Karnataka Assembly Election 2023: आम आदमी पार्टी (AAP) पहली बार कर्नाटक की सभी 224 विधानसभा सीटों पर चुनाव लड़ेगी. पार्टी 140 उम्मीदवारों की घोषणा पहले ही कर चुकी है. पिछले विधानसभा चुनाव में पार्टी ने जिन 29 सीटों पर चुनाव लड़ा था, उनमें से 18 बेंगलुरु में और 11 राज्य के अन्य हिस्सों में थीं. हालांकि, सभी सीटों पर आप उम्मीदवारों की जमानत तक जब्त हो गई थी. इसी बीच आप के राज्य संयोजक पृथ्वी रेड्डी (Prithvi Reddy) ने पार्टी के रोडमैप और विधानसभा चुनाव की तैयारियों को लेकर भी बातचीत की.
पृथ्वी रेड्डी ने शनिवार (1 अप्रैल) को द इंडियन एक्सप्रेस से बात करते हुए कहा कि वे मौजूदा जाति व धर्म की राजनीति को तोड़ने और स्थानीय मुद्दों के आधार पर विकल्पों को आगे बढ़ाने का प्रयास करके कर्नाटक में एक नया नैरेटिव सेट करने की कोशिश कर रहे हैं. उन्होंने कहा कि हमारा प्राथमिक फोकस उन क्षेत्रों पर होगा जहां सांप्रदायिक/जाति की राजनीति कम है और जहां लोग स्थानीय मुद्दों के आधार पर मतदान करते हैं.
"आप के लिए कर्नाटक दक्षिण भारत का प्रवेश द्वार"
कर्नाटक की सभी सीटों पर चुनाव लड़ने के सवाल पर पृथ्वी रेड्डी ने कहा कि ये आप की ओर से लड़ा गया अब तक का सबसे बड़ा राज्य होगा. ये पहली बार है कि आप के 224 उम्मीदवार एक राज्य में चुनाव लड़ रहे हैं. ये हमारी राजनीतिक यात्रा में एक मील का पत्थर और ऐतिहासिक कदम है. आप के लिए कर्नाटक दक्षिण भारत का प्रवेश द्वार है और परिणाम महत्वपूर्ण है. हम एक 'शहरी राजनीतिक दल' के रूप में अपना लेबल तोड़ना चाहते हैं और राज्य के ग्रामीण इलाकों तक पहुंचेंगे.
उम्मीदवारों के चयन के लिए क्या मानदंड हैं?
चुनाव में उम्मीदवारों के चयन के मानदंड पर पृथ्वी रेड्डी ने कहा कि हमने 140 उम्मीदवारों के नाम जारी किए हैं, जिनमें 11 महिलाएं, 21 स्नातकोत्तर, 9 डॉक्टर, 10 इंजीनियर, 14 किसान, 16 अधिवक्ता और 6 एमबीए स्नातक शामिल हैं. उम्मीदवारों का चयन करने का हमारा एकमात्र मानदंड उनकी दक्षता और समाज सेवा में शामिल होने का पिछला इतिहास था. उन्होंने कहा कि हमने धर्म, जाति या अन्य चीजों के आधार पर उम्मीदवार नहीं उतारे हैं. उदाहरण के लिए, हमने शिवाजीनगर में एक हिंदू उम्मीदवार को मैदान में उतारा है, जिसे मुस्लिम सीट माना जाता है. हम इस सीरीज को तोड़ना चाहते हैं और कर्नाटक में राजनीति के लिए एक नया पैमाना लाना चाहते हैं.
मनीष सिसोदिया की गिरफ्तारी का होगा असर?
दिल्ली में मनीष सिसोदिया की गिरफ्तारी के कारण आप संकट में घिरी है. ऐसे में कर्नाटक में सफल अभियान कैसे चलाएंगे? इसपर उन्होंने कहा कि मनीष सिसोदिया की गिरफ्तारी राजनीति से प्रेरित है और इससे हम पर कोई असर नहीं पड़ेगा. आप अरविंद केजरीवाल, पंजाब के सीएम भगवंत मान, राज्यसभा सांसद संजय सिंह, सांसद राघव चड्ढा को राज्य में चुनाव प्रचार करते देखेंगे. हम राज्य भर में यात्रा करने जा रहे हैं और मतदाताओं को बताएंगे कि हमने दिल्ली और पंजाब में क्या काम किया है.
आप के पास कोई बड़ा चेहरा न होने पर क्या कहा?
कर्नाटक में आप के पास कोई बड़ा चेहरा न होने के सवाल पर पृथ्वी रेड्डी ने कहा कि हम अपने सिद्धांतों को देख रहे हैं न कि व्यक्तित्वों को. एक बार परिणाम सामने आने के बाद, व्यक्तित्व स्वाभाविक रूप से विकसित होगा. हमारी पार्टी के सभी 224 उम्मीदवार मुख्यमंत्री पद के उम्मीदवार होंगे. हम इसे चुनने के लिए लोगों पर छोड़ देंगे.
पूर्व आईपीएस अधिकारी भास्कर राव के पार्टी छोड़ने से पार्टी पर कैसा असर पड़ेगा, इसपर उन्होंने कहा कि वह करीब एक साल तक आप के साथ रहे और हर रोज कर्नाटक में बीजेपी के भ्रष्टाचार का पर्दाफाश करते रहे. अब, वह उसी पार्टी में शामिल हो गए हैं, यह कहते हुए कि वह आप में अपने राजनीतिक करियर में विकास नहीं देख सकते हैं. जिस पार्टी को वह भ्रष्टाचारी कहते थे, उसी पार्टी में शामिल हो गए हैं.
"चुने जाने पर हम सभी वादे पूरा करेंगे"
रेड्डी ने कहा कि चुनाव में वादे पूरे करने का रिकॉर्ड हमारे पास है. कांग्रेस, बीजेपी और जद (एस) के घोषणापत्र में जो कुछ भी है वह दिल्ली और पंजाब में आप के वादों की कॉपी है. हमने पहले ही 10 गारंटी की घोषणा की है, जिसमें 300 यूनिट मुफ्त बिजली, नौकरियों में स्थानीय लोगों के लिए 80 प्रतिशत आरक्षण और राज्य में सभी खाली पदों को भरना शामिल है. चुने जाने पर हम इन्हें पूरा करेंगे, जैसा कि हमने दिल्ली और पंजाब में किया.
ये भी पढ़ें-