Lok Sabha Election 2019: 23 अप्रैल को 17वीं लोकसभा चुनने के लिए 15 राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों की 116 सीटों पर मतदान होगा. यह चरण सत्ताधारी पार्टी बीजेपी के लिए बेहद अहम है, क्योंकि बीजेपी 2014 में बीजेपी इस चरण में अच्छी खासी बढ़त बनाने पर कामयाब रही थी. अगर कांग्रेस भी 2014 के मुकाबले अपना प्रदर्शन सुधारना चाहती है, तो उसी इस चरण में बेहतर परफॉर्म करना होगा.
तीसरे चरण में जिन 116 सीटों पर मतदान हो रहा है, उनमें से बीजेपी 2014 में 62 सीटें जीतने में कामयाब रही थी. हालांकि सबसे ज्यादा सीट जीतने के बावजूद बीजेपी के लिए सबसे बड़ा चैलेंज इस चरण की वो 45 सीटें हैं, जिन पर उसे कभी भी जीत नहीं मिली है.
इस चरण में भी कांग्रेस कै सामने चुनौती कम बड़ी नहीं है, क्योंकि कांग्रेस इस चरण की 116 सीटों में से 2014 में सिर्फ 16 सीटें ही जीत पाई थी. केरल और गुजरात की सभी सीटों इस चरण में चुनाव हो रहा है. इन दोनों ही राज्यों में कांग्रेस को 2014 के मुकाबले बेहतर प्रदर्शन की उम्मीद है.
इस चरण में केरल की 20 और पश्चिम बंगाल की 5 सीटें दांव पर हैं. सीपीएम 2014 में इन 25 में से 7 सीटें जीतने में कामयाब हुई थी. बीजेडी इस चरण में 6 सीटें जीतकर चौथे नंबर की पार्टी बनी थी.
2014 में इन 116 सीटों में से एनसीपी को 4, शिवसेना को 3 और समाजवादी पार्टी को भी 3 सीटों पर जीत मिली थी. इसके अलावा 3 निर्दलीय, आईयूएमएल के 2, आरजेडी के 2 और एआईयूडीएफ के 2 सांसद इस चरण की सीटों पर चुने गए थे. सीपीआई को 2, केरल कांग्रेस को 1, एलजेपी को 1, आरएसपी को 1, एसडब्लूपी को 1 और तृणमूल कांग्रेस को 1 सीट पर जीत मिली थी.
ओवरऑल बात करें तो तीसरे चरण की 116 में से एनडीए को 67, यूपीए को 26 और अन्य को 23 सीटों पर जीत मिली थी.
तीसरा चरण: 15 राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों की 116 सीटों पर कल होगी वोटिंग