Jammu Kashmir Assembly Elections: जम्मू कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री और नेशनल कॉन्फ्रेंस के नेता उमर अब्दुल्ला ने अमित शाह के बयान पर आपत्ति जताई है. अमित शाह के पत्थरबाजों पर दिए बयान पर अब उमर अब्दुल्ला ने प्रतिक्रिया दी है. उमर अब्दुल्ला ने न्यूज एजेंसी एएनआई से बातचीत में कहा, 'हर किसी को हक है कि वो अपनी बेगुनाही का सबूत दे और जेल से बाहर आए.'


उमर अब्दुल्ला ने कहा, 'मैं तो सिर्फ इतना जानना चाहता हूं कि जिनको गिरफ्तार किया है, उनके खिलाफ कोई मुकदमा हुआ है? क्या उनके खिलाफ केस शुरू किया है? क्या उनके जुर्म को अदालत में साबित किया है? पांच साल आपने उनको बंद रखा है. उनमें से ऐसे कितने हैं जिनके खिलाफ इल्जाम आपने अदालत में साबित किए हैं? ज्यादातर लोग ऐसे हैं जिनके खिलाफ केस आजतक शुरू हुआ ही नहीं है. मैं तो कहता हूं कि फौरी तौर पर जिनके केसों में फिलहाल कोई कार्रवाई नहीं हुई है, उनपर दोबारा सोचा जाना चाहिए.'



 क्यो बोले थे अमित शाह?

 

केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने आतंकवाद पर कड़ा रुख अपनाते हुए रविवार (22 सितंबर) को कहा कि जम्मू-कश्मीर में किसी भी पत्थरबाज या आतंकवादी को रिहा नहीं किया जाएगा और जब तक आतंकवाद का सफाया नहीं कर दिया जाता तब तक पाकिस्तान के साथ कोई बातचीत नहीं होगी.












 

दूसरे चरण के लिए तैयार है जम्मू कश्मीर

 

जम्मू कश्मीर में 18 सितंबर को पहले चरण की वोटिंग हो चुकी है. बुधवार यानी कि 25 सितंबर को जम्मू कश्मीर में दुसरे चरण तो एक अक्टूबर को तीसरे चरण का मतदान होगा. चुनाव आयोग के मुताबिक, जम्मू और कश्मीर में 90 निर्वाचन क्षेत्रों में 87.09 लाख मतदाता हैं, जिनमें 42.6 लाख महिलाएं हैं. वहां पहली बार वोट देने वाले युवा मतदाताओं की संख्या 3.71 लाख है. कुल मिलाकर 20.7 लाख युवा मतदाता हैं, जिनकी आयु 20 से 29 वर्ष के बीच है. पूरे जम्मू कश्मीर में करीब 11,838 मतदान केंद्र बनाए गए हैं. यह मतदाता केंद्र कुल 9,169 स्थानों पर बनाए गए हैं. इनमें ग्रामीण क्षेत्रों में 9,506 मतदान केंद्र बने हैं. हर मतदान केंद्र पर औसतन 735 मतदाता हैं. जम्मू कश्मीर में चुनाव आयोग ने इस बार 360 मॉडल पोलिंग स्टेशन बनाने का फैसला किया था. जम्मू कश्मीर में कुल 90 विधानसभा सीटें हैं. इनमें से 74 जनरल, नौ एसटी और सात एससी सीटें हैं.