Hoshiarpur Lok Sabha seat: पंजाब की होशियारपुर लोक सभा सीट चुनावी उथल-पुथल को लेकर जानी जाती है. कहा जाता है कि होशियारपुर सीट से लगातार चुनाव जीतना आसान नहीं होता. बसपा संस्थापक कांशीराम भी यहां से चुनाव लड़े थे और संसद पहुंचे थे. होशियारपुर सीट से इस समय बीजेपी के सोम प्रकाश सांसद हैं. चुनावी सर्वे में पता चला है कि सोम प्रकाश का स्कोर कार्ड ठीक नहीं है, ऐसे में लोक सभा चुनाव 2024 में होशियारपुर सीट से इनका जीतना आसान नहीं होगा.  


द डेली गार्जियन में छपे इंडिया न्यूज के सर्वे के मुताबिक 47 फीसदी लोग ही सोम प्रकाश के कार्यों से संतुष्ट हैं और दोबारा सांसद के रूप में देखना चाहते हैं. वहीं 49.60 फीसदी लोग सोम प्रकाश को होशियारपुर सीट से सांसद नहीं बनाना चाहते हैं. 3.60 फीसदी ऐसे लोग हैं जो कुछ नहीं कहना चाहते हैं. 


होशियारपुर की जनता ने क्या कहा?
इंडिया न्यूज ने होशियारपुर की जनता से पूछा कि क्या आपके सांसद अपने संसदीय क्षेत्र में सक्रिय हैं और होशियारपुर का विकास कर रहे हैं? इसके जवाब में 92.45 फीसदी लोगों ने 'हां' में जवाब दिया, वहीं 6.22 फीसदी लोगों ने 'नहीं' में जवाब दिया. 1.33 फीसदी लोगों ने 'कह नहीं सकते' में जवाब दिया.


जनता से जब पूछा गया कि आप लोकसभा चुनाव 2024 में किस पार्टी को वोट करना चाहेंगे? इसके जवाब में 38.30 फीसदी लोगों ने NDA को वोट देने की बात कही, वहीं 10.19 फीसदी लोगों ने INDIA को वोट देने की बात कही. 32.98 फीसदी लोगों ने 'कह नहीं सकते' में जवाब दिया और 5.03 फीसदी लोगों ने 'नोटा' का विकल्प चुना. 


होशियारपुर लोकसभा सीट की जनता से जब पूछा गया कि क्या आपको केंद्र सरकार की योजनाओं का लाभ मिल रहा है? तो इसके जवाब में 30. 33 फीसदी लोगों ने 'हां' में जवाब दिया, वहीं 69.67 फीसदी लोगों ने 'नहीं' में जबाव दिया. कह नहीं सकते में 0 फीसदी लोगों ने जवाब दिया. करीब 18 फीसदी लोगों ने 'फ्री राशन' मिलने की बात स्वीकार की और 2.25 फीसदी लोगों ने 'आयुष्मान योजना' का लाभ मिलने की बात कही. इसी तरह से अन्य योजनाओं को लेकर भी नकारात्मक जवाब मिले.


होशियारपुर लोक सभा सीट के बारे में-
पंजाब राज्य में स्थित होशियारपुर महाभारत काल का माना है. कहा जाता है कि 5000 साल पहले पांडव वंश के एक शासक ने यहां एक ऐसा यज्ञ करवाया था जिसमें दुनिया के सभी सांपों को आग में भष्म कर दिया गया था. बसपा संस्थापक कांशीराम भी यहां से चुनाव लड़े थे. फिलहाल, यहां से बीजेपी के सोम प्रकाश सांसद हैं. वह मोदी कैबिनेट में केंद्रीय वाणिज्य और उद्योग राज्य मंत्री हैं.


सोम प्रकाश बीजेपी में शामिल होने के लिए समय पूरा होने से पहले ही आईएएस की नौकरी से सेवानिवृत्ति ली थी. 2009 के लोकसभा चुनाव में उन्होंने बीजेपी के टिकट पर होशियारपुर सीट से चुनाव लड़ा लेकिन हार गए. इसके बाद सोम प्रकाश ने 2012 में फगवाड़ा सीट से विधानसभा चुनाव लड़ा और विजयी हुए. 2017 में उन्होंने फिर से इस सीट से जीत हासिल की. ​​​​पंजाब के दोआबा क्षेत्र में एक दलित चेहरा सोम प्रकाश पार्टी में अपनी पकड़ बनाने में कामयाब रहे हैं.


यहां किसी भी राजनीतिक दल के लिए जीत दर्ज करना आसान नहीं रहा है. हर बार होशियारपुर लोकसभा सीट के मतदाताओं ने अलग-अलग पार्टियों को जनादेश सौंपा है. खासकर 1996 से लेकर 2014 तक के आम चुनावों में एक ही पार्टी को कभी दोबारा मौका नहीं मिला. अब इस सीट पर बीजेपी की पकड़ मजबूत हो गई है. होशियारपुर लोकसभा में विकास की गति काफी धीमी है. यहां के मतदाताओं के लिए विकास बड़ा मुद्दा रहा है. विकास के आधार पर ही प्रत्याशी की जीत-हार तय होती है.


अब सभी विधानसभाओं में थोड़ा-थोड़ा विकास दिख रहा है. इस लोकसभा में 9 विधानसभा सीटें हैं, जबकि होशियारपुर लोकसभा सीट पर करीब 16 लाख मतदाता हैं. इस सीट पर वोटिंग का पैटर्न विकास पर आधारित रहा है लेकिन जाति कार्ड का खेल भी यहां खूब चलता है. अकाली दल, भाजपा, कांग्रेस और आम आदमी पार्टी केवल उन्हीं उम्मीदवारों को महत्व देते हैं जो जातिगत दायरे में फिट बैठते हैं.


यह भी पढ़ेंः Survey Result: UP की खीरी लोकसभा सीट पर क्या जनता केंद्रीय मंत्री अजय मिश्रा टेनी से है नाराज, सर्वे में चौंकाने वाले नतीजे