(Source: ECI/ABP News/ABP Majha)
Jammu and Kashmir Elections 2024: 'BJP को तो उमर अब्दुल्ला का...', PM नरेंद्र मोदी को महबूबा मुफ्ती का जवाब
Jammu and Kashmir Elections 2024: श्रीनगर में पीएम नरेंद्र मोदी ने कहा था कि जम्मू-कश्मीर की अवाम को उनके जायज हक से महरूम रखना ही ‘तीन खानदानों’ (कांग्रेस, एनसी और पीडीपी) का सियासी एजेंडा रहा है.
Jammu and Kashmir Elections 2024: जम्मू और कश्मीर में चुनावी समर के बीच पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी (पीडीपी) की चीफ और पूर्व मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती ने भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) को आड़े हाथों लिया है. उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के "तीन परिवार" वाले बयान को लेकर तंज कसा कि पीएम नरेंद्र मोदी को तो शेख परिवार (शेख अब्दुल्ला फैमिली के संदर्भ में) का शुक्रगुजार होना चाहिए. उन लोगों (शेख अब्दुल्ला) ने जम्मू-कश्मीर के भारत में विलय में अहम भूमिका निभाई थी.
नवा कदल इलाके में चुनावी जनसभा में शुक्रवार (20 सितंबर, 2024) को महबूबा मुफ्ती बोलीं, "अगर शेख अब्दुल्ला मुस्लिम बहुल राज्य होने के बावजूद भारत में शामिल नहीं होते तो कश्मीर या तो स्वतंत्र होता या पाकिस्तान का हिस्सा होता. पीएम मोदी को शेख परिवार (अब्दुल्ला) का आभारी होना चाहिए, खासकर शेख अब्दुल्ला का. उनके प्रयासों से जम्मू-कश्मीर का देश में विलय संभव हुआ."
"PAK का एजेंडा लागू करना चाहती हैं INC-NC"
महबूबा मुफ्ती का बयान पीएम नरेंद्र मोदी की उस टिप्पणी पर आया है, जिसमें गुरुवार (19 सितंबर, 2024) को उन्होंने आरोप लगाया था कि कांग्रेस, नेशनल कॉन्फ्रेंस (एनसी) और पीडीपी ने सियासी फायदे के लिए क्षेत्र के युवाओं के भविष्य को खतरे में डाला. कटरा में रैली क दौरान पीएम नरेंद्र मोदी ने दावा किया था, "कांग्रेस-नेशनल कॉन्फ्रेंस की पोल खुद पाकिस्तान ने खोल दी है. यानी कांग्रेस-नेशनल कॉन्फ्रेंस यहां पर पाकिस्तान का एजेंडा लागू करना चाहते हैं. पाकिस्तान के जिस एजेंडे ने जम्मू कश्मीर की पीढ़ियां बर्बाद की, हमारा खून बहाया...वही यह लोग यहां फिर से लागू करना चाहते हैं."
3 खानदानों का जिक्र कर PM मोदी ने कही ये बात
नरेंद्र मोदी ने इससे पहले श्रीनगर में कांग्रेस, नेशनल कॉन्फ्रेंस और पीडीपी पर हमला बोला था. उन्होंने कहा कि जम्मू-कश्मीर की अवाम को उनके जायज हक से महरूम रखना ही इन ‘तीन खानदानों’ का सियासी एजेंडा रहा है, जबकि बीजपी सबको जोड़ कर दिल और दिल्ली की दूरी मिटा रही है. कांग्रेस, एनसी और पीडीपी ने जम्मू-कश्मीर को सिर्फ तशद्दुद यानी डर और इंतशार यानी अराजकता ही दी है.