Haryana Assembly Elections 2024: हरियाणा विधानसभा चुनाव 2024 के लिए अगले महीने 5 अक्टूबर को वोटिंग होनी है. उससे पहले राज्य में चुनाव प्रचार चरम पर है और इस बार कांग्रेस पार्टी को उम्मीद है कि हरियाणा में वापसी करते हुए सरकार बनाएगी. वहीं, कांग्रेस ने कथित पार्टी विरोधी गतिविधियों के लिए 10 नेताओं को सोमवार (30 सितंबर) को छह साल के लिए निष्कासित कर दिया.
इससे कुछ दिन पहले भी कांग्रेस ने 13 अन्य नेताओं को भी इतने ही सालों के लिए और इसी कारण से छह साल के लिए निष्कासित किया था. कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे की मंजूरी के बाद इन नेताओं को पार्टी से बाहर निकालने का फैसला किया गया.
एक तरफ जहां चुनाव से पहले नेताओं को पार्टी से बाहर निकाला जा रहा है तो वहीं बड़े नेता मुख्यमंत्री पद की दावेदारी भी कर रहे हैं. इसको लेकर पार्टी अध्यक्ष ने कहा कि जीत की संभावना ज्यादा है तभी लोग इतनी दावेदारियां कर रहे हैं.
जानिए मल्लिकार्जुन खरगे ने क्या कहा?
दैनिक भास्कर अखबार को दिए एक इंटरव्यू में उन्होंने कहा, “कांग्रेस पार्टी लोकतांत्रित तरीके से विधायक दल का नेता चुनती है, जिसकी एक प्रक्रिया होती है और रही बात दावेदारी की तो जिस पार्टी की जीत की संभावना होती है उसी पार्टी में तो मुख्यमंत्री पद की दावेदारी की जाएगी न.”
हालांकि इस दौरान वो पार्टी में फूट के सवाल को वो टाल गए. वहीं जब उनसे महिला मुख्यमंत्री और दलित मुख्यमंत्री को लेकर सवाल किया गया तो उसको भी उन्होंने टालने की कोशिश की और कहा, “कांग्रेस की प्राथमिकता कौन बनेगा मुख्यमंत्री के बजाय पार्टी के घोषणापत्र को जल्द से जल्द लागू कराने की होगी.”
पूर्व सीएम भूपिंदर सिंह हुड्डा ने क्या कहा था?
सीएम पद की दावेदारी को लेकर हरियाणा के पूर्व सीएम और कांग्रेस के दिग्गज नेता भूपिंदर सिंह हुड्डा ने कहा पीटीआई को दिए इंटरव्यू में कहा था कि वो न तो अभी थके हैं और न ही रिटायर्ड हुए हैं. उन्होंने ये भी कहा था कि सीएम पद के लिए कई दावेदार होने से कांग्रेस पार्टी को और मजबूती मिलेगी. दरअसल, हरियाणा में रणदीप सिंह सुरजेवाला और कुमारी शैलजा ने भी मुख्यमंत्री बनने की मह्तवकांक्षा जाहिर की थी. इसके बाद से सवाल उठा कि अगर हरियाणा में कांग्रेस की सरकार बनती है तो कौन बनेगा मुख्यमंत्री?
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