Karnataka Assembly Election: कर्नाटक में विधानसभा चुनाव की तैयारी जोर शोर से चल रही है. इसी बीच कांग्रेस और बीजेपी की लड़ाई चुनावी मैदान के बाद चुनाव आयोग तक पहुंच गई है. कांग्रेस केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह और यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के खिलाफ निवार्चन आयोग पहुंची है तो दूसरी तरफ बीजेपी कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे के खिलाफ आयोग गई है. 


केंद्रीय मंत्री भूपेंद्र यादव के नेतृत्व में बीजेपी प्रतिनिधिमंडल  इलेक्शन कमीशन पहुंचा. इस दौरान बीजेपी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की तुलना जहरीले सांप से किए जाने के मामले में कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिाकार्जुन खरगे के खिलाफ एफआईआर दर्ज करने और कर्नाटक में उनके चुनाव प्रचार करने पर रोक लगाने की मांग की. 


वहीं कांग्रेस ने केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह और उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ पर कर्नाटक चुनाव के प्रचार के दौरान सांप्रदायिक और उकसाने वाले बयान देने का आरोप लगाते हुए निर्वाचन आयोग में शिकायत की. पार्टी ने दोनों नेताओं के चुनाव प्रचार करने पर रोक लगाने आग्रह किया. 


कांग्रेस ने क्या कहा?
चुनाव आयोग पहुंचे कांग्रेस नेता अभिषेक मनु सिंघवी कहा कि हमने चुनाव आयोग के समक्ष दो तीन विषय उठाए हैं. सबसे महत्वपूर्ण मुद्दा बीजेपी के बड़े नेताओं के बयान हैं. हमने गृह मंत्री अमित शाह और उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के खिलाफ शिकायत की है. उन्होंने आरोप लगाया कि इन दोनों नेताओं ने तीन-चार ऐसे बयान दिए हैं जो उकसाने वाले, सांप्रदायिक, आपसी वैमनस्य और नफरत फैलाते हैं. 


सिंघवी ने कहा कि बीजेपी के नेताओं की तरफ से कांग्रेस के खिलाफ निराधार आरोप लगाए गए हैं. अल्पसंख्यकों के विरूद्ध आपत्तिजनक टिप्पणियां की गई हैं. उनका कहना था. हमने आयोग से कहा कि यह चुनाव आचार संहिता का स्पष्ट उल्लंघन है. उन्होंने बताया कि हमने मांग की है कि कार्रवाई होनी चाहिए. कोई व्यक्ति कितने भी बड़े पद पर हो, कानून सबके लिए बराबर है, हमने आग्रह किया कि ऐसे नेताओं को चुनाव प्रचार से रोक देना चाहिए. 


बीजेपी ने क्या कहा? 
इलेक्शन कमीशन के अधिकारियों से मुलाकात के बाद संबोधित करते हुए भूपेंद्र यादव ने कहा कि ऐसा नहीं है कि जुबान फिसलने की वजह से खरगे की यह टिप्पणी सामने आई है, बल्कि यह कांग्रेस की नफरत की राजनीति का हिस्सा है. 


यादव ने कहा कि कांग्रेस का मोदी पर व्यक्तिगत हमले करने का इतिहास रहा है. उन्होंने आरोप लगाया कि कांग्रेस समाज में सामाजिक सौहार्द खराब करने और चुनावों में लोगों को उकसाने का प्रयास कर रही है. बीजेपी महासचिव चुग ने कहा कि खरगे आदतन अपराधी हैं और कांग्रेस के नेता पीएम मोदी के खिलाफ पूर्व में भी कई अवसरों पर ‘घृणास्पद’ निजी टिप्पणी कर चुके हैं. बीजेपी ने आईपीसी की धारा 499 और 500 के तहत खरगे के खिलाफ एफआईआर दर्ज करने की मांग की है, जो मानहानि से संबंधित है. पार्टी ने धारा 504 के तहत भी खरगे के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है. यह धारा जानबूझकर अपमान करने और उकसाने के अपराध से संबंधित है. 


मल्लिकार्जुन खरगे ने क्या सफाई दी थी? 
कर्नाटक में एक चुनावी रैली को संबोधित करते हुए खरगे ने पीएम मोदी की तुलना जहरीले सांप से की थी। विवाद पैदा होने के बाद उन्होंने बाद में स्पष्ट किया कि उनकी टिप्पणी प्रधानमंत्री के खिलाफ नहीं, बल्कि सत्तारूढ़ बीजेपी के खिलाफ थी. 


अमित शाह ने क्या कहा था? 
कांग्रेस ने केंद्रीय गृह मंत्री द्वारा गत मंगलवार (25 अप्रैल) को एक चुनावी सभा में दिए गए उस बयान का उल्लेख किया है जिसमें उन्होंने कहा था कि अगर कर्नाटक में कांग्रेस सत्ता में आई तो राज्य में परिवारवाद की राजनीति चरम पर होगी और वह दंगों की चपेट में रहेगा.  शाह ने यह भी कहा था कि कांग्रेस के सरकार बनाने पर राज्य में अभी तक हुआ विकास रिवर्स गियर में चला जाएगा. 


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