार (03 अक्टूबर) को महेंद्रगढ़ में एक चुनावी रैली के दौरान वरिष्ठ कांग्रेस नेताओं राहुल गांधी और भूपेंद्र सिंह हुड्डा की मौजूदगी में तंवर कांग्रेस में शामिल हो गए. इससे पहले वो बीजेपी के नेता थे. 


गुरुवार (तीन अक्टूबर, 2024) को चुनाव प्रचार के आखिरी दिन महेंद्रगढ़ में राहुल गांधी की मौजूदगी में कांग्रेस का हिस्सा बन गए. सबसे रोचक बात है कि यह वही अशोक तंवर हैं, जिन्होंने कांग्रेस की दलित नेत्री कुमारी शैलजा के खिलाफ बीजेपी से चुनाव (लोकसभा चुनाव में सिरसा सीट से) लड़ा था. माना जा सकता है कि कुमारी शैलजा को अशोक तंवर की घर वापसी की जानकारी दी गई होगी और उनकी सहमति ली गई होगी. अशोक तंवर हरियाणा कांग्रेस के अध्यक्ष रह चुके हैं और 2019 में उन्होंने पार्टी से इस्तीफा दे दिया था.


राहुल गांधी के संपर्क में थे अशोक तंवर?


अशोक तंवर के करीबी कांग्रेस सूत्रों ने बताया, "वह सीनियर कांग्रेस लीडरशिप, खासकर राहुल गांधी के संपर्क में थे और राज्य इकाई को इस बारे में पता नहीं था." कांग्रेस के एक अंदरूनी सूत्र ने बताया, "उनका राहुल गांधी से सीधा संपर्क था और बुधवार को पार्टी में शामिल होने का फैसला किया गया."


वहीं, कांग्रेस नेता दीपेंद्र हुड्डा ने एबीपी न्यूज से बात करते हुए कहा, "भाजपा में दलित नेताओं का कितना अपमान हो रहा होगा कि अशोक तंवर जैसे नेता को कांग्रेस जॉइन करना पड़ी."


कांग्रेस ने क्या कहा?


मुख्य विपक्षी दल कांग्रेस ने एक्स पर एक पोस्ट में कहा, "कांग्रेस ने हमेशा समाज के उत्पीड़ित और वंचित वर्गों के लिए अपनी आवाज उठाई है. हमारे संघर्ष और समर्पण से प्रभावित होकर, वरिष्ठ बीजेपी नेता, पूर्व सांसद, बीजेपी की अभियान समिति के सदस्य और स्टार प्रचारक अशोक तंवर कांग्रेस में शामिल हो गए."


टीएमसी और आम आदमी पार्टी से सफर तय करते हुए बीजेपी में हुए थे शामिल


इसके बाद वह नवंबर 2021 में तृणमूल कांग्रेस में शामिल हुए और फिर अप्रैल 2022 में आम आदमी पार्टी (आप) हा हिस्सा भी रहे. इस साल की शुरुआत में वह भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) में शामिल हो गए और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व और उनके शासन में देश में हुए परिवर्तन की सराहना की.






बीजेपी से फिर कांग्रेस में हुए शामिल


जींद जिले के सफीदों में भाजपा उम्मीदवार के लिए प्रचार करने के कुछ ही घंटों बाद तंवर कांग्रेस में शामिल हो गए. राहुल गांधी जब अपना भाषण खत्म कर रहे थे, तभी मंच से एक घोषणा की गई जिसमें दर्शकों से कुछ मिनट के लिए इंतजार करने को कहा गया. इसके तुरंत बाद, तंवर मंच पर आए और घोषणा की गई, "आज उनकी घर वापसी हो गई है."


हरियाणा कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष तंवर ने राहुल गांधी से हाथ मिलाया और भूपिंदर सिंह हुड्डा का अभिवादन किया. इसके बाद हुड्डा ने उनका पार्टी में स्वागत किया और उनकी पीठ थपथपाई.


अशोक तंवर का राजनीतिक सफर


2009 के लोकसभा चुनाव में उन्होंने सिरसा (एससी) से इनेलो उम्मीदवार सीता राम को 35,499 वोटों से हराया था. हालांकि, इसके बाद के 2014 के चुनावों में उन्हें इनेलो के चरणजीत सिंह रोरी ने 1.15 लाख वोटों से हराया था. 2019 में भी उन्हें तब हार का सामना करना पड़ा, जब वह बीजेपी की सुनीता दुग्गल से 3 लाख से अधिक वोटों से हार गए. तंवर की कांग्रेस में वापसी से आगामी विधानसभा चुनावों से पहले हरियाणा में पार्टी की स्थिति मजबूत होने की उम्मीद है.