नई दिल्ली: झारखंड में बीजेपी-आजसू के गठबंधन पर तलवार लटक गई है. बीजेपी ने आजसू के सामने जो फार्मूला रखा है. आजसू उस पर राजी होता नजर नहीं आ रहा. बावजूद इसके बीजेपी और आजसू नेता अभी भी संपर्क में बने हुए हैं और दोनों तरफ से गठबंधन की कोशिशें जारी है.

गौरतलब है कि झारखंड में एनडीए के हिस्सा रही आजसू चुनाव की घोषणा के साथ ही बीजेपी से 20 सीटे मांग रही थी. बाद में 16 सीटें, और नजदीक आते आते 14 सीटों पर समझौता करने के लिए तैयार थी. जबकि बीजेपी 10 सीटें देने को तैयार थी. गठबंधन होता न देख आजसू नेता सुदेस महतो ने सोमवार को 12 विधानसभा प्रत्याशियों की पहली सूची जारी कर बीजेपी की मुश्किलें खड़ी कर दी.


जिसके बाद से बीजेपी ने दोबारा सुदेश महतो से बात करना शुरू किया. सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक मंगलवार देर रात बीजेपी अमित शाह ने स्वयं सुदेश महतो से फोन पर बात की. इस दौरान बीजेपी ने 10 सीटों का प्रस्ताव दिया. जबकि आजसू द्वारा घोषित सीटों में से 3 पर फ्रेंडली फाइट पर सहमति जताई. बाकी सीटों पर आजसू को उम्मीदवार वापस लेने को कहा गया है. साथ ही अन्य बातों पर सहमति बनाने के लिए महतो को दिल्ली आने को कहा गया था. लेकिन आजसू खेमे से मिली जानकारी के मुताबिक आजसू के अन्य नेता उम्मीदवारी वापस लेने के पक्ष में नहीं हैं. जिससे लगभग सभी सीटों पर सीधी लड़ाई तय मानी जा रही है. बुधवार देर शाम तक स्थिति ज्यों का त्यों बनी हुई थी. जिससे दोनों दलों के बीच समझौता होता नजर नहीं आ रहा है.

चर्चा है कि बुधवार रात तक आजसू यदि अपने फैसले पर कायम रही तो बीजेपी के सामने अकेले चुनाव लड़ने के अलावा कोई दूसरा रास्ता नहीं होगा. बीजेपी भी इससे अनभिज्ञ नहीं है. बीजेपी के चुनाव प्रभारी ओम माथुर ने इन सारी परिस्थितियों को ध्यान में रखते हुए राज्य की सभी 81 सीटों पर प्रत्याशियों के नाम फाइनल कर लिया है. जिसमे 53 सीटों पर उम्मीदवार घोषित किये जा चुके हैं. जबकि बची हुई सीटों पर कभी भी प्रत्याशी घोषित हो सकते हैं.