Haryana Elections Result: भारतीय जनता पार्टी ने सोमवार (14 अक्टूबर) को कहा कि हरियाणा विधानसभा चुनाव को लेकर भारतीय किसान यूनियन के चढ़ूनी गुट के अध्यक्ष गुरनाम सिंह चढ़ूनी के बयान से यह साफ हो गया है कि जिस किसान आंदोलन को सहज और स्वाभाविक बताया गया था वह कांग्रेस की ओर से ‘प्रायोजित और पोषित’ था.
गुरनाम सिंह चढूनी ने कहा कि कांग्रेस के पक्ष में माहौल बनाने के बाद भी पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा की गलतियों के कारण कांग्रेस हरियाणा में सरकार नहीं बन पाई. इतना ही नहीं, चढूनी ने हुड्डा को बुद्धिहीन बताते हुए कहा कि पूरे किसान वर्ग ने ही कांग्रेस के फेवर में माहौल बनाया था.
कांग्रेस के की ओर से प्रायोजित था आंदोलन
चढ़ूनी के इस बयान का पलटवार करते हुए भाजपा प्रवक्ता सुधांशु त्रिवेदी ने कहा, "वह (चढ़ूनी) स्पष्ट रूप से कह रहे हैं कि हमने कांग्रेस के पक्ष में किसान आंदोलन खड़ा करके माहौल बनाया और कांग्रेस इसका लाभ नहीं ले सकी. इससे एक बात बहुत साफ हो गई है कि जिस आंदोलन को सहज और स्वाभाविक आंदोलन कहा जा रहा था वह कांग्रेस के की ओर से प्रायोजित और पोषित आंदोलन था."
सत्ता हासिल करने के लिए होते हैं आंदोलन
बीजेपी प्रवक्ता बोले, ‘‘अब मुझे लगता है कि कांग्रेस को इसके बाद शर्म से पानी-पानी हो जाना चाहिए.’’ भाजपा प्रवक्ता ने कांग्रेस से इस मामले में सफाई देने की मांग की. दावा करते हुए वह बोले कि देश में जितने भी आंदोलन खड़े होते हैं और जो गैर राजनीतिक होने का दावा करते हैं, उन सभी का अंतिम लक्ष्य सत्ता हासिल करना होता है.
आप को भी घेरा
सुधांशु त्रिवेदी न केवल किसान आंदोलन बल्कि भ्रष्टाचार के खिलाफ आंदोलन की कोख से निकली आम आदमी पार्टी और इसके संयोजक अरविंद केजरीवाल का उदाहरण दिया. त्रिवेदी ने महिला पहलवानों के आंदोलन का जिक्र करते हुए कहा कि पहले इसे कांग्रेस का समर्थन मिला और फिर पहलवान खिलाड़ी ‘कांग्रेस के रिंग’ में ही उतर गए. वह बोले, ‘‘देश की प्रबुद्ध जनता को आगे से समझना चाहिए कि यह गैर राजनीतिक आवरण के नाम पर जो आंदोलन खड़े किए जाते हैं, उनका एकमात्र लक्ष्य सत्ता ही होता है.’’
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