Karnataka Election 2023: पीएम नरेंद्र मोदी का मुकाबला करने के लिए कांग्रेस विपक्षी एकता की बात तो कर रही है लेकिन इसके आसार बनते नहीं दिख रहे हैं. कांग्रेस की विपक्षी एकता की मुहिम को ताजा झटका जनता दल सेक्युलर (जेडीएस) के मुखिया और पूर्व प्रधानमंत्री एचडी देवगौड़ा ने दिया है. देवगौड़ा ने रविवार (2 अप्रैल) को कहा कि कांग्रेस को पहले अपना घर ठीक करना चाहिए. देवगौड़ा का बयान ऐसे समय में आया है जब अगले महीने ही कर्नाटक में विधानसभा चुनाव होने वाले हैं. यहां जेडीएस एक प्रमुख पार्टी है.
पीटीआई से बातचीत में देवगौड़ा ने ये भी कहा कि विपक्षी पार्टियों के पास कई विकल्प हैं और देश के पास नेताओं की कमी नहीं है. इसके साथ ही कर्नाटक चुनाव और इसे लेकर पार्टी की तैयारियों पर उन्होंने खुलकर बात की है.
अच्छे प्रदर्शन का दावा
कर्नाटक विधानसभा चुनाव के बारे में जेडीएस की तैयारियों के बारे में पूछे जाने पर देवगौड़ा ने कहा कि पार्टी पूरे कर्नाटक में अच्छा प्रदर्शन करेगी. बहुत सारे लोग जो केवल दो राष्ट्रीय दलों पर ध्यान केंद्रित करेंगे, हम उन्हें चौंका देंगे. हम विभाजनकारी एजेंडे के लिए वोट नहीं मांग रहे हैं. हम एक समावेशी सामाजिक और विकास के नजरिए वाले पंचरत्न कार्यक्रम के नाम पर वोट मांग रहे हैं.
'एक इलाके की पार्टी' पर बोले देवगौड़ा
जेडीएस के बारे में कहा जाता है कि इसका असर वोक्कालिगा समुदाय वाले पुराने मैसूर क्षेत्र तक ही सीमित है. देवगौड़ा खुद वोक्कालिगा समुदाय से आते हैं. एक क्षेत्र तक सीमित होने पर देवगौड़ा ने कहा कि यह राष्ट्रीय पार्टियों का दुष्प्रचार है. हमेशा से राज्य के विभिन्न हिस्सों और अलग-अलग समुदायों से हमारे विधायक रहे हैं. 1999 के बाद से कोई भी जेडीएस के विधायकों की लिस्ट देखकर ये समझ सकता है.
उन्होंने आगे कहा, ये सही है कि मैसूर क्षेत्र में हमें सबसे ज्यादा समर्थन मिलता है और हम इसके लिए आभारी हैं. इस बार हम राज्य के सभी क्षेत्रों में और सफलता हासिल करेंगे.
बीजेपी और कांग्रेस को लेकर पूर्व प्रधानमंत्री ने कहा कि इन राष्ट्रीय पार्टियों को बड़े-बड़े और झूठे वादे करने की आदत है. लोग इनके खोखले वादों को देख चुके हैं. उन्होंने यह भी कहा कि कर्नाटक के विधानसभा चुनाव अगले साल होने वाले लोकसभा चुनाव के लिए मूड तय करेंगे. हमेशा ऐसा हुआ है और इस बार भी होगा.
तीसरे मोर्चे पर कही ये बात
तीसरे मोर्चे के सवाल पर जेडीएस नेता ने कहा कि सब कुछ संभव है. सब कुछ से मेरा मतलब सबकुछ है. मैं तीसरे या चौथे मोर्चे में विश्वास नहीं करता. मैं विश्वास करता हूं कि हम जो भी करेंगे, हम इस देश और लोकतंत्र को बचाने के लिए पहला मोर्चा होंगे.
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