असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्व सरमा ने बुधवार को कहा कि अगर झारखंड में भारतीय जनता पार्टी (BJP) की सरकार बनती है तो हुसैनाबाद प्रखंड को एक जिला बनाया जाएगा और इसका नामकरण भगवान राम या कृष्ण के नाम पर होगा.


बीजेपी के झारखंड चुनाव सह-प्रभारी हिमंत बिस्व सरमा ने यह भी कहा कि राज्य से घुसपैठियों को बाहर निकालना पार्टी की प्राथमिकता होगी. असम के मुख्यमंत्री पलामू जिले के जपला मैदान में हुसैनाबाद विधानसभा क्षेत्र के उम्मीदवार कमलेश सिंह के लिए एक चुनावी रैली को संबोधित कर रहे थे.


उन्होंने कहा, 'अगर राज्य में भाजपा की सरकार बनती है तो हुसैनाबाद को जिला बनाया जाना सुनिश्चित है. इसका नाम भगवान राम या कृष्ण के नाम पर रखा जाएगा.' उन्होंने आरोप लगाया कि बांग्लादेशी घुसपैठियों के कारण झारखंड की जनसांख्यिकी बदल रही है लेकिन सत्तारूढ़ झारखंड मुक्ति मोर्चा (झामुमो) इस मुद्दे पर चुप है क्योंकि वे उसका वोट बैंक हैं.


उन्होंने कहा, 'घुसपैठियों को बाहर निकालना भाजपा की प्राथमिकता है. हम झारखंड से बांग्लादेशी घुसपैठियों को बाहर निकालने के लिए राष्ट्रीय नागरिक पंजी (NRC) लागू करेंगे.' झारखंड की 81 सदस्यीय विधानसभा के लिए मतदान 13 और 20 नवंबर को दो चरणों में होगा और मतों की गिनती 23 नवंबर को होगी. हिमंत बिस्व सरमा ने यह भी कहा कि झामुमो वंशवाद की राजनीति में विश्वास रखती है तभी उसने पार्टी नेता हेमंत सोरेन, पत्नी कल्पना सोरेन और भाई बसंत सोरेन को चुनाव मैदान में उतारा है.


झारखंड विधानसभा चुनाव के लिए झामुमो ने बुधवार को 35 उम्मीदवारों की अपनी पहली सूची जारी की जिसमें मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन, उनकी पत्नी कल्पना सोरेन और भाई बसंत के नाम शामिल हैं. असम के मुख्यमंत्री ने इसी सूची को लेकर पार्टी पर निशाना साधा है. हिमंत बिस्व सरमा झारखंड चुनाव के लिए भारतीय जनता पार्टी के सह प्रभारी हैं. उन्होंने उम्मीदवारों के बीच पारिवारिक संबंधों का उल्लेख करते हुए कहा, 'झामुमो की उम्मीदवार सूची स्पष्ट रूप से वंशवाद की राजनीति को दर्शाती है.


उन्होंने तंज किया कि झामुमो में विविध उम्मीदवार नहीं हैं और अगर जरूरत पड़ी तो भाजपा अतिरिक्त उम्मीदवार दे सकती है. उनका इशारा भाजपा से हाल में झामुमो में शामिल हुए नेताओं की ओर था. राज्य की 81 सदस्यीय विधानसभा के लिए 13 और 20 नवंबर को मतदान होगा और मतगणना 23 नवंबर को होगी.


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