Himachal Results: यूं तो हिमाचल प्रदेश विधानसभा चुनाव में हार-जीत का अंतर बहुत ज्यादा नहीं होता लेकिन फिर भी किसी भी राज्य के मुख्यमंत्रियों से उम्मीद की जाती है कि कम से कम वह तो अपनी सीट निकाल ही लेंगे. BJP ने हिमाचल प्रदेश पर पांच साल राज किया लेकिन जब फाइनल टेस्ट यानी चुनाव की बारी आई तो उसके 6 मंत्री ऐसे हैं, जो अपनी सीट पर कांग्रेस प्रत्याशियों से पीछे चल रहे हैं. 


कौन से मंत्री पीछे चल रहे हैं?


1- हिमाचल प्रदेश के टेक्निकल एजुकेशन मंत्री राम लाल मकरंद लाहौल-स्पीति से चुनाव लड़ रहे हैं. चुनाव में दोपहर एक बजे तक उन्हें सिर्फ 8058 वोट मिले, जबकि उनके सामने कांग्रेस से लड़ रहे रवि ठाकुर 9734 वोट के साथ लीड कर रहे हैं.  


2- हिमाचल प्रदेश के एजुकेशन मिनिस्टर गोविंद सिंह ठाकुर भी अपनी सीट से पीछे चल रहे हैं. गोविंद, मनाली सीट से मैदान में हैं. गोविंद को 1 बजे तक की काउंटिंग में 20798, जबकि कांग्रेस के विनोद सुल्तानपुरी को 18883 वोट मिले थे.


3- हिमाचल प्रदेश में हेल्थ मिनिस्टर के रूप में सेवा देने वाली राजीव सैजल पीछे चल रहे हैं. राजीव कसौली सीट से चुनाव लड़ रहे हैं. उन्हें सिर्फ 13656 वोट, जबकि उनके सामने चुनाव लड़ रहे कांग्रेस के उम्मीदवार को उनसे ज्यादा वोट मिले हैं.


4- हिमाचल की सामाजिक न्याय मंत्री सरवीन चौधरी पीछे हैं, जबकि उनके सामने चुनाव लड़ रहे कांग्रेस उम्मीदवार काफी आगे हैं. सरवीन चौधरी, शाहपुर सीट से चुनावी मैदान में हैं जिन्हें दोपहर एक बजे तक 23931 और कांग्रेस के केवल सिंह को 35862 वोट मिले थे.


5- ग्रामीण विकास और पंचायत राज मंत्री के तौर पर हिमाचल में सेवाएं देने वाले मंत्री वीरेन्द्र कंवर अपने प्रतिद्वंदी से पीछे चल रहे हैं. कुटलेहड़ सीट से वीरेन्द्र कंवर को 24402 जबकि कांग्रेस उम्मीदवार दविंदर कुमार को  30668 वोट मिले हैं.
 
6- फूड, सिविल-सप्लाई और कन्ज्यूमर अफेयर मंत्री राजिंदर गर्ग भी अपनी सीट से पीछे हैं. घुमारवीं सीट से चुनाव लड़ने वाले राजिंदर गर्ग को दोपहर एक बजे तक की काउंटिंग में 20157, जबकि कांग्रेस के राजेश धर्मानी को 24003 वोट मिले थे.


अभी तक क्या स्थिति


दोपहर एक बजे तक की काउंटिंग के बाद हिमाचल प्रदेश में कांग्रेस 39 सीटों पर, जबकि बीजेपी 26 सीटों पर आगे चल रही है. राज्य में कुल 68 सीट हैं और सरकार बनाने के लिए 35 सीट की जरूरत है.