Himachal Pradesh Election 2022 : बीजेपी हिमाचल प्रदेश चुनाव से पहले पार्टी के भीतर विद्रोह का सामना कर रही है. इसी बीच रिपोर्ट ऐसी है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पार्टी के एक बागी नेता को मनाने की कोशिश की है, लेकिन वो नहीं माने. बात बीजेपी के बागी नेता कृपाल परमार की हो रही है, जिनका प्रधानमंत्री के साथ कथित फोन कॉल वायरल हुआ है.  कृपाल परमार मजबूती से निर्दलीय चुनाव लड़ने के लिए मुकाबले में बने हुए हैं.


हिमाचल प्रदेश चुनाव में शनिवार (12 नवंबर) को फतेहपुर सीट से बीजेपी के पूर्व सांसद परमार निर्दलीय उम्मीदवार के रूप में चुनाव लड़ रहे हैं. 63 वर्षीय नेता अपनी पार्टी से पिछले साल ही नाराज हो गए थे जब उन्हें फतेहपुर उपचुनाव में नहीं उतारा गया था. इसके बाद वो पार्टी से विद्रोह करते हुए बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा पर उन्हें टिकट नहीं देने का आरोप लगाया था.


कथित फोन कॉल में उनको कहते हुए सुना जा रहा है कि नड्डा-जी ने 15 साल तक मेरा अपमान किया. हालांकि उनकी पीएम मोदी से कथित फोन कॉल को लेकर आधिकारिक तौर पर न तो बीजेपी ने पुष्टि की है और न ही प्रधानमंत्री कार्यालय ने.


कथित फोन कॉल में क्या है


परमार कहते हैं, "मोदी जी, नड्डा जी ने मुझे 15 साल तक अपमानित किया है."


" आपके जीवन में मोदी की कोई भूमिका है ...," फोन पर दूसरी तरफ से आवाज का आती है..


"बहुत भूमिका है (आप एक बड़ी भूमिका निभाते हैं)...परमार आश्वासन देते हैं..


फिर आवाज आती है,- "इस फोन कॉल के मूल्य को कम मत समझो.


परमार जवाब देते हैं- "मैं नहीं समझता. मेरे लिए यह फोन कॉल भगवान का एक संदेश है.."


परमार का दावा- पीएम मोदी ने किया था फोन


एनडीटीवी से बात करते हुए, परमार ने दावा किया कि फोन कॉल फर्जी नहीं था और पीएम मोदी ने वास्तव में उन्हें 30 अक्टूबर को फोन किया था. उन्होंने कहा,''हम एक-दूसरे को 25 साल से जानते हैं. जब वह (पीएम मोदी) हिमाचल प्रदेश के प्रभारी थे और मैं एक उपाध्यक्ष था, तो हमने साथ यात्रा की और साथ रहे. उनके साथ मेरे पारिवारिक संबंध हैं. मैं उन्हें अपना भगवान मानता हूं.''


उन्होंने आगे कहा,"मैं अभी भी चुनाव लड़ रहा हूं. मैंने मोदी जी से कहा कि अगर आपने एक दिन पहले, एक सेकंड पहले भी फोन किया होता, तो मैं पीछे हट जाता. उन्होंने मुझे बताया कि उन्हें उस दिन बताया गया था. उन्हें देर से बताया गया था, यह भी एक साजिश का हिस्सा है.''