(Source: ECI/ABP News/ABP Majha)
दादा की सीट पर पोते की जीत, तीसरी पीढ़ी विधानसभा पहुंची! जानें करहल विधानसभा सीट का इतिहास
Karhal Bye Election 2024: मुलायम परिवार को भारतीय राजनीति का प्रभावशाली परिवार माना जाता है और इसके पीछे उनकी सालों की राजनीतिक उपलब्धियां और लंबे वक्त तक प्रतिनिधित्व करना भी एक वजह है.
Karhal Bye Election 2024: करहल विधानसभा सीट से तेजप्रताप यादव का विजय हासिल कर विधानसभा में प्रवेश करना मुलायम कुनबे की तीसरी पीढ़ी के सियासी सफर का एक नया अध्याय है. मुलायम सिंह यादव के पौत्र और अखिलेश यादव के भतीजे तेजप्रताप यादव अब उत्तर प्रदेश की विधानसभा में सैफई परिवार का प्रतिनिधित्व करेंगे.
तेजप्रताप यादव ने बीजेपी के अनुजेश यादव को हराकर ये सीट हासिल की है. रिश्ते में वो अखिलेश यादव और धर्मेंद्र यादव के बहनोई लगते हैं और तेजप्रताप यादव के फूफा हैं. अनुजेश यादव की गिनती बीजेपी के सक्रिय सदस्यों में होती है.
राजनीति में सबसे बड़ा कुनबा
मुलायम परिवार को भारतीय राजनीति का प्रभावशाली परिवार माना जाता है और इसके पीछे उनकी सालों की राजनीतिक उपलब्धियां और लंबे वक्त तक प्रतिनिधित्व करना भी एक वजह है. सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव कन्नौज से सांसद हैं, उनकी पत्नी डिंपल यादव मैनपुरी से सांसद हैं, वहीं धर्मेंद्र यादव, अक्षय यादव और आदित्य यादव भी क्रमशः आजमगढ़, फिरोजाबाद और बदायूं से लोकसभा में प्रतिनिधित्व कर रहे हैं. इसके अलावा, प्रो. रामगोपाल यादव राज्यसभा के सदस्य हैं.
करहल उपचुनाव: सैफई परिवार की राजनीति में एक और मील का पत्थर
करहल उपचुनाव में तेजप्रताप यादव की जीत के साथ ही मुलायम परिवार ने अपने नाम एक और उपलब्धि दर्ज कराई है. इस जीत के साथ ही, मुलायम परिवार की तीसरी पीढ़ी ने उत्तर प्रदेश की विधानसभा में कदम रखा है. इससे पहले मुलायम सिंह यादव और उनके भाई शिवपाल सिंह यादव पहली पीढ़ी के प्रतिनिधि के रूप में विधानसभा में थे और बाद में अखिलेश यादव ने दूसरी पीढ़ी का प्रतिनिधित्व करते हुए विधानसभा में अपनी जगह बनाई. अब, तीसरी पीढ़ी के रूप में तेजप्रताप यादव विधानसभा में इस परिवार का प्रतिनिधित्व करेंगे.
तेजप्रताप यादव, मुलायम परिवार के सबसे छोटे सदस्य के रूप में अपने परिवार का आशीर्वाद लेकर राजनीति में सक्रिय हो रहे हैं. मुलायम सिंह यादव ने 2014 में मैनपुरी सीट खाली की थी, तो उन्होंने अपने पौत्र तेजप्रताप को यह जिम्मेदारी सौंपी. इसी तरह, 2024 में अखिलेश यादव ने करहल विधानसभा सीट खाली करते हुए तेजप्रताप को वहां चुनाव लड़ने का मौका दिया. अब तेजप्रताप अपने बाबा और चाचा की राजनीतिक विरासत को आगे बढ़ाते हुए, विधानसभा में परिवार का प्रतिनिधित्व करेंगे.
संसद में भी पहुंची हैं सैफई परिवार की तीन पीढ़ियां
सिर्फ विधानसभा ही नहीं, बल्कि सैफई परिवार की तीन पीढ़ियां संसद में भी पहुंच चुकी हैं. मुलायम सिंह यादव के बाद, दूसरी पीढ़ी के रूप में उनके बेटे अखिलेश यादव, भतीजे धर्मेंद्र यादव और अक्षय यादव संसद पहुंचे हैं. इसके अलावा परिवार के बाकी सदस्य आदित्य यादव ने संसद में सैफई परिवार का प्रतिनिधित्व किया. 2014 में मैनपुरी सीट पर जीतकर तीसरी पीढ़ी के तेजप्रताप यादव ने भी संसद में अपनी जगह बनाई थी.
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