Jammu Kashmir Election Results 2024: जम्मू कश्मीर में हुए विधानसभा चुनाव के रिजल्ट आने के बाद यहा सरकार बनाने की कवायद तेज हो गई. राज्य में कांग्रेस और एनसी गठबंधन को पूर्ण बहुमत मिला है. चौंकाने वाली बात ये है कि नतीजे आए करीब दो दिन हो गए, लेकिन शानदार प्रदर्शन करने वाले उमर अब्दुल्ला को कांग्रेस आलाकमान की ओर से अब तक बधाई तक नहीं दी गई. ऐसे में  तमाम तरह के सियासी कयास लगाए जाने लगे हैं. ऐसे में सवाल उठ रहे हैं कि क्या इंडिया गठबंधन में सब कुछ ठीक नहीं है?


जम्मू कश्मीर में फारूख अब्दुल्ला की नेशनल कान्फ्रेंस 51 सीटों पर तो कांग्रेस 32 सीटों पर चुनाव लड़ी थी. सीपीआई (एम) और पैंथर्स को एक-एक सीट देने पर सहमति बनी थी. इसके अलावा दोनों पार्टियों ने पांच सीटें फ्रेंडली फाइट के लिए छोड़ी थी.


जम्मू कश्मीर के नतीजों पर नजर डालें तो नेशनल कॉन्फ्रेंस को 42 सीटें, कांग्रेस को छह सीटें, बीजेपी को 29 सीटें पीडीपी को 3 सीटें, AAP को एक सीट, सीपीआई (एम) को एक सीट और अन्य को आठ सीटें मिलीं. जम्मू कश्मीर चुनाव रिजल्ट के बाद कांग्रेस पूरी तरह से नेशनल कॉन्फ्रेंस की बैसाखी पर टिकी नजर आ रही है.


क्या निर्दलीय करेंगे कांग्रेस का काम खराब


जम्मू कश्मीर के नतीजे भले ही 'इंडिया गठबंधन' के पक्ष में रहे हों लेकिन आंकड़े देखें तो यह कांग्रेस के लिए बहुत अच्छे नहीं हैं. कांग्रेस ने गठबंधन के तहत जम्मू कश्मीर की 32 सीटों पर चुनाव लड़ा था, जिनमें सिर्फ 6 पर जीत मिली. ऐसे में अपने दम पर 42 सीटें जीतने वाली नेशनल कॉन्फ्रेंस की निर्भरता कांग्रेस पर काफी कम हो गई है. इसकी एक वजह निर्दलीय भी है. दरअसल, जम्मू कश्मीर में बहुमत के लिए 46 सीटें चाहिए. जबकि निर्दलीय की संख्या 8 है. उमर अब्दुल्ला पहले ही दावा कर चुके हैं कि कई निर्दलीय विधायक उनसे संपर्क कर चुके हैं और समर्थन देने की बात कह चुके हैं.


जम्मू-कश्मीर के निर्दलीय विधायक प्यारे लाल नेशनल कॉन्फ्रेंस में शामिल होने जा रहे हैं. टिकट नहीं मिलने पर नाराज प्यारेलाल ने निर्दलीय चुनाव लड़ा था और जीत भी लिया. ऐसे में अब नेशनल कॉन्फ्रेंस के कुल विधायक 43 हो जाएंगे.


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