Rajasthan New Government: राजस्थान में कभी वसुंधरा राजे के खास कहने जाने वाले यूनुस खान एक बार फिर चर्चा में हैं. वजह है उनका एक बयान. डीडवाना से चुनाव जीतने के बाद पहली बार अपने विधानसभा क्षेत्र में पहुंचे यूनुस खान एक्शन मोड में आ गए हैं. उन्होंने कहा कि, "बेशक वसुंधरा राजे सीएम न बन पाईं हों, लेकिन उससे मेरी ताकत कम नहीं होगी. उन्होंने अपनी आगे की योजनाओं पर भी बात की."
वसुंधरा राजे के सीएम न बनने से ताकत कम होने के सवाल पर यूनुस खान ने कहा, “एक बात को समझना पड़ेगा, किसी व्यक्ति से किसी विधायक की पावर ज्यादा और कम नहीं होती. मैं विधायक हूं, मुझे जो काम करना है वो कैसे कराना है ये मुझे आता है. मैं पावर में नहीं हूं, मैं विधायक हूं. सरकार में जो मंत्री बने हैं, क्या वो डीडवाना का पानी रोक लेंगे. हम हमारा निजी काम लेकर नहीं जाएंगे, जनहित के मुद्दे लेकर जाएंगे.”
भजनलाल शर्मा को दी सीएम बनने पर बधाई
भजनलाल शर्मा के सीएम बनने के सवाल पर उन्होंने कहा, मैंने उनके साथ मिलकर संगठन में बहुत काम किया है. हम लोगों ने सेवक के रूप में और मित्र के रूप में काम किया है. वह सीएम बने हैं, उन्हें बहुत-बहुत बधाई. हमें उम्मीद है कि पार्टी ने जो जिम्मेदारी उन्हें दी है उस पर वह खरा उतरेंगे. उन्होंने कहा भी है कि वह 200 विधायकों को साथ लेकर चलेंगे. उम्मीद करते हैं कि लोगों से जुड़े काम होते रहेंगे."
'जनता ने मुझे चुना है, उनके लिए कुछ भी करूंगा'
पार्टी से दरकिनार किए जाने पर उन्होंने कहा, "सरकार से मेरी कोई लड़ाई नहीं है. मैं जनता का काम लेकर जाऊंगा, अपना निजी काम लेकर नहीं जाऊंगा, वो क्यों रोकेंगे. जनता के लिए मैं किसी भी स्तर की लड़ाई लड़ने को तैयार हैं. मुझे लोगों ने इसलिए चुना है."
कौन हैं यूनुस खान
बता दें कि यूनुस खान राजस्थान में बीजेपी के इकलौते मुस्लिम चेहरे थे, लेकिन इस बार पार्टी ने उन्हें टिकट नहीं दिया था. नाराज होकर वह निर्दलीय ही चुनावी मैदान में कूद गए और जीत दर्ज की. 2018 में बीजेपी ने इन्हें कांग्रेस के सचिन पायलट के सामने टोंक से उतारा था, लेकिन तब यूनुस खान हार गए थे. यूनुस खान को पूर्व सीएम वसुंधराराजे का करीबी माना जाता है. वह वसुंधरा राजे सरकार में परिवहन मंत्री रहे थे. राजे सरकार में युनूस कई बार संकट मोचक साबित हुए थे. इसके कारण राजे सरकार में उनकी काफी अहमियत रही थी.
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