Jharkhand Elections: बीजेपी का सख्त रुख! झारखंड में घुसपैठियों के बच्चों को नहीं मिलेगा आदिवासी का दर्जा
BJP Promise For Jharkhand: झारखंड विधानसभा चुनाव 2024 को लेकर चुनाव प्रचार के दौरान बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा ने कहा कि सरकार बनने पर घुसपैठियों पर कार्रवाई की जाएगी.
Jharkhand Elections 2024: केंद्रीय मंत्री और बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने शनिवार (09 नवंबर) को संकल्प लिया कि अगर बीजेपी झारखंड में सत्ता में आती है तो वह स्थानीय समुदायों के अधिकारों की रक्षा करेगी और घुसपैठिए पिता और स्थानीय आदिवासी मां के बच्चों को आदिवासी का दर्जा नहीं देने देगी.
बीजेपी अध्यक्ष ने पलामू जिले के बिश्रामपुर में एक चुनावी रैली को संबोधित करते हुए कहा, "हर बांग्लादेशी को झारखंड से बाहर निकाल दिया जाएगा और इसके साथ ही, जिस तरह से वे आदिवासी बहनों से शादी करते हैं और अपनी आदिवासी जमीन पर अधिकार चाहते हैं, उनसे पैदा होने वाले बच्चों को कोई आदिवासी अधिकार नहीं दिया जाएगा."
सोरेन सरकार पर लगाया घुसपैठ को बढ़ावा देने का आरोप
उन्होंने ने हेमंत सोरेन के नेतृत्व वाली झारखंड मुक्ति मोर्चा (जेएमएम) सरकार पर बांग्लादेशी घुसपैठियों को शरण देने का आरोप लगाया और आश्वासन दिया कि चुनाव के बाद ऐसे सभी लोगों को राज्य से बाहर निकाल दिया जाएगा. बीजेपी के सीनियर नेता ने यह भी आरोप लगाया कि झारखंड सरकार में "भ्रष्ट लोग और चोर" शामिल हैं और उन्होंने मतदाताओं से "सिंगल इंजन" वाली सरकार को "डबल इंजन" वाली सरकार से बदलने का आग्रह किया.
बीजेपी अध्यक्ष ने कहा, ‘‘समय आ गया है कि झारखंड से सिंगल इंजन वाली सरकार को हटाकर यहां सर्वांगीण विकास के लिए डबल इंजन वाली सरकार बहाल की जाए.’’
अमित शाह ने भी उठाया घुसपैठ का मुद्दा
इससे पहले दिन में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने झारखंड की हेमंत सोरेन सरकार पर राज्य में "बांग्लादेशी घुसपैठियों का लाल कालीन बिछाकर स्वागत" करने का आरोप लगाया था. उन्होंने यह भी कहा कि "राज्य में बीजेपी की सरकार बनते ही ऐसी ताकतों को बाहर निकाल दिया जाएगा."
अमित शाह ने पूर्वी सिंहभूम के पोटका में एक चुनावी रैली में कहा, "जेएमएम नीत गठबंधन ने बांग्लादेशी घुसपैठियों के लिए लाल कालीन बिछा दी है, जो झारखंड में बस गए हैं और आदिवासियों की जमीन, युवाओं के रोजगार हड़प रहे हैं और राष्ट्र विरोधी गतिविधियों में लिप्त हैं. बीजेपी की सरकार बनने दीजिए. उन्हें निर्वासित कर दिया जाएगा और एक पक्षी को भी सीमा पार करने की इजाजत नहीं दी जाएगी."